ETV Bharat / state

ऋषिकेश: आउटसोर्सिंग कंपनी पर लगा घोटाले का आरोप, नगर आयुक्त ने की जांच शुरू - allegation on outsourcing company

ऋषिकेश नगर निगम की अनुबंधित आउटसोर्सिंग कंपनी के खिलाफ पार्षदों ने मोर्चा खोल दिया है. पार्षदों ने कंपनी पर घोटाले का आरोप लगाते हुए जांच की मांग की है.

rishikesh
author img

By

Published : Nov 19, 2019, 12:41 PM IST

ऋषिकेश: नगर निगम ऋषिकेश का गठन हुए अभी एक साल भी नहीं बीता है और घोटाले के मामले सामने आने लगे हैं. ताजा मामला आउटसोर्सिंग कंपनी के घोटाले को लेकर सामने आ रहा है. निगम के पार्षदों ने आउटसोर्सिंग कंपनी पर घोटाले का आरोप लगाते हुए जांच की मांग की है और कंपनी को ब्लैक लिस्ट करने की मांग की है.

आउटसोर्सिंग कंपनी पर लगा घोटाले का आरोप

नगर निगम में आउटसोर्सिंग कंपनी को लेकर पार्षदों ने मोर्चा खोल दिया है. पार्षदों ने कंपनी पर घोटाले का आरोप लगाया है. साथ ही निगम के अधिकारियों पर भी मिलीभगत का आरोप लगाया है. वहीं पार्षद मनीष शर्मा का कहना है कि आउटसोर्सिंग कंपनी द्वारा कर्मचारियों की भर्ती में धांधली के साथ-साथ कर्मचारियों को वेतन भी पूरा नहीं दिया जा रहा है.

निगम में अनुबंध के मुताबिक कंपनी के द्वारा जो मानदेय देना था, उसमें से कंपनी द्वारा जीएसटी काटा जा रहा है. जबकि जीएसटी कर्मचारी के वेतन से नहीं बल्कि कंपनी को खुद देना होता है. वहीं नियमों के अनुसार कर्मचारियों का वेतन उनके बैंक खाते में आना चाहिए, लेकिन कर्मचारियों को कैश में वेतन दिया जा रहा है.

पढ़ें- पुलिस का 'रथ' हांकेंगे कुमाऊं के 'सारथी', होगा अपराधियों का अंत

पार्षदों का कहना है कि आउटसोर्सिंग कंपनी के ठेकेदार निगम के अधिकारियों से मिलकर धांधली कर रहे हैं और कर्मचारियों की मेहनत के पैसों पर डांका डाला जा रहा है. वहीं पार्षदों ने कंपनी को ब्लैक लिस्ट करने की मांग की है.

इस मामले को लेकर नगर आयुक्त नरेंद्र क्युरियाल ने बताया कि आउटसोर्सिंग कंपनी को लेकर पार्षदों ने मामला उठाया है. अब इस मामले की जांच की जाएगी, अगर कंपनी के द्वारा अनियमितता की गई है तो निश्चित तौर पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने बताया कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है.

ऋषिकेश: नगर निगम ऋषिकेश का गठन हुए अभी एक साल भी नहीं बीता है और घोटाले के मामले सामने आने लगे हैं. ताजा मामला आउटसोर्सिंग कंपनी के घोटाले को लेकर सामने आ रहा है. निगम के पार्षदों ने आउटसोर्सिंग कंपनी पर घोटाले का आरोप लगाते हुए जांच की मांग की है और कंपनी को ब्लैक लिस्ट करने की मांग की है.

आउटसोर्सिंग कंपनी पर लगा घोटाले का आरोप

नगर निगम में आउटसोर्सिंग कंपनी को लेकर पार्षदों ने मोर्चा खोल दिया है. पार्षदों ने कंपनी पर घोटाले का आरोप लगाया है. साथ ही निगम के अधिकारियों पर भी मिलीभगत का आरोप लगाया है. वहीं पार्षद मनीष शर्मा का कहना है कि आउटसोर्सिंग कंपनी द्वारा कर्मचारियों की भर्ती में धांधली के साथ-साथ कर्मचारियों को वेतन भी पूरा नहीं दिया जा रहा है.

निगम में अनुबंध के मुताबिक कंपनी के द्वारा जो मानदेय देना था, उसमें से कंपनी द्वारा जीएसटी काटा जा रहा है. जबकि जीएसटी कर्मचारी के वेतन से नहीं बल्कि कंपनी को खुद देना होता है. वहीं नियमों के अनुसार कर्मचारियों का वेतन उनके बैंक खाते में आना चाहिए, लेकिन कर्मचारियों को कैश में वेतन दिया जा रहा है.

पढ़ें- पुलिस का 'रथ' हांकेंगे कुमाऊं के 'सारथी', होगा अपराधियों का अंत

पार्षदों का कहना है कि आउटसोर्सिंग कंपनी के ठेकेदार निगम के अधिकारियों से मिलकर धांधली कर रहे हैं और कर्मचारियों की मेहनत के पैसों पर डांका डाला जा रहा है. वहीं पार्षदों ने कंपनी को ब्लैक लिस्ट करने की मांग की है.

इस मामले को लेकर नगर आयुक्त नरेंद्र क्युरियाल ने बताया कि आउटसोर्सिंग कंपनी को लेकर पार्षदों ने मामला उठाया है. अब इस मामले की जांच की जाएगी, अगर कंपनी के द्वारा अनियमितता की गई है तो निश्चित तौर पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने बताया कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है.

Intro:ऋषिकेश--ऋषिकेश नगर निगम का गठन हुए अभी एक वर्ष भी नही बीता है लेकिन ऋषिकेश नगर निगम अपनी कार्यशैली की वजह से कई विवादों को लेकर चर्चाओं में रहा है,ताजा मामला आउटसोर्सिंग कम्पनी के घोटाले को लेकर सामने आरहा है,निगम के पार्षद आउटसोर्सिंग कम्पनी पर घोटाले का आरोप लगाते हुए जांच की मांग कर कम्पनी ब्लैकलिस्टेड करने की मांग कर रहे हैं।


Body:वी/ओ--ऋषिकेश नगर निगम में आउटसोर्सिंग कम्पनी को लेकर पार्षदों ने मोर्चा खोल दिया है पार्षदों ने कम्पनी पर घोटाले का आरोप लगाया है साथ ही निगम के अधिकारियों पर भी मिलीभगत का आरोप लगाया है, पार्षद मनीष शर्मा ने बताया कि आउटसोर्सिंग कम्पनी द्वारा कर्मचारियों की भर्ती में धांधली के साथ साथ कर्मचारियों को वेतन भी पूरा नही दिया जा रहा है, निगम में अनुबंध के मुताबिक कंपनी के द्वारा जो मानदेय देना था उसमें से ही कंपनी द्वारा जीएसटी काटा जा रहा है जबकि जीएसटी कर्मचारी के वेतन से नही बल्कि कंपनी को खुद देना होता है, वहीं नियमो के अनुसार कर्मचारियों का वेतन उनके बैंक खाते में आना चाहिए लेकिन कैश में कर्मचारियों को वेतन दिया जा रहा है पार्षदों के कहना है कि आउटसोर्सिंग कम्पनी के ठेकेदार निगम के अधिकारियों से मिलकर धांधली कर रहा है,और कर्मचारियों की मेहनत के पैसों पर डांका डाल रहा है,कंपनी के खिलाफ पार्षदों ने कंपनी को ब्लैकलिस्टेड करने की मांग की है।


Conclusion:वी/ओ--वहीं इस मामले को लेकर नगर आयुक्त एनएस क्युरियाल ने बताया कि आऊटसोर्सिंग कंपनी को लेकर पार्षदों ने मामला उठाया है अब इस मामले की जांच की जाएगी अगर कंपनी के द्वारा अनियमितता की गई है तो निश्चित तौर पर उसके खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी,उन्होंने बताया कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है।

बाईट--मनीष शर्मा(पार्षद)
बाईट--एनएस क्युरियाल(नगर आयुक्त ऋषिकेश)
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.