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दून में प्राइवेट लैब पर कसा शिकंजा, गलत कोरोना रिपोर्ट देने पर होगी कार्रवाई - giving wrong investigation report of Corona in Dehradun

मुख्य सचिव ओम प्रकाश ने देहरादून जिला प्रशासन को गलत रिपोर्ट देने पर प्राइवेट लैब के खिलाफ कार्रवाई करने का आदेश दिया है.

Corona Virus in Uttarakhand
प्राइवेट लैब पर कसा शिकंजा
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Published : Sep 19, 2020, 4:46 PM IST

देहरादून: मुख्य सचिव ओम प्रकाश ने सचिवालय में कोविड-19 पर प्रभावी नियंत्रण के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सभी जिलाधिकारियों एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की. इस दौरान मुख्य सचिव ने अधिकारियों को होम क्वारंटाइन का सख्ती से पालन कराने एवं समय पर लोगों को होम आइसोलेशन किट उपलब्ध कराने का निर्देश दिया.

मुख्य सचिव ने कहा कि सोमवार से राज्य में आने वाले लोगों को बॉर्डर पर कुछ रियायतें दी जाएंगी. इसके साथ ही त्योहारों पर अस्पतालों ऑक्सीजन बेड, आईसीयू और वेंटिलेटर की पर्याप्त संख्या उपलब्ध कराने और पैरामेडिकल स्टाफ की संख्या बढ़ाए रखने का आदेश दिया है. ताकि किसी भी इमरजेंसी के समय मरीज को तत्काल स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध हो सकें.

वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में मुख्य सचिव ओम प्रकाश ने कहा कि देहरादून में लोगों से शिकायतें मिल रही हैं कि कुछ प्राइवेट लैब में टेस्ट कराने पर रिपोर्ट पॉजिटिव आ रही है. जबकि सरकारी अस्पताल में उसी व्यक्ति की रिपोर्ट नेगेटिव आ रही है. यह भी शिकायतें आ रही हैं कि देहरादून के प्राइवेट लैबों से लगभग 50 प्रतिशत लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आ रही है.

ये भी पढ़ें: तिब्बत के साथ कैसा रहा चीन का सलूक, सुनें शरणार्थियों की जुबानी

जिलाधिकारी देहरादून को निर्देश दिए हैं कि जिन लोगों के प्राइवेट लेब में टेस्ट पॉजिटिव आए हैं. उनमें से कुछ लोगों की सरकारी अस्पतालों में टेस्टिंग की जाए. यदि किसी प्राइवेट लैब द्वारा गलत रिपोर्ट दी जा रही है, तो उन पर सख्त कार्रवाई की जाए. उन्होंने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि यदि कोई गर्भवती महिला कोविड पॉजिटिव आ रही हैं तो उनके स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखा जाए.

उन्होंने कहा कि नर्सिंग स्टाफ की संख्या को बढ़ाने के लिए नर्सिग कॉलेज के फाइनल इयर के बच्चों को हायर किया जाए. एनएचएम के मानकों के हिसाब से उन्हें वेतन दिया जाय. सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने वालों और मास्क का प्रयोग न करने वालों पर लगातार कार्रवाई की जाए.

इस दौरान सचिव स्वास्थ्य अमित नेगी ने कहा कि सभी जनपदों में कोविड कंट्रोल रूम में सुपरविजन के लिए वरिष्ठ अधिकारी को रखा जाए. 24 घंटे कार्मिकों की ड्यूटी हो, लोगों की समस्याओं का शीघ्र निदान किया जाए. कोविड केयर सेंटर, होम आइसोलेशन और अन्य स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए एम्बुलेंस की अलग-अलग व्यवस्था की जाए. कोविड केयर सेंटर में दिन में दो बार स्वास्थ्य परीक्षण जरूर करवाएं. सभी कोविड सेंटरों में सीसीटीवी कैमरे की व्यवस्था की जा रही है. ट्रू-नेट मशीन से सैंपलिंग बढ़ाई जाएगी.

देहरादून: मुख्य सचिव ओम प्रकाश ने सचिवालय में कोविड-19 पर प्रभावी नियंत्रण के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सभी जिलाधिकारियों एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की. इस दौरान मुख्य सचिव ने अधिकारियों को होम क्वारंटाइन का सख्ती से पालन कराने एवं समय पर लोगों को होम आइसोलेशन किट उपलब्ध कराने का निर्देश दिया.

मुख्य सचिव ने कहा कि सोमवार से राज्य में आने वाले लोगों को बॉर्डर पर कुछ रियायतें दी जाएंगी. इसके साथ ही त्योहारों पर अस्पतालों ऑक्सीजन बेड, आईसीयू और वेंटिलेटर की पर्याप्त संख्या उपलब्ध कराने और पैरामेडिकल स्टाफ की संख्या बढ़ाए रखने का आदेश दिया है. ताकि किसी भी इमरजेंसी के समय मरीज को तत्काल स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध हो सकें.

वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में मुख्य सचिव ओम प्रकाश ने कहा कि देहरादून में लोगों से शिकायतें मिल रही हैं कि कुछ प्राइवेट लैब में टेस्ट कराने पर रिपोर्ट पॉजिटिव आ रही है. जबकि सरकारी अस्पताल में उसी व्यक्ति की रिपोर्ट नेगेटिव आ रही है. यह भी शिकायतें आ रही हैं कि देहरादून के प्राइवेट लैबों से लगभग 50 प्रतिशत लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आ रही है.

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जिलाधिकारी देहरादून को निर्देश दिए हैं कि जिन लोगों के प्राइवेट लेब में टेस्ट पॉजिटिव आए हैं. उनमें से कुछ लोगों की सरकारी अस्पतालों में टेस्टिंग की जाए. यदि किसी प्राइवेट लैब द्वारा गलत रिपोर्ट दी जा रही है, तो उन पर सख्त कार्रवाई की जाए. उन्होंने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि यदि कोई गर्भवती महिला कोविड पॉजिटिव आ रही हैं तो उनके स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखा जाए.

उन्होंने कहा कि नर्सिंग स्टाफ की संख्या को बढ़ाने के लिए नर्सिग कॉलेज के फाइनल इयर के बच्चों को हायर किया जाए. एनएचएम के मानकों के हिसाब से उन्हें वेतन दिया जाय. सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने वालों और मास्क का प्रयोग न करने वालों पर लगातार कार्रवाई की जाए.

इस दौरान सचिव स्वास्थ्य अमित नेगी ने कहा कि सभी जनपदों में कोविड कंट्रोल रूम में सुपरविजन के लिए वरिष्ठ अधिकारी को रखा जाए. 24 घंटे कार्मिकों की ड्यूटी हो, लोगों की समस्याओं का शीघ्र निदान किया जाए. कोविड केयर सेंटर, होम आइसोलेशन और अन्य स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए एम्बुलेंस की अलग-अलग व्यवस्था की जाए. कोविड केयर सेंटर में दिन में दो बार स्वास्थ्य परीक्षण जरूर करवाएं. सभी कोविड सेंटरों में सीसीटीवी कैमरे की व्यवस्था की जा रही है. ट्रू-नेट मशीन से सैंपलिंग बढ़ाई जाएगी.

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