देहरादून: साल 2017 में ऋषिकेश के विस्थापित कॉलोनी में पत्नी और बच्चों के साथ रहने वाले एक व्यक्ति की रहस्यमई मौत होने के बाद उसका पीड़ित परिवार पिछले 3 साल से न्याय के लिए पुलिस दफ्तरों के चक्कर काट रहा है. पीड़ित परिवार का आरोप है कि उनके बेटे की हत्या उसकी ही पत्नी ने अपने प्रेमी से मिलकर की है, लेकिन पुलिस इस मामले में किसी तरह का कोई सबूत ना होने के चलते आज तक आरोपी लोगों को गिरफ्तार नहीं कर सकी है.
पीड़ित परिवार का कहना है कि पिछले 3 साल से राजस्थान से देहरादून आकर ऋषिकेश कोतवाली से लेकर पुलिस मुख्यालय सहित एसएसपी ऑफिस में न्याय की गुहार लगाता हुआ भटक रहा है, लेकिन अभी तक उनको न्याय नहीं मिला है. मृतक के भाई का कहना है कि उनकी भाभी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर उनके भाई की हत्या की है. घटना के बाद सबूतों को नष्ट करते हुए आरोपितों ने मृतक का दाह संस्कार कर दिया.
सबूतों अभाव में पुलिस ने नहीं की कोई कार्रवाई
पीड़ित भाई ने बताया कि डेढ़ साल तक राजस्थान में रहने वाले उनके परिवार को मौत की सूचना नहीं मिली, जिसके बाद खोजबीन करने पर पता कि उसकी मौत हो गई है. ऐसे में पिछले 2 साल से पुलिस कार्रवाई के लिए परिवार राजस्थान से देहरादून आकर भटक रहा है, लेकिन पुलिस सबूतों का अभाव होने के कारण कोई सुनवाई नहीं कर सकी है.
पढ़ें- BRO ने भारत की अंतिम चेकपोस्ट रिमखिम तक तैयार की सड़क, आर्मी को मिलेगी मदद
हत्यारोपियों को मिले कड़ी सजा
मृतक के चाचा का कहना है कि इतनी मांग है कि उनके भतीजे की मौत का किसी तरह खुलासा हो जाए और हत्यारोपियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए. चाचा का आरोप है कि भतीजे की पत्नी ने अपने प्रेमी से मिलकर पति की हत्या की है, लेकिन किसी तरह का कोई सबूत न होने के चलते पुलिस मौत का खुलासा नहीं कर पाई.
डीआईजी ने पॉलीग्राफ टेस्ट की कही बात
इस मामले में देहरादून डीआईजी अरुण मोहन जोशी का कहना है कि पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है. मामला काफी पुराना है, जिसके चलते कई तरह के विरोधाभास सामने आ रहे हैं. हालांकि, सबूतों के अभाव वाले प्रकरण में अब घटना से जुड़े लोगों का पॉलीग्राफ टेस्ट कर साक्ष्य सबूतों को जुटाने की तैयारी की जा रही है. ऐसे में ऋषिकेश पुलिस को निर्देशित किया गया है कि जल्द से जल्द इस मामले में वास्तविक तथ्यों को जुटाकर आगे की प्रभावी कार्रवाई की जाए.