चंपावत: वैश्विक महामारी कोरोना प्रदेश में तेजी से पैर पसार रही है. लॉकडाउन के दौरान लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुअ सामाजिक कार्यों में भी दिलचस्पी ले रहे हैं. लोगों ने घरों में रहते हुए श्रमदान जैसी पुरानी परंपरा को फिर से कायम करने में कामयाबी हासिल की है. वहीं अब अनलॉक-1 में भी श्रमशक्ति के माध्यम से गांव और क्षेत्र के विकास के लिए एक बार फिर से युवा आगे आए हैं.
चंपावत के पूल्ड आवास से लगे तिलोन गांव के युवाओं ने गांव के विकास के लिए अनलॉक-1 की अवधि में प्रत्येक दिन दो घंटे तक सामूहिक श्रमदान करने का निर्णय लिया है. गांव के सामाजिक कार्यकर्ता हरीश चंद्र पांडेय के नेतृत्व में युवाओं की ओर से गांव को जोड़ने वाले संपर्क मार्ग से मलबा और पिरूल हटाया जा रहा है.
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वहीं स्थानीय युवा हरीश चंद्र पांडेय ने बताया कि चार साल पहले भी गांव के युवाओं ने श्रमदान के माध्यम से संपर्क मार्ग का निर्माण किया था. जिसके बाद लोनिवि की ओर से संपर्क मार्ग को पक्का सीसी मार्ग बनाया गया था. वर्तमान में यह मार्ग कई स्थानों में क्षतिग्रस्त हो गया है. जिसको लेकर युवाओं ने बैठक कर तय किया कि अनलॉक-1 की अवधि में प्रतिदिन शाम 5 बजे से 7 बजे तक श्रमदान किया जाएगा.