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IDPL में बने अस्पताल में निशुल्क भर्ती होंगे कोविड मरीज, 'रैबार डेस्क' से मिलेगी जानकारी - Rishikesh Patients Admission Free

एम्स ऋषिकेश द्वारा संचालित 500 बेड के राइफलमैन जसवंत सिंह रावत एमवीसी कोविड केयर सेंटर में भर्ती के लिए मरीज से कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा. भर्ती की सभी प्रक्रियाएं आईडीपीएल स्थित कोविड केयर सेंटर अस्पताल में ही संपन्न होंगी.

Rishikesh Patients Admission Free
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Published : May 27, 2021, 10:04 PM IST

Updated : May 28, 2021, 3:21 PM IST

ऋषिकेश: आईडीपीएल में डीआरडीओ और एम्स ऋषिकेश द्वारा तैयार किए गए राइफलमैन जसवंत सिंह रावत कोविड केयर सेंटर में मध्यम लक्षण वाले कोविड मरीज ही भर्ती किए जाएंगे. भर्ती की सभी प्रक्रियाएं अस्पताल के इमरजेंसी विभाग से संचालित होंगी. कोविड केयर सेंटर में मरीजों का एडमिशन निःशुल्क रखा गया है.

मरीजों को नहीं देना होगा एडमिशन चार्ज.

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, एम्स ऋषिकेश द्वारा संचालित 500 बेड के राइफलमैन जसवंत सिंह रावत एमवीसी कोविड केयर सेंटर में भर्ती के लिए मरीज से कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा. भर्ती की सभी प्रक्रियाएं आईडीपीएल स्थित कोविड केयर सेंटर अस्पताल में ही संपन्न होंगी. इसके अलावा इस अस्पताल में प्रत्येक दिवस पर 24 घंटे इमरजेंसी चिकित्सा सुविधाएं भी उपलब्ध रहेंगी. खास बात यह है कि यहां अलग से एडमिशन काउंटर नहीं बनाया गया है. इसके लिए मरीज को सीधे अस्पताल के इमरजेंसी विभाग में आना होगा, जहां दाखिले की तमाम प्रक्रियाएं संपन्न कराई जाएंगी.

गौर हो, कोविड मरीजों के उपचार के लिए भारत सरकार और राज्य सरकार के समन्वय से आईडीपीएल में 500 बेड का अस्पताल बनाया गया है. बीते दिन सूबे के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत द्वारा इस अस्पताल का उद्घाटन किया था, जिसके बाद यहां कोविड मरीजों को भर्ती की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है.

पढ़ें- प्रदेश में ब्लैक फंगस के इंजेक्शन की शॉर्टेज, भटक रहे तीमारदार

कोविड केयर सेंटर के प्रभारी और एम्स के ट्रॉमा सर्जन डॉ. मधुर उनियाल ने बताया कि इस सेंटर में 100-100 ऑक्सीजन बेडों के 4 वॉर्ड बनाए गए हैं. सभी वार्डों में केंद्रीयकृत ऑक्सीजन सप्लाई की व्यवस्था है. उन्होंने बताया कि आईडीपीएल स्थित कोविड केयर सेंटर में मध्यम लक्षण वाले कोविड मरीजों का उपचार किया जाना है, जबकि कोविड ग्रसित गंभीर रोगियों के समुचित इलाज हेतु उन्हें एम्बुलेंस के माध्यम से एम्स ऋषिकेश पहुंचाया जाएगा. ऐसे गंभीर रोगियों के लिए एम्स में 100 आईसीयू बेड की सुविधा उपलब्ध कराई गई है. इसके अलावा इस सेंटर में कोविड पॉजिटिव बच्चों और ब्लैक फंगस रोगियों को भर्ती करने की सुविधा भी होगी. इलाज हेतु भर्ती होने वाले मरीजों के एक्स-रे एवं ईसीजी आदि परीक्षण भी निशुल्क रखे गए हैं.

'रैबार डेस्क' से मिलेगी मरीज के स्वास्थ्य की जानकारी

राइफलमैन जसवंत सिंह रावत कोविड केयर सेंटर में भर्ती होने वाले मरीजों के स्वास्थ्य की जानकारी के लिए यहां 'रैबार डेस्क' स्थापित की गई है. 'रैबार' शब्द गढ़वाली भाषा से लिया गया है, जिसका अर्थ संदेश देना होता है. यह डेस्क इस सेंटर के प्रवेशद्वार में स्थापित की गई है. प्रभारी डॉ. मधुर उनियाल ने इस बाबत बताया कि रैबार डेस्क में मौजूद तीमारदार को अस्पताल के चिकित्सक लैंडलाइन टेलीफोन के माध्यम से संबंधित मरीज के स्वास्थ्य की जानकारी उपलब्ध कराएंगे. शुरुआत में इस सुविधा का समय शाम 6 से 8 बजे तक रखा गया है. मरीजों की संख्या बढ़ने पर इस समयावधि को और बढ़ाया जा सकता है.

ऋषिकेश: आईडीपीएल में डीआरडीओ और एम्स ऋषिकेश द्वारा तैयार किए गए राइफलमैन जसवंत सिंह रावत कोविड केयर सेंटर में मध्यम लक्षण वाले कोविड मरीज ही भर्ती किए जाएंगे. भर्ती की सभी प्रक्रियाएं अस्पताल के इमरजेंसी विभाग से संचालित होंगी. कोविड केयर सेंटर में मरीजों का एडमिशन निःशुल्क रखा गया है.

मरीजों को नहीं देना होगा एडमिशन चार्ज.

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, एम्स ऋषिकेश द्वारा संचालित 500 बेड के राइफलमैन जसवंत सिंह रावत एमवीसी कोविड केयर सेंटर में भर्ती के लिए मरीज से कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा. भर्ती की सभी प्रक्रियाएं आईडीपीएल स्थित कोविड केयर सेंटर अस्पताल में ही संपन्न होंगी. इसके अलावा इस अस्पताल में प्रत्येक दिवस पर 24 घंटे इमरजेंसी चिकित्सा सुविधाएं भी उपलब्ध रहेंगी. खास बात यह है कि यहां अलग से एडमिशन काउंटर नहीं बनाया गया है. इसके लिए मरीज को सीधे अस्पताल के इमरजेंसी विभाग में आना होगा, जहां दाखिले की तमाम प्रक्रियाएं संपन्न कराई जाएंगी.

गौर हो, कोविड मरीजों के उपचार के लिए भारत सरकार और राज्य सरकार के समन्वय से आईडीपीएल में 500 बेड का अस्पताल बनाया गया है. बीते दिन सूबे के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत द्वारा इस अस्पताल का उद्घाटन किया था, जिसके बाद यहां कोविड मरीजों को भर्ती की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है.

पढ़ें- प्रदेश में ब्लैक फंगस के इंजेक्शन की शॉर्टेज, भटक रहे तीमारदार

कोविड केयर सेंटर के प्रभारी और एम्स के ट्रॉमा सर्जन डॉ. मधुर उनियाल ने बताया कि इस सेंटर में 100-100 ऑक्सीजन बेडों के 4 वॉर्ड बनाए गए हैं. सभी वार्डों में केंद्रीयकृत ऑक्सीजन सप्लाई की व्यवस्था है. उन्होंने बताया कि आईडीपीएल स्थित कोविड केयर सेंटर में मध्यम लक्षण वाले कोविड मरीजों का उपचार किया जाना है, जबकि कोविड ग्रसित गंभीर रोगियों के समुचित इलाज हेतु उन्हें एम्बुलेंस के माध्यम से एम्स ऋषिकेश पहुंचाया जाएगा. ऐसे गंभीर रोगियों के लिए एम्स में 100 आईसीयू बेड की सुविधा उपलब्ध कराई गई है. इसके अलावा इस सेंटर में कोविड पॉजिटिव बच्चों और ब्लैक फंगस रोगियों को भर्ती करने की सुविधा भी होगी. इलाज हेतु भर्ती होने वाले मरीजों के एक्स-रे एवं ईसीजी आदि परीक्षण भी निशुल्क रखे गए हैं.

'रैबार डेस्क' से मिलेगी मरीज के स्वास्थ्य की जानकारी

राइफलमैन जसवंत सिंह रावत कोविड केयर सेंटर में भर्ती होने वाले मरीजों के स्वास्थ्य की जानकारी के लिए यहां 'रैबार डेस्क' स्थापित की गई है. 'रैबार' शब्द गढ़वाली भाषा से लिया गया है, जिसका अर्थ संदेश देना होता है. यह डेस्क इस सेंटर के प्रवेशद्वार में स्थापित की गई है. प्रभारी डॉ. मधुर उनियाल ने इस बाबत बताया कि रैबार डेस्क में मौजूद तीमारदार को अस्पताल के चिकित्सक लैंडलाइन टेलीफोन के माध्यम से संबंधित मरीज के स्वास्थ्य की जानकारी उपलब्ध कराएंगे. शुरुआत में इस सुविधा का समय शाम 6 से 8 बजे तक रखा गया है. मरीजों की संख्या बढ़ने पर इस समयावधि को और बढ़ाया जा सकता है.

Last Updated : May 28, 2021, 3:21 PM IST
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