देहरादून: उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग पेपर लीक मामले (UKSSSC paper leak) में उत्तराखंड एसटीएफ ने उत्तराखंड सचिवालय के एक और अधिकारी अपर निजी सचिव सूर्य प्रताप न्याय विभाग को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तारी के बाद अपर निजी सचिव सूर्य को उत्तराखंड एसटीएफ द्वारा कोर्ट में पेश किया जा रहा है. वहीं, इस मामले में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का कहना है कि उत्तराखंड एसटीएफ लगातार आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई कर ही है. अबतक 16 लोगों की इस मामले में गिरफ्तारी की जा चुकी है, दोषियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा.
उत्तराखंड एसटीएफ के मुताबिक, उत्तराखंड सचिवालय में तैनात अपर निजी सचिव सूर्य प्रताप के खिलाफ उन्हें कुछ पुख्ता सबूत मिले थे. इसी के आधार पर अपर निजी सचिव सूर्य प्रताप को गिरफ्तार किया गया है. अपर निजी सचिव सूर्य प्रताप उत्तराखंड सचिवालय में न्याय विभाग में तैनात है. सूर्य प्रताप मूल रूप से उधमसिंह नगर जिले के जसपुर थाना क्षेत्र के निवाड़ गांव का रहना वाला है. उत्तराखंड एसटीएफ के मुताबिक, सबूतों के साथ ही अपर निजी सचिव सूर्य प्रताप को कोर्ट में पेश किया जा रहा है.
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वहीं, दो दिन पहले ही उत्तराखंड एसटीएफ ने सचिवालय में लोक निर्माण एवं वन विभाग में तैनात निजी सचिव गौरव चौहान को गिरफ्तार किया था, जो इस केस की 15वीं गिरफ्तारी थी. इससे पहले 14 आरोपियों से हुए पूछताछ और मिल सबूतों के आधार पर ही उत्तराखंड एसटीएफ ने गौरव चौहान को पूछताछ के लिए बुलाया था, जिसके बाद उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया गया. बता दें कि अभीतक इस मामले में 2 अपर निजी सचिव समेत 16 लोगों को गिरफ्तारी हो चुकी है. इसमें दो पुलिस के जवान हैं. इसके अलावा दो आरोपी नैनीताल जिले में अलग-अलग कोर्ट ने कनिष्ठ सहायक के पद पर तैनात हैं.
एसटीएफ पूछताछ के बाद और पुख्ता साक्ष्यों के आधार पर मुख्य अभियुक्त मनोज जोशी (कोर्ट कर्मचारी) और गिरफ्तार निजी सचिव गौरव चौहान और गिरफ्तार अभियुक्त तुषार चौहान के माध्यम से दो अन्य अभ्यर्थियों को पेपर लीक कराने की बात विवेचना में पुष्टि हुई है. अभियुक्त द्वारा दो अभ्यर्थियों से 18-18 लाख में पेपर का सौदा तय किया गया था, जिसमें 3-3 लाख परीक्षा से पूर्व और 15-15 लाख परीक्षा के बाद तय हुए थे, जिसकी लेनदेन जसपुर स्थित आवास पर हुई थी.
गौरतलब हो कि, उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने साल 2021 में ग्रेजुएट लेवल की परीक्षा आयोजित कराई थी, जिसका रिजल्ट भी घोषित हो चुका है. अभी अभ्यर्थियों के प्रमाण पत्र सत्यापन की प्रक्रिया चल रही थी. तभी ये UKSSSC पेपर लीक होने का मामला सामने आ गया. इस मामले की जांच उत्तराखंड एसटीएफ को सौंपी गई.
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इस खेल में शामिल अभ्यर्थियों की भी होगी गिरफ्तारी: उत्तराखंड एसटीएफ के टारगेट पर अब वो अभ्यर्थी हैं, जिन्होंने घपला करके परीक्षा दी है. ऐसे करीब 50 अभ्यर्थियों की उत्तराखंड एसटीएफ पहचान कर चुकी है, जिन्हें जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा. जांच में अभीतक जो सामने आया है, उसके हिसाब से मनोज जोशी और तुषार चौहान ने दोनों अभ्यर्थियों को ये पेपर 15-15 लाख रुपए में बेचा था. एडवांस के तौर पर दोनों से 6 लाख रुपए लिए थे. बाकी के 24 लाख रुपए रिजल्ट आने के बाद लिए गए थे.