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CM धामी के PRO के वायरल पत्र को लेकर बवाल, AAP ने सरकार को बताया खनन प्रेमी

उत्तराखंड सीएम पुष्कर सिंह धामी के जनसंपर्क अधिकारी के वायरल पत्र को लेकर आम आदमी पार्टी ने सरकार पर निशाना साधा है. आप प्रदेश प्रवक्ता ने धामी सरकार को खनन प्रेमी बताया है.

AAP told dhami government to be mining lover
AAP ने सरकार को बताया खनन प्रेमी
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Published : Dec 11, 2021, 5:08 PM IST

Updated : Dec 11, 2021, 5:59 PM IST

देहरादून: मुख्यमंत्री कार्यालय (Chief Minister Office) के अधिकारी द्वारा भेजा गया एक पत्र सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. यह पत्र अधिकारी ने बागेश्वर एसपी को लिखा है, जिसमें उसने खड़िया से भरे तीन ट्रकों को छोड़ने के लिए कहा है. जिसके बाद से विपक्षी दल सरकार पर निशाना साधने में लगे हैं.

AAP ने सरकार को बताया खनन प्रेमी

आम आदमी पार्टी ने भी इस पत्र को लेकर धामी सरकार पर निशाना (Target on Dhami government) साधा. आप प्रदेश प्रवक्ता नवीन पिरशाली ने खनन वाहनों को छुड़ाने के लिए मुख्यमंत्री के जनसंपर्क अधिकारी के पत्र को लेकर सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने कहा मुख्यमंत्री के आदेशों के हवाले से सिद्ध हो गया है कि सीएम पुष्कर सिंह धामी (CM Pushkar Singh Dhami) खनन प्रेमियों को बचाने के लिए पुलिस के कामों में हस्तक्षेप कर रहे हैं. सरकार का खनन प्रेम इस चिट्ठी के माध्यम से सामने आया है.

ये भी पढ़ें: सीएम धामी के PRO का लेटर वायरल, CM ने किया बर्खास्त, जांच के आदेश

उन्होंने कहा उत्तराखंड की जनता मुख्यमंत्री से शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली और सड़क पर किए जा रहे कार्यों को लेकर सवाल पूछ रही है, लेकिन मुख्यमंत्री इनकी बजाए बढ़ते हुए खनन के ओवरलोडेड ट्रकों को छुड़वाने में व्यस्त हैं. मुख्यमंत्री कार्यालय से मौखिक आदेश देकर अपना खनन प्रेम दर्शाने में बिजी हैं. बड़ा सवाल यह उठता है कि क्या ये एक ऐसी गैरकानूनी चिट्ठी नहीं है, जो कानूनी प्रक्रिया को बाधित करती है.

ये भी पढ़ें: धामी सरकार पर नौकरशाही भारी, निर्णय के बावजूद शासनादेश में कोताही, जिम्मेदार कौन?

आप प्रवक्ता ने कहा यह सरकार खनन माफियाओं को संरक्षित कर रही है. क्योंकि यह पत्र कोई सामान्य पत्र नहीं है और यह घटना, कोई सामान्य घटना नहीं है, बल्कि संगीन अपराध है. जिसका संज्ञान लिया जाना जरूरी है. आप का कहना है कि अभी लेटर जनता की अदालत में जाएगा और यहां की जनता इसका इंसाफ करेगी. जब धामी को मुख्यमंत्री बनाया गया था, तब जनता के बीच यह सवाल उठ रहा था कि आखिर मुख्यमंत्री धामी में ऐसी कौन सी योग्यता है, जिसके आधार पर उनको मुख्यमंत्री बनाया जा रहा है. ऐसे में उनकी माफियाओं को बचाने की योग्यता अब सामने आ गई है.

दरअसल, सोशल मीडिया पर जो पत्र वायरल हो रहा है, उसमें प्रेषक का नाम नंदन सिंह बिष्ट (pushkar dhami public relations officer nandan singh) लिखा गया है. मुख्यमंत्री धामी के जनसंपर्क अधिकारी के लेटरहेड पर जारी इस पत्र (pushkar dhami pro letter viral) में लिखा गया है कि 'मुख्यमंत्री जी के मौखिक निर्देशानुसार मुझे यह कहने का निर्देश हुआ है कि दिनांक 29.11.2021 को बागेश्वर यातायात पुलिस, बागेश्वर द्वारा किये गए वाहन संख्या यूके 02 सीए 0238, यूके 02 सीए 1238 और यूके 04 सीए 5907 के चालान को निरस्त करने का कष्ट करें.'

देहरादून: मुख्यमंत्री कार्यालय (Chief Minister Office) के अधिकारी द्वारा भेजा गया एक पत्र सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. यह पत्र अधिकारी ने बागेश्वर एसपी को लिखा है, जिसमें उसने खड़िया से भरे तीन ट्रकों को छोड़ने के लिए कहा है. जिसके बाद से विपक्षी दल सरकार पर निशाना साधने में लगे हैं.

AAP ने सरकार को बताया खनन प्रेमी

आम आदमी पार्टी ने भी इस पत्र को लेकर धामी सरकार पर निशाना (Target on Dhami government) साधा. आप प्रदेश प्रवक्ता नवीन पिरशाली ने खनन वाहनों को छुड़ाने के लिए मुख्यमंत्री के जनसंपर्क अधिकारी के पत्र को लेकर सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने कहा मुख्यमंत्री के आदेशों के हवाले से सिद्ध हो गया है कि सीएम पुष्कर सिंह धामी (CM Pushkar Singh Dhami) खनन प्रेमियों को बचाने के लिए पुलिस के कामों में हस्तक्षेप कर रहे हैं. सरकार का खनन प्रेम इस चिट्ठी के माध्यम से सामने आया है.

ये भी पढ़ें: सीएम धामी के PRO का लेटर वायरल, CM ने किया बर्खास्त, जांच के आदेश

उन्होंने कहा उत्तराखंड की जनता मुख्यमंत्री से शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली और सड़क पर किए जा रहे कार्यों को लेकर सवाल पूछ रही है, लेकिन मुख्यमंत्री इनकी बजाए बढ़ते हुए खनन के ओवरलोडेड ट्रकों को छुड़वाने में व्यस्त हैं. मुख्यमंत्री कार्यालय से मौखिक आदेश देकर अपना खनन प्रेम दर्शाने में बिजी हैं. बड़ा सवाल यह उठता है कि क्या ये एक ऐसी गैरकानूनी चिट्ठी नहीं है, जो कानूनी प्रक्रिया को बाधित करती है.

ये भी पढ़ें: धामी सरकार पर नौकरशाही भारी, निर्णय के बावजूद शासनादेश में कोताही, जिम्मेदार कौन?

आप प्रवक्ता ने कहा यह सरकार खनन माफियाओं को संरक्षित कर रही है. क्योंकि यह पत्र कोई सामान्य पत्र नहीं है और यह घटना, कोई सामान्य घटना नहीं है, बल्कि संगीन अपराध है. जिसका संज्ञान लिया जाना जरूरी है. आप का कहना है कि अभी लेटर जनता की अदालत में जाएगा और यहां की जनता इसका इंसाफ करेगी. जब धामी को मुख्यमंत्री बनाया गया था, तब जनता के बीच यह सवाल उठ रहा था कि आखिर मुख्यमंत्री धामी में ऐसी कौन सी योग्यता है, जिसके आधार पर उनको मुख्यमंत्री बनाया जा रहा है. ऐसे में उनकी माफियाओं को बचाने की योग्यता अब सामने आ गई है.

दरअसल, सोशल मीडिया पर जो पत्र वायरल हो रहा है, उसमें प्रेषक का नाम नंदन सिंह बिष्ट (pushkar dhami public relations officer nandan singh) लिखा गया है. मुख्यमंत्री धामी के जनसंपर्क अधिकारी के लेटरहेड पर जारी इस पत्र (pushkar dhami pro letter viral) में लिखा गया है कि 'मुख्यमंत्री जी के मौखिक निर्देशानुसार मुझे यह कहने का निर्देश हुआ है कि दिनांक 29.11.2021 को बागेश्वर यातायात पुलिस, बागेश्वर द्वारा किये गए वाहन संख्या यूके 02 सीए 0238, यूके 02 सीए 1238 और यूके 04 सीए 5907 के चालान को निरस्त करने का कष्ट करें.'

Last Updated : Dec 11, 2021, 5:59 PM IST

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