देहरादून: उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 (uttarakhand assembly election 2022) से पहले हरीश रावत के एक ट्वीट (Harish Rawat tweet) ने प्रदेश राजनीति में हलचल मचा दी है. हरीश रावत ने अपने दर्द बयां करते हुए अप्रत्यक्ष रूप से कांग्रेस हाईकमान पर उंगली उठाई है. वहीं हरीश रावत ने इस ट्वीट ने बीजेपी और आम आदमी पार्टी (आप) (AAP and BJP reaction on Congress) को कांग्रेस पर निशाना साधने का मौका दे दिया है.
उत्तराखंड में कांग्रेस लगातार अपने आप को एकजुट दिखाने की कोशिश कर रही है. वहीं हरीश रावत के ट्वीट से यह साफ हो गया है कि पार्टी में सब कुछ सही नहीं चल रहा है. पार्टी के अंदर गुटबाजी चरम पर है. हरीश रावत के ट्वीट को लेकर अन्य राजनीतियों पार्टियों ने नेताओं के भी बयान आने लगे हैं.
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भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने भी कांग्रेस पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि वैसे तो यह कांग्रेस का अंदरूनी मामला है और इसमें बीजेपी का कोई लेना-देना नहीं है, लेकिन वह फिर भी यह कहना चाहते हैं कि बीते 5 साल में कांग्रेस के 11 विधायक थे, जिनके 10 ग्रुप हुआ करते थे. विपक्ष का दायित्व जनता की आवाज उठाना होता है, लेकिन इस दिशा में भी कांग्रेस नदारत रही है.
उन्होंने कहा कि बीते 5 सालों में विपक्ष के रूप में कांग्रेस की भूमिका नगण्य रही है. कांग्रेस में केवल नेतृत्व और नेता कौन बनेगा इसकी लड़ाई लगातार जारी है, जबकि कांग्रेस को जनता की भावनाओं से कोई सरोकार नहीं है.
इधर आम आदमी पार्टी (आप) ने कांग्रेस पर निशाना साधा है. आप की सह मीडिया प्रभारी उमा सिसोदिया ने कहा कि हरीश रावत के ट्वीट से पता चलता है कि उत्तराखंड में कांग्रेस किसी स्थिति में है. हरीश रावत कांग्रेस की चुनाव संचालन समिति के अध्यक्ष हैं, ऐसे में उनका ये कहना कि चुनाव एक बड़ा मुद्दा है और संगठन उनका साथ नहीं दे रहा है, इससे प्रतीत होता है कि कांग्रेस संगठन एक तरफ चल रहा है जबकि हरीश रावत दूसरी तरफ चल रहे हैं. आम आदमी पार्टी बार-बार यह कहती आ रही है कि कांग्रेस एक डूबता जहाज है, जिस पर हरीश रावत ने आज अपनी मुहर लगा दी है.