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फीस वृद्धि को लेकर छात्रों की भौहें तनी, निजी मेडिकल कॉलेजों पर लगाए गंभीर आरोप

आगामी 22 जनवरी से आयुर्वेदिक कॉलेजों में परीक्षाएं होने जा रही है, लेकिन आयुष छात्र फिर से निजी कॉलेजों की मनमानी को लेकर मुखर हो गए हैं. छात्रों ने कॉलेज प्रबंधन पर उत्पीड़न का आरोप लगाया है.

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आयुष छात्र
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Published : Jan 18, 2020, 1:12 PM IST

देहरादूनः फीस वृद्धि और निजी आयुर्वेदिक कॉलेजों की मनमानी को लेकर एक बार फिर से आयुष छात्र लामबंद हो गए हैं. इसी कड़ी में आयुष छात्रों ने हर्रावाला स्थित आयुर्वेदिक विश्वविद्यालय में जमकर हंगामा किया. इस दौरान छात्रों और विवि प्रबंधन के बीच जमकर नोकझोंक भी हुई. वहीं, छात्रों के प्रतिनिधिमंडल ने विवि के कुलपति से मुलाकात कर कॉलेजों की मनमानी पर अंकुश लगाने की मांग की.

फीस वृद्धि को लेकर फिर मुखर हुए आयुष छात्र.

गौर हो कि आयुर्वेदिक कॉलेजों ने आयुष छात्रों से बढ़ी हुई फीस की डिमांड की थी. जिसे लेकर आयुष छात्रों ने 64 दिन तक आंदोलन किया था. जिसके बाद सीएम त्रिवेंद्र रावत के आश्वासन के बाद आयुष छात्रों ने आंदोलन स्थगित किया था. वहीं, अब आगामी 22 तारीख से परीक्षाएं शुरू होने जा रही हैं, लेकिन छात्र फिर से निजी कॉलेजों की मनमानी को लेकर मुखर हो गए हैं.

ये भी पढ़ेंः एक्शन का डर: एकाएक प्रकट हुए गायब डॉक्टर, ज्वाइनिंग के लिए लगाई हाजिरी

आयुष छात्रों का कहना है कि कई निजी आयुर्वेदिक कॉलेज हाईकोर्ट के आदेश का पालन नहीं कर रहे हैं. कॉलेजों ने बढ़ी हुई फीस को लेकर छात्रों का उत्पीड़न फिर से शुरू कर दिया है. ऐसे में आयुष छात्र एग्जाम देने वंचित रह सकते हैं. उन्होंने आयुर्वेद विश्वविद्यालय प्रबंधन से मांग की है कि उन्हें एग्जाम देने से न रोका जाए. वहीं कॉलेज प्रबंधन द्वारा बढ़ाई गई फीस को लेकर छात्रों का पारा चढ़ा हुआ है.

वहीं, आयुर्वेदिक विश्वविद्यालय के कुलपति ने छात्रों को आश्वासन देते हुए कहा कि शिकायत सही पाए जाने पर ऐसे कॉलेजों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. परीक्षा में कोई व्यवधान न हो इसके लिए छात्र-छात्राओं के फॉर्म विश्वविद्यालय में ही 500 रुपये के डीडी के साथ भरवाए जाएंगे.

देहरादूनः फीस वृद्धि और निजी आयुर्वेदिक कॉलेजों की मनमानी को लेकर एक बार फिर से आयुष छात्र लामबंद हो गए हैं. इसी कड़ी में आयुष छात्रों ने हर्रावाला स्थित आयुर्वेदिक विश्वविद्यालय में जमकर हंगामा किया. इस दौरान छात्रों और विवि प्रबंधन के बीच जमकर नोकझोंक भी हुई. वहीं, छात्रों के प्रतिनिधिमंडल ने विवि के कुलपति से मुलाकात कर कॉलेजों की मनमानी पर अंकुश लगाने की मांग की.

फीस वृद्धि को लेकर फिर मुखर हुए आयुष छात्र.

गौर हो कि आयुर्वेदिक कॉलेजों ने आयुष छात्रों से बढ़ी हुई फीस की डिमांड की थी. जिसे लेकर आयुष छात्रों ने 64 दिन तक आंदोलन किया था. जिसके बाद सीएम त्रिवेंद्र रावत के आश्वासन के बाद आयुष छात्रों ने आंदोलन स्थगित किया था. वहीं, अब आगामी 22 तारीख से परीक्षाएं शुरू होने जा रही हैं, लेकिन छात्र फिर से निजी कॉलेजों की मनमानी को लेकर मुखर हो गए हैं.

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आयुष छात्रों का कहना है कि कई निजी आयुर्वेदिक कॉलेज हाईकोर्ट के आदेश का पालन नहीं कर रहे हैं. कॉलेजों ने बढ़ी हुई फीस को लेकर छात्रों का उत्पीड़न फिर से शुरू कर दिया है. ऐसे में आयुष छात्र एग्जाम देने वंचित रह सकते हैं. उन्होंने आयुर्वेद विश्वविद्यालय प्रबंधन से मांग की है कि उन्हें एग्जाम देने से न रोका जाए. वहीं कॉलेज प्रबंधन द्वारा बढ़ाई गई फीस को लेकर छात्रों का पारा चढ़ा हुआ है.

वहीं, आयुर्वेदिक विश्वविद्यालय के कुलपति ने छात्रों को आश्वासन देते हुए कहा कि शिकायत सही पाए जाने पर ऐसे कॉलेजों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. परीक्षा में कोई व्यवधान न हो इसके लिए छात्र-छात्राओं के फॉर्म विश्वविद्यालय में ही 500 रुपये के डीडी के साथ भरवाए जाएंगे.

Intro: आयुर्वेदिक छात्रों ने फीस वृद्धि के खिलाफ आयुर्वेदिक कॉलेजों की मनमानी को रोकने के लिए हर्रावाला स्थित आयुर्वेदिक विश्वविद्यालय में जमकर हंगामा किया। नाराज छात्रों के प्रतिनिधिमंडल ने अपनी मांगों को लेकर विश्वविद्यालय कुलपति से मुलाकात की, मुलाकात के दौरान छात्रों और विश्वविद्यालय प्रबंधन के बीच जमकर तीखी नोकझोंक हुई।
summary- निजी आयुर्वेदिक कॉलेजों की मनमानी को रोकने के लिए एक बार फिर आयुर्वेदिक छात्र आक्रोशित दिखाई दिए। आयुष छात्रों ने आयुर्वेदिक विश्वविद्यालय में एकत्रित होकर विश्वविद्यालय प्रबंधन के सामने अपनी मांगे रखते हुए आयुर्वेदिक कॉलेजों की मनमानी पर अंकुश लगाने की मांग की।


Body:वहीं आयुर्वेदिक छात्र फैजान ने कहा कि आयुष छात्रों ने आयुर्वेद विश्वविद्यालय प्रबंधन से यह मांग करी की जो हाईकोर्ट के आदेश हैं उन आदेशों को सभी आयुर्वेदिक कॉलेज इंप्लीमेंट करें, और किसी भी आयुष छात्र को एग्जाम से ना रोका जाए। जब आयुर्वेदिक कॉलेजों ने आयूष छात्रों से बढ़ी हुई फीस की डिमांड करी तो आयुष छात्रों ने 64 दिन का आंदोलन किया। उस दौरान उत्तराखंड के सीएम त्रिवेंद्र रावत के आश्वासन पर आयुष छात्रों ने आंदोलन को स्थगित कर दिया था, और अपनी कक्षाओं पर चले गए थे। अब जबकि आगामी 22 तारीख से उनकी परीक्षाएं आरंभ होने जा रही है ऐसे में कॉलेज प्रबंधन ने बड़ी भी फीस को लेकर छात्रों का उत्पीड़न फिर से शुरू कर दिया है
बाइट- फैजान ,आयुष छात्र


Conclusion:दरअसल अपनी मांगों को लेकर आयुर्वेदिक विश्वविद्यालय पहुँचे आयुष छात्रों को कुलपति ने आश्वासन दिया है कि शिकायत सही मिलने पर ऐसे कॉलेजों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी, छात्रों के साथ वार्ता के दौरान कुलपति ने कहा कि परीक्षा में कोई व्यवधान न हो इसके लिए छात्र छात्राओं के फॉर्म विश्वविद्यालय में ही 500 रुपये के डीडी के साथ भरवाये जाएंगे।
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