देहरादून: निरंजनपुर बड़ी सब्जी मंडी में कोरोना संक्रमण मिलने के बाद प्रशासन ने वहां से फुटकर फल और सब्जी बेच रहे छोटे व्यापारियों को हटा दिया गया था. लेकिन काफी दिन बीत जाने के बाद भी जिला प्रशासन ने फल और सब्जियों की रेहड़ी लगाने की अनुमति नहीं दी है.
जिसे लेकर मंगलवार को लघु व्यापार एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष संजय अरोड़ा के नेतृत्व में व्यापरियों ने एडीएम को ज्ञापन सौंपा है. इस दौरान फुटकर व्यापारियों ने प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. प्रदेश अध्यक्ष ने चेतावनी दी अगर दो दिन के अंदर प्रशासन कोई निर्णय नहीं लेता है तो लघु व्यापारी आंदोलन करने को मजबूर होंगे.
प्रशासन द्वारा अनलॉक 2.0 के दौरान बाजार खुलने की भी अनुमति मिल चुकी है. लेकिन, लालपुल पर स्थित सब्जी मंडी में खड़े होने वाले फुटकर विक्रेताओं को अनुमति नहीं मिली है. जिस कारण इनके सामने परिवार के भरण-पोषण की समस्या आ गई है. प्रदेश अध्यक्ष ने प्रशासन पर आरोप लगाया कि नगर निगम द्वारा 2011 में 4 वेंडिंग जोन बनाये गए थे.
जिनमें से एक लालपुल वेंडिंग जोन भी शामिल है, और वर्तमान में लालपुल में करीब 70 विक्रेता है, जो इस मंडी में फल और सब्जियों की रेहड़ी लगाकर अपने परिवार का पालन-पोषण करते हैं. ऐसे में जब नगर निगम द्वारा वेंडिंग जोन की व्यवस्था की गई है, तो जिला प्रशासन किस तरह से छोटे व्यापारियों को हटा सकती है.
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अध्यक्ष संजय अरोड़ा ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान फल और सब्जियों को स्ट्रीट वेंडरों ने लोगों के घर-घर पहुंचाया. उन्होंने कहा कि एक तरफ प्रधानमंत्री आत्मनिर्भर बनाने की बात करते हैं तो दूसरी तरफ जिला प्रशासन 2 जून से स्ट्रीट वेंडरों को बेरोजगार कर रखा है. ऐसे में पुलिस भी इन लोगों को काम नहीं करने दे रही है.