चमोली: बीते दिनों हुई बर्फबारी के बाद बदरीनाथ धाम का शीतकालीन स्थल पांडुकेश्वर भी बर्फ से लकदक है. पांडुकेश्वर में योग ध्यान मंदिर भगवान बदरीनाथ, कुबेर और उद्धव का शीतकालीन गद्दी स्थल है. मौसम सामान्य होने पर योग ध्यान मन्दिर का नजारा काफी मनमोहक बना हुआ है. धूप खिलने के बाद यहां पर्यटकों के पहुंचने का सिलसिला भी शुरू हो गया है. बदरीनाथ धाम में इन दिनों लगभग 7 फीट बर्फ जमी है.
बर्फबारी के कारण हनुमान चट्टी से आगे बदरीनाथ हाइवे बर्फ से ढका हुआ है, जिससे पर्यटक और तीर्थयात्री जोशीमठ और पांडुकेश्वर तक ही पहुंच रहे हैं. यात्रियों को पांडुकेश्वर में बर्फ से ढकी पर्वत चोटियां बरबस ही अपनी ओर आकर्षित कर रही हैं. बीते 4 दिनों से चमोली जिले में बारिश और बर्फबारी के कारण निचली चोटियों ने भी बर्फ की चादर ओढ़ ली थी. जोशीमठ तक बर्फ जम जाने से लोगों को हाड़ कंपाने वाली ठंड का सामना करना पड़ रहा है. शुक्रवार को मौसम खुला और पर्यटकों ने राहत की सांस ली है. अब पांडुकेश्वर तक हाइवे पर वाहनों की आवाजाही होने से पर्यटक सैर सपाटे के साथ ही योग ध्यान मन्दिर में भगवान बदरीनाथ के दर्शन करने को पहुंच रहे हैं.
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चमोली में अभी भी बीते दिनों हुई बर्फबारी से 120 गांव प्रभावित हैं. अभी भी जिले में जोशीमठ विकासखंड के 4 गांवों और घाट विकासखंड के रामणी गांव में विद्युत आपूर्ति बहाल नहीं हो पाई है. वहीं, जोशीमठ-मलारी बॉर्डर रोड और हनुमान चट्टी से माणा, जोशीमठ-औली सहित अन्य 4 लिंक मोटरमार्ग सड़क पर मोटी बर्फ की चादर जमी होने के कारण बंद चल रहे हैं, जिनको खोलने का कार्य जारी है.