थराली: प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत पेनगढ़ मोटर मार्ग का प्रथम चरण का कार्य एनपीसीसी के द्वारा किया जा रहा है. सड़क निर्माण के दौरान निकले मलबे को चिन्हित स्थानों में डाला जाना था. लेकिन सड़क निर्माण कर रहे ठेकेदार द्वारा मलबे का निस्तारण निर्धारित जोनों में न कर, इधर-उधर गिराया गया है. यहां तक कि अधिकांश मलबा पिंडर नदी में डाला गया है. जिससे यहां की वन भूमि एवं पेड़ पौधों को बड़ा नुकसान पहुंचा है.
जिस पर रेंज अधिकारी, मध्य पिंडर क्षेत्र थराली ने 20 दिसम्बर को एनपीसीसी को नोटिस भी दिया, बावजूद ठेकेदार की मनमानी जारी है. नियम कानूनों को ताक पर रखते हुए ठेकेदार द्वारा लगातार पर्यावरण को नुकसान पहुंचाते हुये पिंडर नदी में मलबा डाला जा रहा है.
वहीं एनपीसीसी ने भी ठेकेदार को वन विभाग से मिले नोटिस का हवाला देते हुए नोटिस जारी किया है, लेकिन कार्रवाई कब होगी अभी ये कहना मुश्किल है. क्योंकि दो बार नोटिस मिलने के बावजूद भी ठेकेदार द्वारा सड़क कटिंग का मलबा सीधे पिंडर नदी में डाला जा रहा है. जिससे वन संपदा को तो नुकसान हो ही रहा है अलबत्ता जगह-जगह मलबा डाले जाने से भूस्खलन का भी खतरा बना हुआ है. ठेकेदार द्वारा बार-बार बरती जा रही इस अनियमितता को लेकर आसपास गांवों के लोग उपजिलाधिकारी थराली को भी ज्ञापन दे चुके हैं, लेकिन कार्रवाई के नाम पर अब तक कुछ भी न हो सका है.
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वहीं इस मामले पर रेंज अधिकारी थराली गोपाल सिंह बिष्ट का कहना है कि विभाग को नोटिस दिया गया है. वन विभाग के उच्च अधिकारियों को भी अवगत कराया जा चुका है. साथ ही उन्होंने कहा कि जल्द ही वन संपदा को पहुंचाए गए नुकसान का आकलन कर आंकडा भारत सरकार को भेजा जा चुका है.