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दो साल से धूल फांक रहीं अंत्योदय योजना की 1500 फाइलें, अधिकारियों को नहीं जानकारी

ऋषिकेश में नगर निगम में अंत्योदय योजना की 1500 से अधिक फाइलें ऑफिस में जमा हैं लेकिन अभी तक फाइलों की स्क्रूटनी के लिए बैठक नहीं बुलाई गई है. जिस कारण लोगों की उम्मीदें खत्म होती जा रही हैं.

ऋषिकेश नगर निगम
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Published : Jul 28, 2019, 12:13 PM IST

ऋषिकेश: गरीबों की आजीविका के अवसरों में वृद्धि करने के लिए केंद्र सरकार की दीनदयाल उपाध्याय अंत्योदय योजना की 1500 से अधिक फाइलें 2 साल से धूल फांक रही हैं. यहां अर्जियां तो जमा कर ली गईं, लेकिन अभी तक इन फाइलों की स्क्रूटनी के लिए बैठक नहीं बुलाई गई है.

बता दें, पंडित दीनदयाल उपाध्याय अंत्योदय योजना के तहत आवेदकों को स्वरोजगार के लिए 2 लाख का ऋण ब्याज सब्सिडी के साथ उपलब्ध कराया जाता है. इसी के तहत ऋषिकेश के लोगों ने भी बड़ी उम्मीद के साथ नगर निगम में आवेदन किया था, लेकिन 2 साल बीत जाने के बाद भी स्क्रूटनी बैठक नहीं बुलाई गई, जिस कारण लोगों की उम्मीदें खत्म होती नजर आ रही हैं.

धूल फांक रहीं अंत्योदय योजना की 1500 फाइलें

ऋषिकेश निगम में अब तक करीब डेढ़ हजार फाइलें आलमारी में जमा हो चुकी हैं. दीनदयाल अंत्योदय योजना का लाभ उठाने के लिए आए आवेदकों की स्क्रूटनी के लिए लीड बैंक अधिकारी, प्रबंधक जिला उद्योग बोर्ड, सहायक नगर आयुक्त, संबंधित बैंक अधिकारी बैठक में शामिल होते हैं. इस दौरान फाइलों की स्क्रूटनी होती है. सभी औपचारिकताएं पूरी करने वाले आवेदकों को मंजूरी दी जाती है.

पढ़ें- मसूरी के इस भूतिया होटल में हो रहा हिमालयन कॉन्क्लेव, ब्रिटिश महिला की आत्मा होने का दावा

वहीं जब मुख्य नगर आयुक्त चतर सिंह चौहान से इस बाबत बात की गई तो उन्होंने कहा कि उनको दीनदयाल अंत्योदय योजना के फाइलों के बारे में कोई भी जानकारी नहीं है और न ही उनके कार्यकाल का कोई फॉर्म है. उन्होंने बताया कि उनको इस बारे में अवगत भी नहीं कराया गया है. उन्होंने कहा कि यह सभी फाइलें उनके पूर्व के अधिकारियों की हैं, तो जवाब भी वहीं देंगे.

ऋषिकेश: गरीबों की आजीविका के अवसरों में वृद्धि करने के लिए केंद्र सरकार की दीनदयाल उपाध्याय अंत्योदय योजना की 1500 से अधिक फाइलें 2 साल से धूल फांक रही हैं. यहां अर्जियां तो जमा कर ली गईं, लेकिन अभी तक इन फाइलों की स्क्रूटनी के लिए बैठक नहीं बुलाई गई है.

बता दें, पंडित दीनदयाल उपाध्याय अंत्योदय योजना के तहत आवेदकों को स्वरोजगार के लिए 2 लाख का ऋण ब्याज सब्सिडी के साथ उपलब्ध कराया जाता है. इसी के तहत ऋषिकेश के लोगों ने भी बड़ी उम्मीद के साथ नगर निगम में आवेदन किया था, लेकिन 2 साल बीत जाने के बाद भी स्क्रूटनी बैठक नहीं बुलाई गई, जिस कारण लोगों की उम्मीदें खत्म होती नजर आ रही हैं.

धूल फांक रहीं अंत्योदय योजना की 1500 फाइलें

ऋषिकेश निगम में अब तक करीब डेढ़ हजार फाइलें आलमारी में जमा हो चुकी हैं. दीनदयाल अंत्योदय योजना का लाभ उठाने के लिए आए आवेदकों की स्क्रूटनी के लिए लीड बैंक अधिकारी, प्रबंधक जिला उद्योग बोर्ड, सहायक नगर आयुक्त, संबंधित बैंक अधिकारी बैठक में शामिल होते हैं. इस दौरान फाइलों की स्क्रूटनी होती है. सभी औपचारिकताएं पूरी करने वाले आवेदकों को मंजूरी दी जाती है.

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वहीं जब मुख्य नगर आयुक्त चतर सिंह चौहान से इस बाबत बात की गई तो उन्होंने कहा कि उनको दीनदयाल अंत्योदय योजना के फाइलों के बारे में कोई भी जानकारी नहीं है और न ही उनके कार्यकाल का कोई फॉर्म है. उन्होंने बताया कि उनको इस बारे में अवगत भी नहीं कराया गया है. उन्होंने कहा कि यह सभी फाइलें उनके पूर्व के अधिकारियों की हैं, तो जवाब भी वहीं देंगे.

Intro:ऋषिकेश-- गरीबों की आजीविका के अवसरों में वृद्धि करने के लिए केंद्र सरकार की महत्व काम से योजनाओं में से एक दीनदयाल उपाध्याय अंत्योदय योजना की 15 सौ से अधिक फाइलें 2 वर्षों से अलमारी में रखी धूल फांक रही हैं यहां अर्जियां तो जमा कर ली गई लेकिन अभी तक इन फाइलों की स्कूटनी के लिए बैठक नहीं बुलाई गई है।


Body:वी/ओ-- आपको बता दें कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय अंत्योदय योजना के तहत आवेदकों को स्वरोजगार के लिए 2 लाख का ऋण ब्याज सब्सिडी के साथ उपलब्ध कराया जाता है इसी के तहत ऋषिकेश के लोगों ने भी बड़ी उम्मीद के साथ नगर निगम में आवेदन किया था, लेकिन 2 साल बीत जाने के बाद भी नगर निगम की ओर से स्क्रुटनी बैठक नहीं बुलाई गई जिसके कारण लोगों की उम्मीदें खत्म होती जा रही हैं,इस समय निगम में करीब डेढ़ हजार फाइलें आलमारी में जमा हो चुकी हैं,दीनदयाल अंत्योदय योजना का लाभ उठाने के लिए आए आवेदकों की स्क्रूटनी के लिए लीड बैंक अधिकारी, प्रबंधक जिला उद्योग बोर्ड, सहायक नगर आयुक्त, संबंधित बैंक अधिकारी बैठक में शामिल होते हैं इस दौरान फाइलों की स्क्रूटनी होती है सभी औपचारिकताएं पूरी करने वाले आवेदकों को मंजूरी दी जाती है।


Conclusion:वी/ओ-- वहीं इस मामले में जब मुख्य नगर आयुक्त चतर सिंह चौहान से बात की गई तो उनका कहना था कि दीनदयाल अंत्योदय योजना के फाइलों के बारे में उनको कोई भी जानकारी नहीं है अब ऐसे में जब उच्च अधिकारियों को ही योजनाओं की फाइलों की जानकारी नहीं है तो गरीबों की सुनवाई कौन करेगा।

बाईट--चतर सिंह चौहान (मुख्य नगर आयुक्त ऋषिकेश)
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