देहरादून/हल्द्वानी/हरिद्वार/चंपावत/मसूरीः उत्तराखंड में अंकिता भंडारी हत्याकांड (Ankita Bhandari Murder Case) को लेकर लोगों में गम और गुस्सा बरकरार है. प्रदेशभर में धरना प्रदर्शन कर आरोपियों को जल्द फांसी देने की मांग कर रहे हैं. हल्द्वानी में भी अंकिता भंडारी को न्याय (Justice For Ankita Bhandari) दिलाने के लिए महिलाएं नंगे पांव सड़कों पर उतरीं और जोरदार नारेबाजी की. इसके अलावा देहरादून, मसूरी और चंपावत में भी लोगों का प्रदर्शन देखने को मिला. वहीं, योग गुरु बाबा रामदेव ने भी अंकिता भंडारी की हत्या को निंदनीय बताया है.
हल्द्वानी में नंगे पांव सड़कों पर उतरी महिलाएंः हल्द्वानी में महिलाओं ने नंगे पांव सड़क पर उतर सरकार को चेताने का काम किया. महिलाओं ने कहा कि अंकिता को जल्द से जल्द न्याय दिलाया जाए. तभी उसकी आत्मा को शांति मिलेगी. प्रदर्शनकारी महिलाओं का कहना है कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की बात तो सरकार जरूर करती है, लेकिन यहां बेटियां सुरक्षित नहीं हैं. सरकार को महिलाओं की सुरक्षा के लिए कड़े कानून बनाने की जरूरत है, ताकि महिलाएं खुद को सुरक्षित महसूस कर सकें और दोबारा से इस तरह की घटना न हो. इसको लेकर भी सरकार को सजग होने की जरूरत है.
बाबा रामदेव बोले- देवभूमि में हुआ घिनौना पापः योग गुरु बाबा रामदेव ने अंकिता भंडारी की हत्या को निंदनीय बताया (Baba Ramdev Statement on Ankita Bhandari Case) है. उन्होंने कहा कि इस तरह के कृत्यों से पूरे राष्ट्र का माथा नीचे होता है. उत्तराखंड जैसी देवभूमि पर यह घिनौना पाप हुआ है. उन अपराधियों को ऐसी सख्त सजा मिलनी चाहिए, जिससे कि आगे कोई इस तरह का पाप करने का साहस न जुटा सके.
देहरादून में लोगों ने निकाला कैंडल मार्चः रायपुर की जनता ने अंकिता हत्याकांड को लेकर कैंडल मार्च निकाला. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने अंकिता भंडारी मर्डर केस में शामिल आरोपियों को फांसी की सजा दिलाने की मांग की. समाजसेवी महेंद्र प्रताप सिंह नेगी ने कहा कि रिजॉर्ट में बतौर रिसेप्शनिस्ट काम करने वाली अंकिता को वेश्यावृत्ति के लिए बाध्य किया जा रहा था, लेकिन उसने हिम्मत दिखाते हुए इसके खिलाफ आवाज उठाई. जिस पर हैवानों ने उसे मौत के घाट उतार दिया. ऐसे में आरोपियों को फांसी की सजा दी जानी चाहिए.
टनकपुर डिग्री कॉलेज के छात्रों ने निकाला मार्चः राजकीय महाविद्यालय टनकपुर, कार्की फॉर्म वेलफेयर सोसाइटी और आंगनबाड़ी वर्करों ने नगर पालिका हॉल में अंकिता भंडारी को भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी. साथ ही पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने की मांग की. इसके अलावा छात्रों ने मार्च भी निकाला. इसके बाद तहसील पहुंचकर एसडीएम हिमांशु कफल्टिया के माध्यम से सीएम धामी को ज्ञापन भी भेजा. जिसमें उन्होंने पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने और आरोपियों को फांसी देने की मांग रखी.
आज घर से बाहर निकलने से डर रही बेटियांः मसूरी में विभिन्न संगठनों ने कैंडल मार्च कर कातिलों को फांसी की सजा देने की पुरजोर मांग की. इस दौरान अखिल भारतीय अनुसूचित जाति युवजन समाज संगठन की प्रदेश महासचिव माधुरी टम्टा ने प्रदेश सरकार पर गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा दे रही है, लेकिन प्रदेश में बेटी सुरक्षित नहीं है. आज बेटियां घर से बाहर निकलने में डर रही हैं, क्योंकि अभी समाज में कुछ ऐसे असामाजिक तत्व हैं.
जो बेटियों से छेड़छाड़ कर मौत के घाट उतार रहे हैं. उन्होंने सरकार से ऐसे लोगों और आरोपियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई कर तत्काल फांसी पर लटकाने की मांग की है. वहीं, अंकिता भंडारी हत्या कांड के आरोपियों को फांसी देने की मांग को लेकर लोग उत्तराखंड की सड़कों पर उतर गए हैं. किच्छा राजकीय बालिका इंटर कॉलेज की छात्राओं ने शहर में रैली निकाल कर अंकिता भंडारी के हत्यारों को फांसी की सजा देने की मांग की है.
क्या था मामलाः बता दें कि पौड़ी जिले के नांदलस्यू पट्टी के डोभ श्रीकोट की रहने वाली अंकिता भंडारी (19) ऋषिकेश के बैराज चीला मार्ग पर गंगापुर भोगपुर में स्थित वनंत्रा रिजॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट की नौकरी करती थी. ये रिजॉर्ट बीजेपी नेता विनोद आर्य के बेटे पुलकित का था. अंकिता इस रिजॉर्ट में 28 अगस्त से नौकरी कर रही थी, लेकिन बीती 18 सितंबर को अंकिता रहस्यमय तरीके से लापता हो गई थी. जिसके बाद रिजॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य ने राजस्व पुलिस चौकी में उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई. वहीं, 22 सितंबर तक अंकिता का कुछ पता नहीं चला. इसके बाद मामला लक्ष्मणझूला थाना पुलिस को ट्रांसफर कर दिया गया.
जब पुलिस ने जांच की तो रिजॉर्ट (Vanantra Resort Rishikesh) के संचालक और उसके मैनेजरों की भूमिका सामने आई. रिजॉर्ट के कर्मचारियों से पूछताछ में पता चला कि 18 सितंबर को शाम करीब आठ बजे अंकिता रिजॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य, मैनेजर अंकित और भास्कर के साथ रिजॉर्ट से निकली थी. लेकिन जब वो वापस लौटे तो उनके साथ अंकिता (Receptionist Ankita Bhandari) नहीं थी. इस आधार पर पुलिस ने तीनों को हिरासत में लिया और पूछताछ की, तब जाकर तीनों ने राज उगला. इसके बाद तीनों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया. कोर्ट ने तीनों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया.
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