चंपावत: जिला विकास एवं संघर्ष समिति की ओर से पदयात्रा निकालने के बाद बुधवार को कलक्ट्रेट परिसर में एक दिवसीय उपवास कर धरना-प्रदर्शन किया गया है. एक दिवसीय उपवास चंपावत जिला मुख्यालय से गौड़ी-किमतोली मार्ग में डामरीकरण और लिंक मार्गों से उसकी दूरी को कम करने को लेकर किया गया. वहीं, संघर्ष समिति की ओर से डीएम विनीत तोमर के माध्यम से मुख्यमंत्री धामी को ज्ञापन भी भेजा गया है.
दरअसल, चंपावत जिला मुख्यालय से गौड़ी-किमतोली मार्ग में डामरीकरण और लिंक मार्गों के जरिए उसकी दूरी को कम करने की मांग लगातार जोर पकड़ती जा रही है. इसी मांग को लेकर जिला विकास एवं संघर्ष समिति ने बीते रोज पदयात्रा निकाली थी. वहीं, बुधवार को कलक्ट्रेट परिसर में धरना देकर एक दिनी उपवास रखा और नारेबाजी की.
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वहीं, समिति की ओर से जो CM को ज्ञापन भेजा गया है, उसमें बताया गया है कि 24 अगस्त को दर्जनों लोगों ने किमतोली से गौड़ी होते हुए चंपावत मुख्यालय तक पदयात्रा कर लोगों को जागरूक किया और सड़क की वर्तमान स्थिति भी देखी. जिससे साफ जाहिर है कि करोड़ों रुपए की धनराशि खपाने के बाद भी सड़क पर वाहनों की आवाजाही नहीं हो सकती. इस सड़क का अलॉयमेंट पैदल चलने वाली सड़क से भी बदतर है. कई स्थानों को वेवजह घुमावदार बनाया गया है. वहीं, समिति के लोगों ने सड़क जांच की भी मांग उठाई है.