उज्जैन/देहरादून: सेना के जवान बलवंत सिंह सियाचिन ग्लेशियर में शहीद हो गये हैं. नागदा निवासी बलवंत ग्लेशियर पर अपनी ड्यूटी दे रहे थे. अचानक बर्फ धंसने से वह शहीद हो गए. बलवंत सिंह के परिवार में माता-पिता, पत्नी और साढ़े तीन साल का बेटा है.
नागदा का लाल बलवंत सिंह शहीद
नागदा के रामसहाय मार्ग निवासी बलवंत सिंह चंदेल 2004 में सेना में शामिल हुए थे. बलवंत सिंह ढाई साल तक शांति सेना में दक्षिण अफ्रीका में अपनी सेवाएं दे चुके थे. 15 कुमाऊं रेजिमेंट के नायक बलवंत सिंह हाल ही में जनवरी में नागदा आए थे. 13 फरवरी को ही वे वापस अपनी ड्यूटी पर गए थे. उन्हें सियाचिन में 27 हजार फीट ऊपर ग्लेशियर में तैनात किया गया था. बीती रात करीब सवा 10 बजे फोन आया कि बर्फ धंसने से बलवंत सिंह गंभीर रुप से घायल हो गए हैं.
सियाचिन में तैनात थे बलवंत सिंह
आज सुबह ग्लेशियर में मौजूद सूबेदार प्रताप सिंह ने बताया कि बलवंत सिंह शहीद हो गए हैं. शहीद को आज सुबह सियाचिन की चौकी से नीचे लाया गया है. शहीद की पार्थिव देह को दिल्ली लाया जाएगा. दिल्ली से उन्हें इंदौर लाया जाएगा. महू रेजिमेंट शहीद के शव को लेकर नागदा पहुंचेगी. दो दिन में शहीद की पार्थिव देह नागदा पहुंचेगी. बलवंत का विवाह 2017 में हुआ था. उनका साढ़े तीन साल का एक बेटा है.
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बता दें कि, शहीद बलवंत सिंह अपनी 17 साल की सेवाएं सेना में दे चुके थे. 31 दिसंबर को उनका कार्यकाल भी पूरा हो गया था. लेकिन सेना ने उन्हें एक्सटेंशन पर प्रमोट किया गया था. इसके बाद उनकी पुन: ड्यूटी सियाचिन पर लगाई गई थी. गुरुवार यानी आज सुबह खबर लगते ही लोगों का परिवारजनों के पास पहुंचना शुरू हो गया था. परिवार के लोगों को अभी तक सूचना नहीं दी गई थी. सूचना के बाद परिवार में शोक है.