ऋषिकेश: राज्य में हर घंटे मौतों का आंकड़ा बढ़ रहा है, लोग स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए दर-दर भटक रहे हैं. सिस्टम चाह करके भी कुछ नहीं कर पा रहा है, लेकिन नेताओं को हर काम में मानो रिबन काटना जरूरी सा हो गया है. आज उत्तराखंड में 18 साल से ऊपर वालों के लिए टीकाकरण अभियान का शुभारंभ हुआ. मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत हो या प्रदेश के मंत्री सभी वैक्सीनेशन सेंटरों पर फीता काटते दिखाई दिए, लेकिन ऋषिकेश से विधायक और उत्तराखंड विधानसभा के अध्यक्ष प्रेमचंद्र अग्रवाल को टीकाकरण स्थल पर जाना महंगा पड़ गया.
दरअसल, प्रेमचंद अग्रवाल ऋषिकेश स्थित टीकाकरण स्थल पर टीकाकरण की शुरुआत करने पहुंचे थे. जहां अपनी बारी का इंतजार कर रहे सैकड़ों लोग सुबह से लाइनों में लगे थे. लोगों को बार-बार यह कहा जा रहा था कि जब तक फीता नहीं कटेगा, तब तक टीकाकरण का शुभारंभ नहीं होगा. जिसके बाद लोगों का धैर्य भी जवाब दे गया.
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लिहाजा जैसे ही प्रेमचंद अग्रवाल अपने पूरे लाव लश्कर के साथ टीकाकरण स्थल पहुंचे, वहां लाइनों में खड़ी भीड़ ने उनके खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी. लोगों का कहना था कि नेताओं को फोटो खिंचवाने से फुर्सत नहीं मिल रही है. जबकि टीकाकरण के लिए लोग सुबह से लाइनों में खड़े हैं. वहां मौजूद महिला ने प्रेमचंद अग्रवाल को खूब बुरा भला कहा, जिसके कारण प्रेमचंद अग्रवाल तय समय से पहले ही वहां से चलते बने.
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उत्तराखंड में आज जिस तरह से तमाम सरकार के नेताओं ने टीकाकरण स्थल जाकर रिबन काटा है और श्रेय लेने की कोशिश की है, अच्छा होता कि यही नेता आज दम तोड़ती जिंदगियों की भी जिम्मेदारी लेते.