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गैरसैंण में विधानसभा सत्र न होने पर नाराज आंदोलनकारी, सरकार के विरोध में चलाएंगे हस्ताक्षर अभियान - dehradun news

गैरसैंण में विधानसभा सत्र नहीं कराए जाने से नाराज आंदोलनकारी प्रवीण सिंह काशी और उनके साथी इसके विरोध में हस्ताक्षर अभियान चलाएंगे.

Uttarakhand assembly session
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Published : Dec 3, 2021, 11:59 AM IST

देहरादून: गैरसैंण में विधानसभा सत्र नहीं कराए जाने से नाराज आंदोलनकारी प्रवीण सिंह काशी (Agitator Praveen Singh Kashi) ने अपनी नाराजगी व्यक्त की है. उन्होंने कहा कि सत्ताधारी पार्टी को पहाड़ और वहां की जन भावनाओं के प्रति कोई लगाव नहीं है, इसलिए सरकार गैरसैंण में विधानसभा सत्र का आयोजन नहीं कर रही है. उन्होंने कहा कि 2 तारीख से 8 दिसंबर तक वो और उनके तमाम साथी सभी विधायकों के पास जाकर एक हस्ताक्षर अभियान चलाएंगे.

इसी के तरह देहरादून के गांधी पार्क के गेट के बाहर एक बड़ा पोस्टर लगाकर आम जनमानस के साथ गैरसैंण को स्थाई राजधानी और विधानसभा सत्र वहां क्यों नहीं जैसे मुद्दे पर हस्ताक्षर अभियान चलाया जाएगा.

गैरसैंण में विधानसभा सत्र न होने पर नाराज आंदोलनकारी.

प्रवीण काशी का कहना है कि आगामी 9 और 10 दिसंबर को देहरादून में विधानसभा सत्र की घोषणा की गई है. ऐसे में सरकार का यह निर्णय दर्शाता है कि सत्ताधारी पार्टी को पहाड़ की और वहां की जन भावनाओं के प्रति कोई दिलचस्पी नहीं है. उन्होंने सवाल उठाया कि गैरसैंण में विधानसभा सत्र का आयोजन आखिर क्यों नहीं किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि अगर सरकार की मंशा गलत नहीं है तो विधानसभा सत्र गैरसैंण में ही होना चाहिए. उन्होंने देहरादून में होने जा रहे विधानसभा सत्र का विरोध किया है.

पढ़ें: भारत-चीन सीमांत क्षेत्र में धौली गंगा पर बन रही झील, बड़े खतरे का संकेत

प्रवीण काशी ने सवाल उठाया कि जब कृषि कानून वापस लिया जा सकता है और देवस्थानम बोर्ड को भंग किया जा सकता है, तो पहाड़ की भावनाओं से जुड़ा मुद्दा गैरसैंण को स्थाई राजधानी घोषित करने और उससे पहले विधानसभा सत्र गैरसैंण में ही आयोजित क्यों नहीं किया जा सकता है.

देहरादून: गैरसैंण में विधानसभा सत्र नहीं कराए जाने से नाराज आंदोलनकारी प्रवीण सिंह काशी (Agitator Praveen Singh Kashi) ने अपनी नाराजगी व्यक्त की है. उन्होंने कहा कि सत्ताधारी पार्टी को पहाड़ और वहां की जन भावनाओं के प्रति कोई लगाव नहीं है, इसलिए सरकार गैरसैंण में विधानसभा सत्र का आयोजन नहीं कर रही है. उन्होंने कहा कि 2 तारीख से 8 दिसंबर तक वो और उनके तमाम साथी सभी विधायकों के पास जाकर एक हस्ताक्षर अभियान चलाएंगे.

इसी के तरह देहरादून के गांधी पार्क के गेट के बाहर एक बड़ा पोस्टर लगाकर आम जनमानस के साथ गैरसैंण को स्थाई राजधानी और विधानसभा सत्र वहां क्यों नहीं जैसे मुद्दे पर हस्ताक्षर अभियान चलाया जाएगा.

गैरसैंण में विधानसभा सत्र न होने पर नाराज आंदोलनकारी.

प्रवीण काशी का कहना है कि आगामी 9 और 10 दिसंबर को देहरादून में विधानसभा सत्र की घोषणा की गई है. ऐसे में सरकार का यह निर्णय दर्शाता है कि सत्ताधारी पार्टी को पहाड़ की और वहां की जन भावनाओं के प्रति कोई दिलचस्पी नहीं है. उन्होंने सवाल उठाया कि गैरसैंण में विधानसभा सत्र का आयोजन आखिर क्यों नहीं किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि अगर सरकार की मंशा गलत नहीं है तो विधानसभा सत्र गैरसैंण में ही होना चाहिए. उन्होंने देहरादून में होने जा रहे विधानसभा सत्र का विरोध किया है.

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प्रवीण काशी ने सवाल उठाया कि जब कृषि कानून वापस लिया जा सकता है और देवस्थानम बोर्ड को भंग किया जा सकता है, तो पहाड़ की भावनाओं से जुड़ा मुद्दा गैरसैंण को स्थाई राजधानी घोषित करने और उससे पहले विधानसभा सत्र गैरसैंण में ही आयोजित क्यों नहीं किया जा सकता है.

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