देहरादून: उत्तराखंड परिवहन निगम ने भ्रष्टाचार पर नकेल कसने के लिए कुछ कदम उठाए थे, जिनका असर होता दिख रहा है. सोमवार को परिवहन निगम की टीम ने देहरादून ग्रामीण डिपो की एक बस की चेकिंग की तो उसमें दो यात्री बेटिकट पाए गए. जिसके बाद टीम ने परिचालक पर कार्रवाई करते हुए उसका ट्रांसफर पिथौरागढ़ कर दिया है.
उत्तराखंड परिवहन निगम के महाप्रबंधक संचालन दीपक जैन ने बताया कि तीन दिन पहले आईएसबीटी देहरादून से एक ग्रामीण डिपो की बस कानपुर जा रही थी. रास्ते में बस की चेकिंग की गई. जिस दौरान बस में 2 यात्री बिना टिकट के पाये गए थे. यही नहीं बस में जो सामान रखा गया था उसकी बुकिंग भी नहीं की गई थी. जिसे देखते हुए प्रबंधन ने परिचालक बाल कृष्णा के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उसका पिथौरागढ़ ट्रांसफर कर दिया है.
पढ़ें- राजकीय इंटर कॉलेज जोशीमठ में छात्र-टीचर की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव
इसके साथ ही इस परिचालक और अन्य परिचालकों को सख्त निर्देश दिया गया है कि यदि भविष्य में कोई कंडक्टर इस तरह का भ्रष्टाचार करते हुए पकड़ा जाता है, तो ना सिर्फ उसकी नौकरी समाप्त की जा सकती है बल्कि उस कंडक्टर पर मुकदमा भी दर्ज कराया जाएगा. बता दें कि हाल ही में ऐसे कंडक्टरों पर कार्रवाई को लेकर निगम ने कुछ नए नियम बनाए थे. जिसके तहत बसों की चेकिंग के लिए 8 घंटे की शिफ्ट में 24 घंटे चेकिंग की व्यवस्था की है.