ऋषिकेश: उत्तराखंड के दूरस्थ पहाड़ी क्षेत्रों तक स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने को लेकर एम्स निदेशक की एक योजना जल्द ही धरातल पर उतरती दिखाई देगी. ऋषिकेश एम्स की नवनियुक्त निदेशक डॉ मीनू सिंह के अनुसार पहाड़ों पर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने को लेकर स्मार्ट होम सुविधा का प्लान किया जा रहा है. राज्य सरकार की मदद से एम्स ऋषिकेश पहाड़ों पर स्मार्ट होम बनाकर जल्द ही लोगों के लिए चिकित्सा सेवा शुरू करेगा.
निदेशक डॉ मीनू सिंह (Director Dr Meenu Singh) ने बताया कि पहाड़ों पर चिकित्सा सुविधा बेहतर न होने की वजह से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. समय से अस्पताल तक मरीजों के न पहुंच पाने के कारण उनको इलाज नहीं मिल पाता है. यही कारण है कि एम्स ने राज्य सरकार से पहाड़ों पर बसे छोटे गांवों में स्मार्ट होम बनाने के लिए प्रस्ताव भेजा है. सरकार भी इस मामले में गंभीर है. जल्द यह योजना धरातल पर उतरेगी और लोगों तक चिकित्सा सुविधा आसानी से पहुंच पाएगी.
कैसे बनेगा स्मार्ट होम: पहाड़ों पर छोटे छोटे गांवों को चिन्हित किया जाएगा. प्रत्येक गांव में एक घर को स्मार्ट होम बनाया जायेगा, जहां पर इंटरनेट और टेलीफोन की सुविधा दी जाएगी. इसके अलावा जहां पर कनेक्टिविटी की दिक्कत है, वहां पर सरकार की ओर से वीसेट की सुविधा दी जाएगी. एम्स की यह पहल निश्चित तौर पर पहाड़ के लोगों के लिए वरदान साबित हो सकती है.
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क्या है VSAT तकनीक: वीसेट मतलब Very Small Aperture Terminal होता है. इसको हम Satellite Communication earth station या Micro Earth station नाम से भी जानते हैं. साल 1980 के मध्य में विकसित एक उपग्रह संचार प्रणाली है क्योंकि VSAT पारंपरिक Satellite communication system से लिया गया है. यह एक ऐसी तकनीक है, जो बेहद रिमोट एरियाज और दूरदराज की लोकेशन पर इंटरनेट की कनेक्टिविटी प्रदान करती है. इसकी मदद से आपको घरेलू के साथ व्यावसायिक उपयोगकर्ताओं को नेटवर्क सुविधा प्रदान की जाती है.