देहरादून: सरकार और प्रशासन के लाख प्रयासों के बावजूद जमातियों में कोरोना संक्रमण को लेकर जागरुकता देखने को नहीं मिल रही है. कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए उत्तराखंड पुलिस ने पहले ही सभी जमातियों को चेतावनी दी थी कि अगर कोई अपनी पहचान छिपा कर रहता है और अपनी तबलीगी जमात में शामिल होने की बात को छिपाता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. अब पुलिस इस चेतावनी पर सख्ती से अमल करते दिख रही है. प्रदेश में 8 जमातियों के खिलाफ पुलिस ने हत्या के प्रयास मामले में मुकदमा दर्ज किया है. यह सभी अपनी पहचान छिपा कर रह रहे थे.
हरिद्वार के बहादराबाद में छिपकर रह रहे थे जमाती
कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर देशव्यापी लॉकडाउन के दौरान उत्तराखंड पुलिस विभाग की कड़ी चेतावनी के बावजूद जमात से जुड़ी जानकारी छुपाने वाले 8 जमातियों पर कानूनी शिकंजा कसते हुए पुलिस ने सख्त कार्रवाई की है. हरिद्वार जिले के बहादराबाद इलाके में रहने वाले 8 जमातियों के खिलाफ हत्या के प्रयास के तहत आईपीसी की धारा 307 में मुकदमा दर्ज किया गया है.
जानकारी के मुताबिक, पिछले दिनों कुछ जमाती देहरादून के सहसपुर इलाके में जमात करने के बाद चुपचाप से अपने गृह क्षेत्र हरिद्वार लौट गए. उधर इस तरह के मामलों में 5 अप्रैल को उत्तराखंड डीजीपी अनिल रतूड़ी द्वारा जमातियों से अपील करते हुए अपनी जानकारी प्रशासन से साझा करने का आग्रह किया गया था, लेकिन इसके बावजूद बहादराबाद के जमातियों ने अपनी जानकारी छुपाई. ऐसे में लगातार स्थानीय पुलिस की निगरानी के चलते यह 8 जमाती रडार पर आए. अब इन सबके खिलाफ पुलिस ने कड़ी कार्रवाई करते हुए धारा 307 के तहत मुकदमा दर्ज किया है.
डीजी अशोक कुमार ने कहा आगे भी जारी रहेगी कार्रवाई
वहीं, इस मामले में पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने बताया कि जमातियों को लेकर पुलिस की कार्रवाई लगभग पूरी हो चुकी थी, लेकिन इसके बावजूद 8 ऐसे जमाती निकले, जो पिछले दिनों सहसपुर में जमात करने के बाद हरिद्वार अपने गृह क्षेत्र लौटे थे. प्रशासन की अपील के बावजूद इन जमातियों ने अपनी जानकारी छुपाई. ऐसे में इन लोगों के खिलाफ धारा 307 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है. उत्तराखंड में अभी तक 70 जमातियों पर कानूनी कार्रवाई की गई है, जबकि 16 ऐसे जमाती हैं जिनके ऊपर जानकारी छुपाने के चलते हत्या के प्रयास के तहत आईपीसी की धारा 307 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है. डीजी अशोक कुमार ने कहा कि इस तरह की कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी.