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प्रशांत भूषण के समर्थन में उतरा चंपावत बार संघ - champawat bar association

अवमानना केस में प्रशांत भूषण को दोषी करार दिए जाने का चंपावत बार एसोसिएशन ने विरोध किया है. साथ ही प्रशांत भूषण का समर्थन किया है.

चंपावत
प्रशांत भूषण के समर्थन में बार संघ
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Published : Aug 20, 2020, 10:05 PM IST

चंपावत: अवमानना केस में दोषी करार दिए गए वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण के समर्थन में चंपावत बार संघ भी आ गया है. चंपावत बार संघ अध्यक्ष राम सिंह ने आज एक प्रेस वार्ता कर कहा कि प्रशांत भूषण एक सोशल एक्टिविस्ट हैं और वह न्याय की लड़ाई लड़ रहे हैं. सुप्रीम कोर्ट उन्हें न्याय की लड़ाई लड़ने से रोक रहा है. चंपावत बार संघ न्याय के साथ है.

प्रशांत भूषण के समर्थन में बार संघ

वकील यतीश चंद्र जोशी ने कहा कि जिस संस्था का काम देश के नागरिकों के मौलिक अधिकारों की रक्षा करना है. लेकिन आज ये संस्था वकीलों को सच उजागर करने की सजा देती है. अगर आज प्रशांत भूषण को उनके स्टेटमेंट पर सजा होती है तो उन सभी लोगों को भी सजा मिलनी चाहिए जो उनके समर्थन में हैं.

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गौरतलब है कि प्रशांत भूषण ने 14 अगस्त को ट्वीट कर न्यायपालिका पर टिप्पणी की थी. जिसको लेकर उनके ऊपर अवमानना का केस चला. जिसमें सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें पहले ही दोषी करार दे दिया है. आज उन्हें अपनी दलील रखने का मौका दिया गया. वहीं, प्रशांत भूषण ने माफी मांगने से इनकार कर दिया है.

चंपावत: अवमानना केस में दोषी करार दिए गए वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण के समर्थन में चंपावत बार संघ भी आ गया है. चंपावत बार संघ अध्यक्ष राम सिंह ने आज एक प्रेस वार्ता कर कहा कि प्रशांत भूषण एक सोशल एक्टिविस्ट हैं और वह न्याय की लड़ाई लड़ रहे हैं. सुप्रीम कोर्ट उन्हें न्याय की लड़ाई लड़ने से रोक रहा है. चंपावत बार संघ न्याय के साथ है.

प्रशांत भूषण के समर्थन में बार संघ

वकील यतीश चंद्र जोशी ने कहा कि जिस संस्था का काम देश के नागरिकों के मौलिक अधिकारों की रक्षा करना है. लेकिन आज ये संस्था वकीलों को सच उजागर करने की सजा देती है. अगर आज प्रशांत भूषण को उनके स्टेटमेंट पर सजा होती है तो उन सभी लोगों को भी सजा मिलनी चाहिए जो उनके समर्थन में हैं.

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गौरतलब है कि प्रशांत भूषण ने 14 अगस्त को ट्वीट कर न्यायपालिका पर टिप्पणी की थी. जिसको लेकर उनके ऊपर अवमानना का केस चला. जिसमें सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें पहले ही दोषी करार दे दिया है. आज उन्हें अपनी दलील रखने का मौका दिया गया. वहीं, प्रशांत भूषण ने माफी मांगने से इनकार कर दिया है.

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