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चरस तस्करी का आरोपी पुलिस अभिरक्षा से फरार, पुलिसकर्मियों पर लटकी कार्रवाई की तलवार

चरस तस्करी में पुलिस टीम ने साढ़े पांच किलो चरस के साथ एक शातिर आरोपी को गिरफ्तार किया था. लेकिन, वह पुलिस के चंगुल से फरार हो गया. ऐसे में उन पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की तलवार लटक रही है.

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Published : Nov 11, 2019, 5:58 PM IST

Updated : Nov 11, 2019, 7:28 PM IST

चरस तस्करी का आरोपी पुलिस अभिरक्षा से फरार

चंपावत: चरस तस्करी में पुलिस टीम ने साढ़े पांच किलो चरस के साथ एक शातिर आरोपी को गिरफ्तार किया था. पुलिस की कार्रवाई से खुश होकर पुलिस अधीक्षक ने ईनाम की भी घोषणा कर दी. लेकिन, उन पुलिसकर्मियों को क्या पता था, ईनाम नहीं अब उन पर कार्रवाई की तलवार लटक रही है. आरोपी पुलिसकर्मियों की आंखों में धूल झोंककर फरार हो गया.

पढ़ें: राष्ट्रीय शिक्षा दिवस: तमाम दावों के बीच हालात अभी भी चिंताजनक, कब बदलेगी शिक्षा की तस्वीर?

ये पूरा प्रकरण चंपावत जिले के बनबसा का है. चरस तस्कर गणेश बोरा को पुलिस टीम गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश करने के लिए ले जा रही थी. इससे पहले आरोपी गणेश को 5.70 किलोग्राम चरस तस्करी के मामले में गिरफ्तार किया गया था. बनबसा थानाध्यक्ष जसवीर सिंह चौहान और बैराज चौकी प्रभारी गोविंद सिंह बिष्ट की टीम ने शनिवार रात नेपाल के गणेश बोरा को अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास बैलबंदगोठ से पकड़ा था. जब आरोपी को महिला दरोगा और दो कॉन्स्टेबल चंपावत जिला कोर्ट में पेशी के लिए ला रहे थे तो उसने बस्तियां के पास शौचालय जाने की इजाजत मांगी. वाहन से उतरते ही उसने हथकड़ी छुड़ाकर जंगल की ओर दौड़ लगा दी. जब पुलिसकर्मी उसका पीछा करने लगे तो उसने उन पर पथराव शुरू कर दिया और जंगल का फायदा उठाकर फरार हो गया.

चरस तस्करी का आरोपी पुलिस अभिरक्षा से फरार

इस पूरे घटनाक्रम में पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठने शुरू हो गए हैं. ये भी सवाल उठ रहा है कि पुलिस टीम ने आरोपी को हथकड़ी पहनाने में चूक क्यों की? बताया ये भी जा रहा है कि पुलिसकर्मियों के पास बचाव के लिए बंदूक क्यों नहीं थी? वहीं, अपराधी इतना शातिर था कि उसने बनबसा में भागने का प्रयास नहीं किया. जैसे ही सुनसान जंगल का इलाका आया, उसने शौचालय का बहाना बनाकर पुलिस को चकमा दे दिया. इस पूरे मामले में जहां पुलिस अधीक्षक धीरेंद्र गुंज्याल पहले जहां कॉन्स्टेबलों को पहले पुरस्कार की घोषणा कर चुके थे. अब वहीं उन पर विभागीय कार्रवाई के निर्देश दिये हैं. वहीं, आरोपी को पकड़ने के लिए जंगल में कांबिंग आपरेशन की जा रही है. नेपाल पुलिस के साथ एसएसबी का भी सहयोग लिया जा रहा है.

चंपावत: चरस तस्करी में पुलिस टीम ने साढ़े पांच किलो चरस के साथ एक शातिर आरोपी को गिरफ्तार किया था. पुलिस की कार्रवाई से खुश होकर पुलिस अधीक्षक ने ईनाम की भी घोषणा कर दी. लेकिन, उन पुलिसकर्मियों को क्या पता था, ईनाम नहीं अब उन पर कार्रवाई की तलवार लटक रही है. आरोपी पुलिसकर्मियों की आंखों में धूल झोंककर फरार हो गया.

पढ़ें: राष्ट्रीय शिक्षा दिवस: तमाम दावों के बीच हालात अभी भी चिंताजनक, कब बदलेगी शिक्षा की तस्वीर?

ये पूरा प्रकरण चंपावत जिले के बनबसा का है. चरस तस्कर गणेश बोरा को पुलिस टीम गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश करने के लिए ले जा रही थी. इससे पहले आरोपी गणेश को 5.70 किलोग्राम चरस तस्करी के मामले में गिरफ्तार किया गया था. बनबसा थानाध्यक्ष जसवीर सिंह चौहान और बैराज चौकी प्रभारी गोविंद सिंह बिष्ट की टीम ने शनिवार रात नेपाल के गणेश बोरा को अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास बैलबंदगोठ से पकड़ा था. जब आरोपी को महिला दरोगा और दो कॉन्स्टेबल चंपावत जिला कोर्ट में पेशी के लिए ला रहे थे तो उसने बस्तियां के पास शौचालय जाने की इजाजत मांगी. वाहन से उतरते ही उसने हथकड़ी छुड़ाकर जंगल की ओर दौड़ लगा दी. जब पुलिसकर्मी उसका पीछा करने लगे तो उसने उन पर पथराव शुरू कर दिया और जंगल का फायदा उठाकर फरार हो गया.

चरस तस्करी का आरोपी पुलिस अभिरक्षा से फरार

इस पूरे घटनाक्रम में पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठने शुरू हो गए हैं. ये भी सवाल उठ रहा है कि पुलिस टीम ने आरोपी को हथकड़ी पहनाने में चूक क्यों की? बताया ये भी जा रहा है कि पुलिसकर्मियों के पास बचाव के लिए बंदूक क्यों नहीं थी? वहीं, अपराधी इतना शातिर था कि उसने बनबसा में भागने का प्रयास नहीं किया. जैसे ही सुनसान जंगल का इलाका आया, उसने शौचालय का बहाना बनाकर पुलिस को चकमा दे दिया. इस पूरे मामले में जहां पुलिस अधीक्षक धीरेंद्र गुंज्याल पहले जहां कॉन्स्टेबलों को पहले पुरस्कार की घोषणा कर चुके थे. अब वहीं उन पर विभागीय कार्रवाई के निर्देश दिये हैं. वहीं, आरोपी को पकड़ने के लिए जंगल में कांबिंग आपरेशन की जा रही है. नेपाल पुलिस के साथ एसएसबी का भी सहयोग लिया जा रहा है.

Intro:स्लग- चरस तस्कर फरार

एंकर- चम्पावत की बनबसा पुलिस को जहां चरस तस्कर को पकड़ने पहले ईनाम मिलने वाला था अब चरस तस्कर के पुलिस अभिरक्षा से फरार होने पर सजा मिल रही है। बनबसा पुलिस ने रविवार को 5 दशमलव 70 किलोग्राम चरस तस्करी के मामले में नेपाली युवक को पकडा था जो न्यायालय ले जाते समय पुलिस अभिरक्षा से फरार हो गया है । घेराबंदी के दौरान उसने पुलिस पर पथराव भी किया । बनबसा थानाध्यक्ष जसवीर सिंह चैहान और बैराज चैकी प्रभारी गोविंद सिंह बिष्ट की टीम ने शनिवार रात नेपाल के गणेश बोरा उम्र 34 वर्ष को अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास बैलबंदगोठ से पकड़ा रविवार की सुबह जब आरोपी को महिला दरोगा और दो कांस्टेबल चंपावत जिला कोर्ट में पेशी के लिए ला रहे थे तो उसने बस्तियां के पास शौचालय जाने की इजाजत मांगी वाहन से उतरते ही उसने हथकड़ी छुड़ा कर जंगल की ओर दौड़ लगा दी । जब पुलिसकर्मी उसका पीछा करने लगे तो उसने उन पर पथराव शुरू कर दिया और जंगल का फायदा उठाकर फरार हो गया ऐसे में सवाल यह भी खड़ा उठ रहा है कि पुलिस ने हथकड़ी पहनाने में चुक क्यों की । बताया जा रहा है कि पुलिसकर्मियों के पास कोई बचाव के लिए बंदूक भी नहीं थी हथकडी भी टाइट नहीं थी। अपराधी इतना शातिर था कि उसने टनकपुर बनबसा में भागने का प्रयास नहीं किया जैसे ही सुनसान जंगल का इलाका आया उसने शौचालय का बहाना बनाकर पुलिस को चकमा दे दिया वहीं पुलिस अधीक्षक धीरेंद्र गुंज्याल ने जहां कांस्टेबलों को पहले पुरस्कार की घोषणा की वहीं अब उन पर विभाग भी कार्रवाई करने के निर्देश दे दिए हैं एसपी ने बताया कि अपराधी को पकड़ने के लिए जंगल में कांबिंग की जा रही है नेपाल पुलिस के साथ एसएसबी का भी सहयोग लिया जा रहा है । संभावना जताई जा रही है कि अपराधी नेपाल सीमा को पार करने का प्रयास कर सकता है ।
बाइट 1- एसपी धीरेन्द्र गुन्ज्याल
Body:स्लग- चरस तस्कर फरार

एंकर- चम्पावत की बनबसा पुलिस को जहां चरस तस्कर को पकड़ने पहले ईनाम मिलने वाला था अब चरस तस्कर के पुलिस अभिरक्षा से फरार होने पर सजा मिल रही है। बनबसा पुलिस ने रविवार को 5 दशमलव 70 किलोग्राम चरस तस्करी के मामले में नेपाली युवक को पकडा था जो न्यायालय ले जाते समय पुलिस अभिरक्षा से फरार हो गया है । घेराबंदी के दौरान उसने पुलिस पर पथराव भी किया । बनबसा थानाध्यक्ष जसवीर सिंह चैहान और बैराज चैकी प्रभारी गोविंद सिंह बिष्ट की टीम ने शनिवार रात नेपाल के गणेश बोरा उम्र 34 वर्ष को अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास बैलबंदगोठ से पकड़ा रविवार की सुबह जब आरोपी को महिला दरोगा और दो कांस्टेबल चंपावत जिला कोर्ट में पेशी के लिए ला रहे थे तो उसने बस्तियां के पास शौचालय जाने की इजाजत मांगी वाहन से उतरते ही उसने हथकड़ी छुड़ा कर जंगल की ओर दौड़ लगा दी । जब पुलिसकर्मी उसका पीछा करने लगे तो उसने उन पर पथराव शुरू कर दिया और जंगल का फायदा उठाकर फरार हो गया ऐसे में सवाल यह भी खड़ा उठ रहा है कि पुलिस ने हथकड़ी पहनाने में चुक क्यों की । बताया जा रहा है कि पुलिसकर्मियों के पास कोई बचाव के लिए बंदूक भी नहीं थी हथकडी भी टाइट नहीं थी। अपराधी इतना शातिर था कि उसने टनकपुर बनबसा में भागने का प्रयास नहीं किया जैसे ही सुनसान जंगल का इलाका आया उसने शौचालय का बहाना बनाकर पुलिस को चकमा दे दिया वहीं पुलिस अधीक्षक धीरेंद्र गुंज्याल ने जहां कांस्टेबलों को पहले पुरस्कार की घोषणा की वहीं अब उन पर विभाग भी कार्रवाई करने के निर्देश दे दिए हैं एसपी ने बताया कि अपराधी को पकड़ने के लिए जंगल में कांबिंग की जा रही है नेपाल पुलिस के साथ एसएसबी का भी सहयोग लिया जा रहा है । संभावना जताई जा रही है कि अपराधी नेपाल सीमा को पार करने का प्रयास कर सकता है ।
बाइट 1- एसपी धीरेन्द्र गुन्ज्याल
Conclusion:स्लग- चरस तस्कर फरार

एंकर- चम्पावत की बनबसा पुलिस को जहां चरस तस्कर को पकड़ने पहले ईनाम मिलने वाला था अब चरस तस्कर के पुलिस अभिरक्षा से फरार होने पर सजा मिल रही है। बनबसा पुलिस ने रविवार को 5 दशमलव 70 किलोग्राम चरस तस्करी के मामले में नेपाली युवक को पकडा था जो न्यायालय ले जाते समय पुलिस अभिरक्षा से फरार हो गया है । घेराबंदी के दौरान उसने पुलिस पर पथराव भी किया । बनबसा थानाध्यक्ष जसवीर सिंह चैहान और बैराज चैकी प्रभारी गोविंद सिंह बिष्ट की टीम ने शनिवार रात नेपाल के गणेश बोरा उम्र 34 वर्ष को अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास बैलबंदगोठ से पकड़ा रविवार की सुबह जब आरोपी को महिला दरोगा और दो कांस्टेबल चंपावत जिला कोर्ट में पेशी के लिए ला रहे थे तो उसने बस्तियां के पास शौचालय जाने की इजाजत मांगी वाहन से उतरते ही उसने हथकड़ी छुड़ा कर जंगल की ओर दौड़ लगा दी । जब पुलिसकर्मी उसका पीछा करने लगे तो उसने उन पर पथराव शुरू कर दिया और जंगल का फायदा उठाकर फरार हो गया ऐसे में सवाल यह भी खड़ा उठ रहा है कि पुलिस ने हथकड़ी पहनाने में चुक क्यों की । बताया जा रहा है कि पुलिसकर्मियों के पास कोई बचाव के लिए बंदूक भी नहीं थी हथकडी भी टाइट नहीं थी। अपराधी इतना शातिर था कि उसने टनकपुर बनबसा में भागने का प्रयास नहीं किया जैसे ही सुनसान जंगल का इलाका आया उसने शौचालय का बहाना बनाकर पुलिस को चकमा दे दिया वहीं पुलिस अधीक्षक धीरेंद्र गुंज्याल ने जहां कांस्टेबलों को पहले पुरस्कार की घोषणा की वहीं अब उन पर विभाग भी कार्रवाई करने के निर्देश दे दिए हैं एसपी ने बताया कि अपराधी को पकड़ने के लिए जंगल में कांबिंग की जा रही है नेपाल पुलिस के साथ एसएसबी का भी सहयोग लिया जा रहा है । संभावना जताई जा रही है कि अपराधी नेपाल सीमा को पार करने का प्रयास कर सकता है ।
बाइट 1- एसपी धीरेन्द्र गुन्ज्याल
Last Updated : Nov 11, 2019, 7:28 PM IST
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