देहरादून: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के डिप्टी डायरेक्टर सहित उनके परिवार के 8 लोगों पर जानलेवा हमला कर लूट-डकैती का मामला चकराता क्षेत्र से सामने आया है. इस मामले में पुलिस ने नामजद 6 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है. जबकि अन्य लोग फरार चल रहे हैं. जिनकी तलाश जारी हैं. मामले की गंभीरता को देखते हुए गिरफ्तार अभियुक्तों के खिलाफ गैंगस्टर की कार्रवाई करने की तैयारी चल रही है.
जानकारी के मुताबिक यह घटना तब घटी जब 13 मार्च 2021 को दिल्ली में कार्यरत ईडी के उपनिदेशक दीपक चौहान और शैलेंद्र वर्मा सहित परिवार के 8 लोग चकराता क्षेत्र में अपनी दो गाड़ियों से घूमने के लिए गए थे. इसी दौरान रास्ते में उन सब पर जानलेवा हमला कर लूटपाट डकैती की घटना को अंजाम दिया गया. इस घटना में ईडी उपनिदेशक दीपक चौहान और उनके साथ गए शैलेंद्र वर्मा सहित 2 बेटों को गंभीर चोटें आई हैं. उनका इलाज देहरादून के निजी अस्पताल में चल रहा है.
![arrested](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/11050783_th.jpg)
- जवाहर सिंह पुत्र मेहर सिंह, निवासी ग्राम उल्टा, तहसील कालसी, जनपद देहरादून
- जयपाल उर्फ जेपी पुत्र भगत सिंह, निवासी ग्राम रानी, तहसील कालसी, देहरादून
- पप्पू पुत्र नकटा, निवासी ग्राम कोठी, तहसील कालसी, जनपद देहरादून
- गौतम पुत्र तुलसीदास , निवासी ग्राम नारायण, तहसील चकराता, जनपद देहरादून
- रणवीर पुत्र रतन सिंह रावत, निवासी ग्राम तुंगरा, थाना चकराता, जनपद देहरादून
- हृदय उर्फ हीरा पुत्र मोहन सिंह, निवासी ग्राम बरोली, तहसील कालसी , देहरादून
चीख पुकार सुन समय रहते गांव वालों ने बचाई जान
पुलिस के मुताबिक ईडी के डिप्टी डायरेक्टर दीपक चौहान ने थाना चकराता में तहरीर देते हुए बताया कि 13 मार्च 2021 को वह अपने परिवार बहु बेटा बच्चों और अन्य रिश्तेदारों सहित के देहरादून से कालसी होकर चकराता की तरफ घूमने जा रहे थे. तभी ग्राम कोरबा के पास रास्ते में एक पिकअप वाहन से रास्ता रोक कई बदमाशों ने धारदार हथियारों जानलेवा हमला करते हुए उनसे सभी कीमती सामान लूटपाट कर उनकी गाड़ियों को बुरी तरह से क्षतिग्रस्त कर दिया. घटना के वक्त चीख-पुकार सुनकर आसपास के गांव के लोगों ने किसी तरह उनकी जान बचाई. तबसभी अपराधी वहां से फरार हो गए.
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वहीं, इस मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने शिकायत के आधार पर नामजद आरोपियों सहित अन्य लोगों पर लूट डकैती हत्या का प्रयास जैसे संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज कर 6 लोगों को छह अभियुक्तों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. पुलिस के अनुसार इस पूरे घटना को अंजाम देने में जवाहर सिंह नाम के अभियुक्त ने पूरी घटना की साजिश रची थी. अभियुक्त जवाहर सिंह इससे पहले भी शिमला बाईपास स्थित गणेशपुर में पेट्रोल पंप लूट और चोरी जैसे कई गंभीर मुकदमे में जेल जा चुका है.
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रास्ते में घात लगाकर दिया गया लूटपाट-डकैती की घटना को अंजाम
इस मामले में चकराता थाना प्रभारी अनुप्रिया ने बताया कि अभी तक की जांच पड़ताल में पता चला कि ईडी के डिप्टी डायरेक्टर दीपक चौहान अपने रिश्तेदार व परिवार के बच्चों सहित कालसी से चकराता जा रहे थे. तभी रास्ते में एक दुकान पर रुकते समय उनकी दुर्भाग्यवश अपराधी जवाहर सिंह के साथ कहासुनी हो गई. ऐसे में जवाहर सिंह ने अपने मामा रणवीर सिंह को कोरबा क्षेत्र में फोन करके चकराता जाने वाले ईडी डायरेक्टर सहित उनके परिवार वाले की गाड़ी को रोकने की बात कही. ऐसे में रणवीर रावत ने कोरबा क्षेत्र के पास सड़क पर दो वाहन से मार्ग रोक कर ईडी उपनिदेशक सहित 8 लोगों पर जानलेवा हमला करते हुए उनसे कीमती सामान लूटपाट डकैती की घटना को अंजाम दिया. इस पूरी घटना में जवाहर सिंह अपराधी द्वारा सोची समझी रणनीति के तहत इस गंभीर घटना को अंजाम दिया गया.
फिलहाल पुलिस ने शातिर अपराधी जवाहर सिंह सहित 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. इस घटनाक्रम में शामिल अन्य लोगों के विषय में जांच विवेचना कर उनकी तलाश जारी है.