चम्पावत: आशा वर्कर्स ने कलेक्ट्रेट परिसर में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. उनका आरोप है कि 28 फरवरी को एक कार्यक्रम के दौरान जिला प्रशासन द्वारा उन्हें मुख्यमंत्री से मिलने नहीं दिया गया. उन्होंने बताया कि सरकार उनकी मांगों को तो पूरा नहीं कर पा रही है. लेकिन सरकार की विभिन्न योजनाओं की जिम्मेदारी उन्हें दी जा रही है.
आशा वर्कर विनीता पांडेय ने कहा कि आशा वर्कर्स को बीएचएनसी के बजट से अलग रखा जाए तथा आयुष्मान कार्ड का सर्वे उनसे न करवाया जाए. उन्होंने कहा कि अगर सरकार हमारी ये मांगे नहीं मानती है तो सरकार को आशा कार्यक्रम बंद कर देना चाहिए. इस दौरान आशा वर्कर्स ने सीएमओ का घेराव कर उन्हें झूठे आश्वासन देने का भी आरोप लगाया.
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उन्होंने कहा कि बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान में आशा वर्कर्स की महत्वपूर्ण भूमिका होने के बाद भी उनकी बातों को मुख्यमंत्री के समक्ष नहीं रखा जा रहा है. उन्होंने कहा कि जितना वेतन हमें दिया जा रहा है, उतना ही कार्य हमसे करवाया जाए.