देहरादून: सीएम धामी के सख्त निर्देश के बाद उत्तराखंड में अवैध धार्मिक निर्माणों के खिलाफ कार्रवाई बदस्तूर जारी है. इस कड़ी में न केवल देहरादून, उधम सिंह नगर और हरिद्वार जैसे मैदानी जिलों में बनाई गई मजारों पर कार्रवाई हो रही है.वहीं बदरीनाथ वन प्रभाग में बनी कई मजारों को भी ध्वस्त कर दिया गया. इस तरह अब तक राज्य में अवैध रूप से बनाई गई 388 मजारों को हटाया जा चुका है.
प्रदेश में लैंड जिहाद को लेकर शिकायतें सामने आने के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेशभर से अवैध धार्मिक निर्माण हटाए जाने के निर्देश दिए थे. जिसका असर राज्य भर के वन प्रभावों में दिखाई दे रहा है, न केवल मैदानी जिलों बल्कि पर्वतीय क्षेत्रों और तमाम बड़े धार्मिक स्थलों के आसपास भी अवैध धार्मिक निर्माण हटाये जा रहे हैं. इस कड़ी में बीते दिन बदरीनाथ वन प्रभाग क्षेत्र में भी कई मजारों को हटाने की कार्रवाई की गई है. आपको जानकर हैरानी होगी कि बदरीनाथ वन प्रभाग में वन भूमि पर 125 हेक्टेयर भूमि पर अवैध धार्मिक निर्माण किया गया था, जिसे हटाने की कार्रवाई की गई है.
पढ़ें-कॉर्बेट के ढेला रेंज में मजार और मंदिर पर चला 'पीला पंजा', कब्जा मुक्त हुई सरकारी जमीन
उधर दूसरी तरफ कॉर्बेट टाइगर रिजर्व जैसे संवेदनशील क्षेत्रों में भी दर्जनों मजारों की बात सामने आने के बाद उन पर कार्रवाई की गई है. इसको लेकर इससे पहले मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी अधिकारियों को कड़े शब्दों में नियमानुसार कार्रवाई करने के निर्देश दे चुके हैं. जिसके बाद नोडल अफसर डॉक्टर पराग मधुकर धकाते के नेतृत्व में यह कार्रवाई की जा रही है. राज्य में अब तक 388 मजारों को हटाया गया है. इसके साथ ही 41 मंदिर ऐसे हैं जिन्हें वन भूमि से हटाने की कार्रवाई की गई है.