थराली: आगामी 2 नवंबर से थराली-देवाल-वांण मोटर मार्ग पर बड़े वाहन दौड़ने लगेंगे. पिंडर नदी पर क्षतिग्रस्त मोटर पुल को विभाग ने दुरुस्त कर लिया है. पुल को आवाजाही शुरू होने के बाद जिला मुख्यालय सहित गढ़वाल मंडल के अन्य क्षेत्रों में आवागमन करने वाले लोग समय से अपने गंतव्य तक पहुंच पाएंगे.
दरअसल, 25 मई को थराली-देवाल राजमार्ग पर थराली बाजार में पिंडर नदी के ऊपर बने मोटर पुल का डेक क्षतिग्रस्त हो गया था. जिस कारण पुल को सभी तरह के चौपहिया वाहनों के आवागमन के लिए बंद कर दिया गया था. बाद में क्षतिग्रस्त डेक के ऊपर लोहे की चादरों को डाल कर इस पुल को छोटे वाहनों के आवागमन के लिए खोल दिया गया था. लेकिन पुल को बड़े वाहनों की आवाजाही के लिए बंद रखा गया था, जोकि अब भी जारी हैं. इसके बाद इसी महीने की 4 तारीख को पुल पर मरम्मत का कार्य शुरू होने के चलते सभी वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से बंद कर दी गई थी, जो आज तक भी बंद है. थराली पुल पर आवागमन पूरी तरह से बंद होने का सर्वाधिक प्रभाव पूरे देवाल विकासखंड के साथ ही आधे से अधिक थराली विकासखंड के लोगों पर पड़ रहा है.
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इन ब्लॉकों के लोगों को जिला मुख्यालय गोपेश्वर, राजधानी देहरादून सहित गढ़वाल मंडल के अन्य क्षेत्रों से आने जाने के लिए 25 से लेकर 40 किमी की अतिरिक्त दूरी नापनी पड़ रही है. वहीं अब पुल के मरम्मत का कार्य पूरा हो चुका है. पुल को वाहनों के संचालन के लिए खोल दिए जाने से लोगों को अतिरिक्त दूरी नहीं नापनी पड़ेगी. निर्माण खंड लोनिवि थराली के अधिशासी अभियंता दिनेश मोहन गुप्ता ने बताया कि 4 अक्टूबर को पुल को पूरी तरह वाहनों के लिए बंद कर दिया गया था. इस दौरान पुनर्निर्माण के तहत पुल के क्षतिग्रस्त डेक का मरम्मत कार्य किया गया. सीमेंट सेट होने का इंतजार किया जा रहा हैं. मानकों के अनुरूप 1 नवंबर तक सीमेंट पूरी तरह से सेट हो जाएगा और 2 नवंबर को पुल को एक बार फिर से वाहनों के आवागमन के लिए खोल दिया जाएगा.