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एम्स ऋषिकेश की ओपीडी बंद, टेलीमेडिसिन से होगा रजिस्ट्रेशन - ऋषिकेश एम्स में टेलीमेडिसिन से रजिस्ट्रेशन

कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए एम्स ऋषिकेश की ओपीडी को बंद कर दिया गया है. अब सिर्फ टेलीमेडिसिन के जरिए रजिस्ट्रेशन होगा.

Rishikesh AIIMS OPD Closed
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Published : Apr 19, 2021, 3:08 PM IST

Updated : Apr 19, 2021, 5:24 PM IST

ऋषिकेश: कोविड संक्रमण को देखते हुए एम्स ऋषिकेश ने ओपीडी सुविधाओं को बंद करने का निर्णय लिया है. अब सभी सामान्य मरीज टेलीमेडिसिन ओपीडी के माध्यम से देखे जाएंगे. इसके साथ ही कोविड मरीजों के उपचार के लिए एम्स अस्पताल प्रशासन ने 300 से अधिक बेड आरक्षित किए हैं. आवश्यकता पड़ने इनकी संख्या 500 तक की जाएगी.

कोरोना संक्रमण के चलते एम्स ऋषिकेश की ओपीडी बंद.

कोविड मरीजों की लगातार बढ़ रही संख्या को देखते हुए एम्स अस्पताल प्रशासन ने कुछ व्यवस्थाओं में बदलाव किया है. इन बदलावों में जनरल ओपीडी बंद कर अब टेलीमेडिसिन के माध्यम से मरीजों को परामर्श दिया जाना शामिल है. एम्स प्रशासन के डीन प्रोफेसर यूबी मिश्रा ने इसकी जानकारी दी है. उन्होंने बताया कि सामान्य स्तर के सभी मरीज अब टेलीमेडिसिन ओपीडी के माध्यम से देखे जाएंगे, जबकि इमरजेन्सी सुविधा निर्बाध रूप से 24 घंटे जारी रखी गयी है. उन्होंने कहा कि लोगों को चाहिए कि अनावश्यक परेशानी से बचने के लिए वह एम्स की टेलीमेडिसिन सुविधा का लाभ उठाएं.

एम्स ऋषिकेश निदेशक पद्मश्री प्रोफेसर रविकांत के निर्देशन में कोविड मरीजों के लिए 500 बेड आरक्षित करने का लक्ष्य रखा गया है. वर्तमान में एम्स में कोविड मरीजों के लिए 300 से अधिक बेड रिजर्व रखे गए हैं. इनमें 80 बेड आईसीयू सुविधा युक्त हैं. प्रो. मिश्रा ने बताया कि गंभीर किस्म के कोविड मरीजों के इलाज के लिए अस्पताल में 100 वेंटिलेटर उपलब्ध हैं. उन्होंने यह भी कहा कि कोविड मरीजों के लिए एम्स में एक आपातकालीन केंद्र बनाया गया है. इस केंद्र में कोविड मरीजों की जांच और उन्हें अस्पताल में भर्ती करने संबंधी प्रक्रियाएं की जाएंगी.

पढ़ें- जरूरी खबर: उत्तराखंड में अब शादी में केवल 100 लोग ही होंगे शामिल

कोरोना संक्रमण से आगाह करते हुए कम्यूनिटी और फैमिली मेडिसिन के असिस्टेन्ट प्रोफेसर डॉ. योगेश बहुरूपी ने बताया कि कोविड की दूसरी लहर पहली लहर से कई गुना अधिक घातक है. प्रत्येक व्यक्ति को इसकी गंभीरता समझनी होगी. केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा जारी गाइडलाइन का पालन करना होगा. इसके अलावा सभी को मास्क के साथ रहने की आदत भी डालनी होगी. कोविड से बचाव का पहला उपाय मास्क का इस्तेमाल ही है. उन्होंने कहा कि आपस में दो गज की दूरी बनाए रखने और वैक्सीन लगवाने से कोविड संक्रमण को काबू किया जा सकता है. डॉ. योगेश ने सलाह दी कि शरीर में किसी भी प्रकार के असामान्य लक्षण नजर आने पर बिना देरी के डॉक्टर से परामर्श लिया जाए.

एम्स ने जारी किए टेलिमेडिसिन नंबर

  • जनरल मेडिसिन- 7217014335
  • पल्मोनरी मेडिसिन- 7302893024
  • एकीकृत ब्रेस्ट केयर सेंटर- 8791335452
  • बर्न एवं प्लास्टिक सर्जरी- 8791237706
  • रेडियोथेरेपी- 7417970228
  • मेडिकल ओंकोलॉजी- 8865989205
  • क्लीनिकल हेमोटोलॉजी- 8865989235
  • यूरोलॉजी- 8126542780
  • मनोचिकित्सा- 9084976174
  • स्त्री रोग- 7060005851
  • दंत रोग- 9619181125

ऋषिकेश: कोविड संक्रमण को देखते हुए एम्स ऋषिकेश ने ओपीडी सुविधाओं को बंद करने का निर्णय लिया है. अब सभी सामान्य मरीज टेलीमेडिसिन ओपीडी के माध्यम से देखे जाएंगे. इसके साथ ही कोविड मरीजों के उपचार के लिए एम्स अस्पताल प्रशासन ने 300 से अधिक बेड आरक्षित किए हैं. आवश्यकता पड़ने इनकी संख्या 500 तक की जाएगी.

कोरोना संक्रमण के चलते एम्स ऋषिकेश की ओपीडी बंद.

कोविड मरीजों की लगातार बढ़ रही संख्या को देखते हुए एम्स अस्पताल प्रशासन ने कुछ व्यवस्थाओं में बदलाव किया है. इन बदलावों में जनरल ओपीडी बंद कर अब टेलीमेडिसिन के माध्यम से मरीजों को परामर्श दिया जाना शामिल है. एम्स प्रशासन के डीन प्रोफेसर यूबी मिश्रा ने इसकी जानकारी दी है. उन्होंने बताया कि सामान्य स्तर के सभी मरीज अब टेलीमेडिसिन ओपीडी के माध्यम से देखे जाएंगे, जबकि इमरजेन्सी सुविधा निर्बाध रूप से 24 घंटे जारी रखी गयी है. उन्होंने कहा कि लोगों को चाहिए कि अनावश्यक परेशानी से बचने के लिए वह एम्स की टेलीमेडिसिन सुविधा का लाभ उठाएं.

एम्स ऋषिकेश निदेशक पद्मश्री प्रोफेसर रविकांत के निर्देशन में कोविड मरीजों के लिए 500 बेड आरक्षित करने का लक्ष्य रखा गया है. वर्तमान में एम्स में कोविड मरीजों के लिए 300 से अधिक बेड रिजर्व रखे गए हैं. इनमें 80 बेड आईसीयू सुविधा युक्त हैं. प्रो. मिश्रा ने बताया कि गंभीर किस्म के कोविड मरीजों के इलाज के लिए अस्पताल में 100 वेंटिलेटर उपलब्ध हैं. उन्होंने यह भी कहा कि कोविड मरीजों के लिए एम्स में एक आपातकालीन केंद्र बनाया गया है. इस केंद्र में कोविड मरीजों की जांच और उन्हें अस्पताल में भर्ती करने संबंधी प्रक्रियाएं की जाएंगी.

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कोरोना संक्रमण से आगाह करते हुए कम्यूनिटी और फैमिली मेडिसिन के असिस्टेन्ट प्रोफेसर डॉ. योगेश बहुरूपी ने बताया कि कोविड की दूसरी लहर पहली लहर से कई गुना अधिक घातक है. प्रत्येक व्यक्ति को इसकी गंभीरता समझनी होगी. केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा जारी गाइडलाइन का पालन करना होगा. इसके अलावा सभी को मास्क के साथ रहने की आदत भी डालनी होगी. कोविड से बचाव का पहला उपाय मास्क का इस्तेमाल ही है. उन्होंने कहा कि आपस में दो गज की दूरी बनाए रखने और वैक्सीन लगवाने से कोविड संक्रमण को काबू किया जा सकता है. डॉ. योगेश ने सलाह दी कि शरीर में किसी भी प्रकार के असामान्य लक्षण नजर आने पर बिना देरी के डॉक्टर से परामर्श लिया जाए.

एम्स ने जारी किए टेलिमेडिसिन नंबर

  • जनरल मेडिसिन- 7217014335
  • पल्मोनरी मेडिसिन- 7302893024
  • एकीकृत ब्रेस्ट केयर सेंटर- 8791335452
  • बर्न एवं प्लास्टिक सर्जरी- 8791237706
  • रेडियोथेरेपी- 7417970228
  • मेडिकल ओंकोलॉजी- 8865989205
  • क्लीनिकल हेमोटोलॉजी- 8865989235
  • यूरोलॉजी- 8126542780
  • मनोचिकित्सा- 9084976174
  • स्त्री रोग- 7060005851
  • दंत रोग- 9619181125
Last Updated : Apr 19, 2021, 5:24 PM IST
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