देहरादून: उत्तराखंड सरकार ने बीते दिन हुई कैबिनेट की बैठक में बड़ा फैसला लेते हुए एविएशन टर्बाइन फ्यूल यानी एटीएफ पर लगने वाले वैट को घटाकर मात्र 2 फीसदी कर दिया है. जिससे आने वाले समय में उत्तराखंड हेली सेवाओं का एक हब बनता दिखाई दे रहा है.
दरअसल, अन्य राज्यों में एटीएफ पर करीब 18-20 प्रतिशत वैट लग रहा है. ऐसे में राज्य सरकार के इस फैसले से उत्तराखंड में फ्यूल भराये जाने के लिए हेलीकॉप्टर और विमानों की चहल-पहल बढ़ना लाजमी है. जिससे ना सिर्फ स्थानीय लोगों को फायदा मिलेगा बल्कि, प्रदेश में आने वाले पर्यटकों को भी सस्ते दरों पर हवाई सेवाएं उपलब्ध हो सकेंगी.
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नागरिक उड्डयन सचिव दिलीप जावलकर ने बताया कि उत्तराखंड में हेलीकॉप्टर सेक्टर की काफी अधिक संभावना है. जिसे प्रोत्साहित करने के लिए उत्तराखंड शासन तमाम निर्णय लेने जा रहा है. इसी क्रम में 8 अक्टूबर को देहरादून से चिन्यालीसौड़ और गौचर तक डायरेक्ट हेली सेवा, देहरादून से हल्द्वानी पंतनगर-पिथौरागढ़ को हेली सेवा से जोड़ा जा रहा है. जिसका शुभारंभ, केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री करेंगे. इन क्षेत्रों में हेली सेवा शुरू होने से यात्रियों और स्थानीय लोगों को काफी सहूलियत होगी.
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साथ ही दिलीप जावलकर ने बताया कि भारत सरकार से हुई रिव्यू मीटिंग के दौरान उत्तराखंड सरकार ने इस बात को भी रखा था कि प्रदेश में हेली सेवा को बढ़ावा देने के साथ ही जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर ओवरनाइट हेलीकॉप्टर्स खड़े हों इसके लिए एविएशन टर्बाइन फ्यूल वैट के दाम को घटाने पर बातचीत हुई थी. जिसके चलते उत्तराखंड सरकार ने पिछली कैबिनेट में हेली फ्यूल वैट को 20% से घटाकर 2% तक कर दिया है. ऐसे में हेलीकॉप्टरों और विमानों को एविएशन टर्बाइन फ्यूल काफी सस्ता पड़ेगा. जिससे जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर हेलीकॉप्टरों और विमानों की चहल-पहल ज्यादा होगी.