देहरादून: भारत में भी लगातार कोरोना के मामले सामने आ रहे हैं. केंद्र समेत सभी राज्य सरकारों ने कोरोना को लेकर अलर्ट जारी किया हुआ है. भारत में अभीतक कोरोना के 73 मामले में सामने आ चुके हैं. जिसमें से एक मरीज की मौत भी हो चुकी है. ऐसे में एहतियाती तौर पर उत्तराखंड सरकार ने 31 मार्च तक सभी स्कूल बंद करने के आदेश दिए हैं. इस दौरान केवल बोर्ड परिक्षाएं ही जारी रहेंगी. हालांकि उत्तराखंड में कोरोना वायरस का अभीतक कोई भी मरीज सामने नहीं आया है.
शिक्षा सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम ने इसे लेकर आदेश जारी किया है. जिसमें उन्होंने कहा है कि काफी दिनों के अवकाश के बाद स्कूल लौटने वाले बच्चों को कोरोना वायरस फैलने की आशंका के मद्देनजर एहतियातन स्कूलों को बंद रखने का फैसला लिया गया है. शिक्षा विभाग की तरफ से साफ किया गया है कि आदेश को दरकिनार कर स्कूल खोलने पर जिलाधिकारी कार्रवाई सुनिश्चित करेंगे.
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जानकारी के मुताबिक गुरुवार को सचिवालय में मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह की अध्यक्षता में बैठक हुई थी. जिसमें शिक्षा सचिव सुंदरम और स्वास्थ्य सचिव डॉक्टर पंकज पांडे ने कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए एहतियातन स्कूल को बंद करने का प्रस्ताव रखा था. जिसे गंभीरता से लेते हुए विचार-विमर्श के बाद मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इस प्रस्ताव को मंजूरी दी और 31 मार्च तक सभी स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया. उच्च शिक्षा संस्थानों को बंद करने का फैसला फिलहाल नहीं लिया है.
बता दें कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) कोरोना को महामारी घोषित कर चुका है. भारत में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. उत्तराखंड से पहले दिल्ली और हरियाणा सरकार ने भी स्कूलों, कॉलेजों, सिनेमा हॉल को बंद करने का निर्णय लिया है.