देहरादून: प्रदेश में मानसून की दस्तक के साथ ही भूस्खलन के कारण सड़कों के बंद होने का सिलसिला शुरू हो गया है. लैंड स्लाइड जोन ज्यादा दिक्कतें पैदा कर रहे हैं. शुक्रवार को चमोली जिले में सिरोहबगड़ में फिर मलबा आने से ऋषिकेश-बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच-58) के बार फिर अवरुद्ध हो गया था, जिसे देर शाम खोल दिया गया. लोनिवि की ओर से जारी बुलेटिन के अनुसार प्रदेश भर में कुल 83 सड़कें बंद हैं. इसी दिन कुल 81 सड़कों को खोलने का काम भी किया गया है.
इसके अलावा नौ राज्य हाईवे, 10 मुख्य जिला मार्ग, चार अन्य जिला मार्ग, 40 ग्रामीण सड़कें और पीएमजीएसवाई के तहत 20 सड़कें पहाड़ियों से मलबा और बोल्डर आने से अवरुद्ध हो गईं हैं. बंद सड़कों को खोलन के काम में कुल 289 जेसीबी मशीनों को लगाया गया है. इनमें सबसे अधिक 113 मशीनों को नेशनल हाईवे पर लगाया है.
इधर, राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार, भारी वर्षा से कुछ जिलों में पेयजल और विद्युत आपूर्ति बाधित हुई है, जिन्हें सुधारने का काम किया जा रहा है. इसके अलावा नदियों के जलस्तर में भी बढ़ोतरी दर्ज की गई है. विभागाध्यक्ष एवं प्रमुख अभियंता लोनिवि अयाज अहमद ने बताया क्रॉनिक लैंड स्लाइड जोन बारिशों के साथ फिर सक्रिय हो गए हैं. विभाग की ओर से बंद सड़कों को कम से कम समय में खोलने के प्रयास किए जा रहे हैं. मुख्यालय स्तर से इनकी लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है.
सिरदर्द बना सिरोहबगड़ भूस्खलन क्षेत्र: ऋषिकेश-बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर सिरोहबगड़ डेंजर जोन से लगातार भूस्खलन हो रहा है. यहां पर तीन दिनों से लगातार पहाड़ी से पत्थर गिर रहे हैं. यहां पर मार्ग अत्यधिक संकरा हैं. जिसके कारण इस मार्ग पर कई किलोमीटर लंबा जाम लग रहा है. जिससे लोगों को घंटों तक जाम में फंस कर परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. अपर जिलाधिकारी पौड़ी का कहना है कि छातीखाल-खिर्सू खाकरा वैक्लपिक यात्रा मार्ग का सहारा लेकर फिलहाल यात्रियों की आवाजाही करवाई जा रही है.