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उत्तराखंडः प्लास्टिक फ्री नगर निगम को मिलेगा एक करोड़ रुपये का ईनाम, जानिए सीएम की घोषणाएं

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने प्लास्टिक फ्री शहर और स्वच्छता सर्वेक्षण में बेहतर प्रदर्शन करने वाले निकायों को इनाम दिए जाने की घोषणा की है. मुख्यमंत्री ने स्वच्छता के लिए निकायों द्वारा बेहतर काम किए जाने की उम्मीद भी जताई.

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Published : Sep 4, 2019, 6:11 PM IST

Updated : Sep 4, 2019, 7:37 PM IST

सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत

देहरादून: त्रिवेंद्र सिंह रावत और शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक ने स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 विषय पर नगर निकायों की एक दिवसीय कार्यशाला का शुभारम्भ किया. इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने घोषणा करते हुए कहा कि उत्तराखंड में प्लास्टिक फ्री होने वाला जो पहला नगर निगम होगा, उसको एक करोड़ रुपये का ईनाम दिया जायेगा.

प्लास्टिक फ्री नगर निगम को मिलेगा एक करोड़ रुपये का ईनाम

इसी तरह प्लास्टिक फ्री होने वाली पहली नगर पालिका को 75 लाख रुपये और नगर पंचायत को 50 लाख रुपये का ईनाम दिया जायेगा. सीएम ने घोषणा करते हुए कहा कि स्वच्छता सर्वेक्षण में भारत में प्रथम 100 में आने वाले प्रदेश के निकाय को एक करोड़ रुपये दिये जायेंगे. साथ ही प्रदेश में स्वच्छता रैंकिंग में पहले, दूसरे और तीसरे स्थान पर आने वाले नगर निकायों की पुरस्कार राशि तीन गुना की जायेगी.

पढे़ं- 'बेटी' के घर पहुंचे सीएम त्रिवेंद्र, जाना हाल

अब इन नगर निगम को क्रमश 20 लाख, 15 लाख और 10 लाख के स्थान पर 60 लाख, 45 लाख व 30 लाख रुपये की धनराशि पुरस्कार स्वरूप दी जाएगी. वहीं नगर पालिकाओं को प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त करने पर क्रमश 15 लाख, 10 लाख और 7 लाख रुपये की धनराशि मिलती थी, जो अब बढ़ाकर 45 लाख, 30 लाख व 21 लाख कर दी गई है. जबकि नगर पंचायतों को मिलने वाली धनराशि क्रमश 10 लाख, 8 लाख और 5 लाख से बढ़ाकर 30 लाख, 24 और 15 लाख रुपये दिए जायेंगे.

बुधवार को कार्यशाला में स्वच्छता रैंकिंग के तहत अच्छा कार्य करने वाले प्रथम तीन नगर निकायों को सम्मानित करते हुए उन्हें पुरस्कार राशि दी गई. प्रथम तीन स्थान प्राप्त करने वाले नगर निगमों को 20 लाख, 15 लाख और 10 लाख की धनराशि प्रदान की गई. इसके अलावा ये तीनों नगर निगम स्वच्छता व अवस्थापना से संबंधित कार्यों के लिए एक करोड़, 75 लाख और 50 लाख तक की लागत का प्रस्ताव शासन को भेज सकते हैं.

इस रैंकिंग में नगर निगम रुड़की ने प्रथम, काशीपुर ने द्वितीय और हल्द्वानी ने तृतीय स्थान प्राप्त किया है. नगर पालिका परिषद मुनी की रेती, गौचर और गोपेश्वर को क्रमश प्रथम, द्वितीय और तृतीय पुरस्कार मिला है. इन नगर पालिका परिषदों को 15 लाख, 10 लाख व 7 लाख की धनराशि प्रदान की गई. ये नगर पालिका परिषद स्वच्छता व अवस्थापना से संबंधित कार्यों के लिए क्रमश 75 लाख, 50 लाख और 30 लाख रुपये तक का प्रस्ताव शासन को भेज सकते हैं.

नगर पंचायतों में अगस्त्यमुनी ने प्रथम, गजा ने द्वितीय व शक्तिगढ़ ने तृतीय स्थान प्राप्त किया है. इन नगर पंचायतों को क्रमश 10 लाख, 8 लाख और 5 लाख की पुरस्कार राशि दी गई. इन नगर पंचायतों को स्वच्छता व अवस्थापना से संबंधित कार्यों के लिए 50 लाख, 30 लाख व 20 लाख रुपये की अनुमन्यता प्रदान की जा चुकी है.

देहरादून: त्रिवेंद्र सिंह रावत और शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक ने स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 विषय पर नगर निकायों की एक दिवसीय कार्यशाला का शुभारम्भ किया. इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने घोषणा करते हुए कहा कि उत्तराखंड में प्लास्टिक फ्री होने वाला जो पहला नगर निगम होगा, उसको एक करोड़ रुपये का ईनाम दिया जायेगा.

प्लास्टिक फ्री नगर निगम को मिलेगा एक करोड़ रुपये का ईनाम

इसी तरह प्लास्टिक फ्री होने वाली पहली नगर पालिका को 75 लाख रुपये और नगर पंचायत को 50 लाख रुपये का ईनाम दिया जायेगा. सीएम ने घोषणा करते हुए कहा कि स्वच्छता सर्वेक्षण में भारत में प्रथम 100 में आने वाले प्रदेश के निकाय को एक करोड़ रुपये दिये जायेंगे. साथ ही प्रदेश में स्वच्छता रैंकिंग में पहले, दूसरे और तीसरे स्थान पर आने वाले नगर निकायों की पुरस्कार राशि तीन गुना की जायेगी.

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अब इन नगर निगम को क्रमश 20 लाख, 15 लाख और 10 लाख के स्थान पर 60 लाख, 45 लाख व 30 लाख रुपये की धनराशि पुरस्कार स्वरूप दी जाएगी. वहीं नगर पालिकाओं को प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त करने पर क्रमश 15 लाख, 10 लाख और 7 लाख रुपये की धनराशि मिलती थी, जो अब बढ़ाकर 45 लाख, 30 लाख व 21 लाख कर दी गई है. जबकि नगर पंचायतों को मिलने वाली धनराशि क्रमश 10 लाख, 8 लाख और 5 लाख से बढ़ाकर 30 लाख, 24 और 15 लाख रुपये दिए जायेंगे.

बुधवार को कार्यशाला में स्वच्छता रैंकिंग के तहत अच्छा कार्य करने वाले प्रथम तीन नगर निकायों को सम्मानित करते हुए उन्हें पुरस्कार राशि दी गई. प्रथम तीन स्थान प्राप्त करने वाले नगर निगमों को 20 लाख, 15 लाख और 10 लाख की धनराशि प्रदान की गई. इसके अलावा ये तीनों नगर निगम स्वच्छता व अवस्थापना से संबंधित कार्यों के लिए एक करोड़, 75 लाख और 50 लाख तक की लागत का प्रस्ताव शासन को भेज सकते हैं.

इस रैंकिंग में नगर निगम रुड़की ने प्रथम, काशीपुर ने द्वितीय और हल्द्वानी ने तृतीय स्थान प्राप्त किया है. नगर पालिका परिषद मुनी की रेती, गौचर और गोपेश्वर को क्रमश प्रथम, द्वितीय और तृतीय पुरस्कार मिला है. इन नगर पालिका परिषदों को 15 लाख, 10 लाख व 7 लाख की धनराशि प्रदान की गई. ये नगर पालिका परिषद स्वच्छता व अवस्थापना से संबंधित कार्यों के लिए क्रमश 75 लाख, 50 लाख और 30 लाख रुपये तक का प्रस्ताव शासन को भेज सकते हैं.

नगर पंचायतों में अगस्त्यमुनी ने प्रथम, गजा ने द्वितीय व शक्तिगढ़ ने तृतीय स्थान प्राप्त किया है. इन नगर पंचायतों को क्रमश 10 लाख, 8 लाख और 5 लाख की पुरस्कार राशि दी गई. इन नगर पंचायतों को स्वच्छता व अवस्थापना से संबंधित कार्यों के लिए 50 लाख, 30 लाख व 20 लाख रुपये की अनुमन्यता प्रदान की जा चुकी है.

Intro:summary-स्वच्छता सर्वेक्षण-2020 को लेकर आज देहरादून में चिंतन किया गया...इस मौके पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बेहतर काम करने वाले निकायों को इनाम दिए जाने की घोषणा की.....

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने प्लास्टिक फ्री शहर और स्वच्छता सर्वेक्षण में बेहतर प्रदर्शन करने वाले निकायों को इनाम दिए जाने की घोषणा की.... इस दौरान मुख्यमंत्री ने स्वच्छता के लिए निकायों द्वारा बेहतर काम किए जाने की उम्मीद जताई..


Body:त्रिवेन्द्र सिंह रावत और शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक ने बुधवार को देहरादून के स्थानीय होटल में स्वच्छ सर्वेक्षण-2020 विषय पर नगर निकायों एवं छावनी परिषदों की एक दिवसीय कार्यशाला का दीप प्रज्ज्वलित कर शुभारम्भ किया... इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि उत्तराखण्ड में प्लास्टिक फ्री होने वाला जो पहला नगर निगम होगा, उसको एक करोड़ रूपये का ईनाम दिया जायेगा। इसी तरह प्लास्टिक फ्री होने वाली पहली नगर पालिका को 75 लाख रूपये एवं नगर पंचायत को 50 लाख रूपये का ईनाम दिया जायेगा। स्वच्छता सर्वेक्षण में भारत में प्रथम 100 में आने वाले प्रदेश के निकाय को एक करोड़ रूपये दिये जायेंगे। प्रदेश में स्वच्छता रैंकिंग में प्रथम द्वितीय व तृतीय स्थान पर आने वाले नगर निकायों को पुरस्कार राशि तीन गुना की जायेगी। अब इन नगर निकायों को क्रमशः 20 लाख, 15 लाख व 10 लाख के स्थान पर 60 लाख, 45 लाख व 30 लाख रूपये की धनराशि पुरस्कार स्वरूप दिया जायेगा। नगर पालिकाओं को प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त करने पर क्रमशः 15 लाख, 10 लाख व 07 लाख रूपये की धनराशि मिलती थी, जो अब बढ़ाकर 45 लाख, 30 लाख व 21 लाख किया गया है। जबकि प्रथम तीन स्थान पर आने वाले नगर पंचायतों को मिलने वाली धनराशि क्रमशः 10 लाख, 08 लाख एवं 05 लाख से बढ़ाकर 30 लाख, 24 व 15 लाख रूपये प्रदान किये जायेंगे।

कार्यशाला में स्वच्छता रैंकिंग के तहत अच्छा कार्य करने वाले प्रथम तीन नगर निकायों को सम्मानित किया और उन्हें पुरस्कार राशि प्रदान की। प्रथम तीन स्थान प्राप्त करने वाले नगर निगमों को क्रमशः 20 लाख, 15 लाख एवं 10 लाख की धनराशि प्रदान की गई। इसके अलावा ये तीनों नगर निगम स्वच्छता व अवस्थापना से संबंधित कार्यों के लिए क्रमशः एक करोड़, 75 लाख एवं 50 लाख तक की लागत का प्रस्ताव शासन को भेज सकते हैं। इस रैंकिंग में नगर निगम रूड़की ने प्रथम, काशीपुर ने द्वितीय व हल्द्वानी ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। नगर पालिका परिषद मुनी की रेती, गौचर एवं गोपेश्वर को क्रमशः प्रथम, द्वितीय व तृतीय पुरस्कार मिला। इन नगर पालिका परिषदों को 15 लाख, 10 लाख व 07 लाख की धनराशि प्रदान की गई। ये नगर पालिका परिषद स्वच्छता व अवस्थापना से संबंधित कार्यों के लिए क्रमशः 75 लाख, 50 लाख व 30 लाख रूपये तक का प्रस्ताव शासन को भेज सकते हैं। नगर पंचायतों में अगस्त्यमुनी ने प्रथम, गजा ने द्वितीय व शक्तिगढ़ ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। इन नगर पंचायतों को क्रमशः 10 लाख, 08 लाख व 05 लाख की पुरस्कार राशि दी गई। इन नगर पंचायतों को स्वच्छता व अवस्थापना से संबंधित कार्यों के लिए क्रमशः 50 लाख, 30 लाख व 20 लाख रूपये की अनुमन्यता प्रदान की जा चुकी है। 

बाइट त्रिवेंद्र सिंह रावत मुख्यमंत्री उत्तराखंड


Conclusion:
Last Updated : Sep 4, 2019, 7:37 PM IST
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