देहरादून: गेम खेलने के लिए मोबाइल न देना 10वीं के छात्र को इतना नागवार गुजरा कि उसने अपनी जीवनलीला समाप्त कर दी. उधर, जिगर के टुकड़े की मौत से परिवार में कोहराम है. मृतक के परिजनों ने जिलाधिकारी से पोस्टमार्टम न कराए जाने के संबंध में आवेदन किया. जिसके बाद शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया गया है.
मामला नेहरु कॉलोनी थाना क्षेत्र के डिफेन्स कॉलोनी का है. मिली जानकारी के अनुसार, रेलवे फाटक के पास डिफेंस कॉलोनी निवासी 15 वर्षीय अश्मित यादव डीएवी स्कूल में 10वीं क्लास में पढ़ता था. शनिवार रात अश्मित मोबाइल पर गेम खेल रहा था. परिजनों द्वारा अश्मित को मोबाइल से गेम खेलने के लिए मना किया और काफी समझाया.
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उसके बाद अश्मित अपने कमरे में सोने चला गया. आज सुबह जब अश्मित का कमरा नहीं खुला तो परिजनों को शक हुआ. वे कमरे के अंदर पहुंचे तो अंदर का नजारा देखकर उनके होश उड़ गये. अंदर अश्मित का शव पंखे से लटक रहा था. बेटे का शव देखकर परिजनों में कोहराम मच गया और आनन-फानन में पुलिस को सूचना दी. सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और मृतक के शव का पंचायतनामा भर शव को पोस्टमॉर्टम के लिए मोर्चरी भेज दिया.
थाना नेहरू कॉलोनी प्रभारी दिलबर सिंह नेगी ने बताया कि मृतक के परिजनों ने जिलाधिकारी से पोस्टमार्टम न कराए जाने के संबंध में आवेदन किया था. जिस पर बिना पोस्टमार्टम कराए जिलाधिकारी के आदेश पर शव को परिजनों को सौंप दिया गया है.