देहरादून: जॉलीग्रांट एयरपोर्ट के विस्तारीकरण का प्रपोजल राज्य सरकार द्वारा केंद्र सरकार को भेजा गया है. जिसमें 215 एकड़ में वन भूमि क्षेत्र में विस्तारीकरण के लिए लगभग दस हजार पेड़ प्रभावित होने की बात कही गई है. जिसको लेकर क्षेत्र में असंतोष शुरू हो गया है. वहीं, राजीव गांधी पंचायत संगठन के प्रदेश संयोजक ने कहा कि एयरपोर्ट का विस्तारीकरण ठीक है लेकिन अगर इतनी भारी संख्या में और पुराने पेड़ों को काटा जाएगा तो पर्यावरण को भारी नुकसान होगा. जिसका प्रभाव आसपास के इलाके में पड़ेगा. ऐसे में वह इन पेड़ों को काटे जाने का पुरजोर विरोध करेंगे.
राजीव गांधी पंचायत संगठन के प्रदेश संयोजक मोहित उनियाल ने कहा कि राज्य सरकार का जो प्रपोजल केंद्र को भेजा गया है, उसमें जनता की कोई भी राय नहीं ली गई है. जबकि, लोकतांत्रिक व्यवस्था में ये जरूरी है. वहीं, एयरपोर्ट के विस्तारीकरण में पर्यावरण को भारी नुकसान होगा. साथ ही विस्थापन से जनता को भी भारी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा. उनियाल ने कहा कि अगर एयरपोर्ट विस्तारीकरण में मनमाने तरीके से पेड़ों का कटान हुआ तो वे इसका पुरजोर विरोध करेंगे और किसी भी कीमत पर पेड़ों को कटने नहीं दिया जाएगा.
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उनियाल का कहना है कि जिस जगह पर एयरपोर्ट विस्तारीकरण की बात कही जा रही है, वह क्षेत्र वन्यजीव से घिरा हुआ है और हाथी कॉरिडोर क्षेत्र भी है. जिससे पर्यावरण के साथ-साथ जीव जंतुओं पर भी इसका बुरा प्रभाव पड़ेगा. ऐसे में राजीव गांधी पंचायत संगठन एयरपोर्ट विस्तारीकरण का इसका पुरजोर विरोध करेगा.