चमोली: उत्तराखंड में बीते दिनों हुई बारिश ने जमकर कहर बरपाया है. भारी बारिश के चलते जगह-जगह पहाड़ियों से मलबा आने से मार्ग बाधित हो गए हैं. ऋषिकेश-बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग भी भूस्खलन के कारण बाधित हो गया था. इस कारण यात्रा भी बंद थी. लोक निर्माण विभाग की टीम ने ऋषिकेश से लेकर बदरीनाथ धाम तक लगभग सभी जगहों से मलबा हटाकर सड़क को आवाजाही के लिए खोल दिया है. इसके साथ ही बदरीनाथ धाम की यात्रा भी शुरू हो गई है.
बता दें कि, चमोली में बीते दिनों की बारिश से बंद हुए सड़क मार्ग को 48 घंटों के अंदर 14 जगहों पर बीआरओ के द्वारा सुचारू कर दिया गया है. ऋषिकेश से लेकर बदरीनाथ धाम तक बाधित मार्ग को आवाजाही के लिए खुलावा दिया है और बदरीनाथ धाम की यात्रा शुरू कर दी है.
बताया जा रहा है कि बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर जोशीमठ से आगे 14 जगहों पर मलबा गिरा था, जिसमें बुधवार को एनएच, पीडब्ल्यूडी और बीआरओ ने मिलकर सड़क को यातायात के लिए सुचारू करने का काम शुरू किया. मौसम साफ होने के बाद संबंधित विभागों द्वारा सड़क खोलने का काम किया गया. बीआरओ के कमांडर मनीष कपिल ने बताया कि जहां-जहां पर मलबा आया था वहां सड़क को साफ कर दिया गया है. हनुमान चट्टी, रडांग बैंड आदि जगहों पर सड़क खोल दी गई है. कंचनगंगा में भी सड़क को सुचारू कर दिया गया है.
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बता दें कि, उत्तराखंड में तीन दिन की बारिश थमने के बाद अस्थायी रूप से रोकी गई चारधाम यात्रा सुचारू कर दी गई थी, बदरीनाथ यात्रा छोड़कर गंगोत्री-यमुनोत्री व केदारनाथ यात्रा बुधवार को शुरू हो गई थी. जबकि बदरीनाथ हाईवे लैंडस्लाइड होने के कारण अवरुद्ध था, जिस कारण तीर्थयात्रियों को जोशीमठ, पीपलकोटी आदि जगहों पर रोका गया था. बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग मंगलवार से टंगड़ी, बेनाकुली, लामबगड़, हनुमान चट्टी में मलबा आने से अवरूद्ध था, जो अब सुचारू कर दिया गया है.
बुधवार को केदारनाथ में मौसम सामान्य रहा तो 8 हजार तीर्थयात्री सोनप्रयाग, लिंचोली से बेस कैंप केदारनाथ के लिए रवाना हुए. जबकि 5 हजार यात्रियों ने केदारनाथ पहुंचकर बाबा केदार के दर्शन किए. दूसरी तरफ यमुनोत्री धाम की यात्रा मंगलवार सुबह ही शुरू कर दी गई थी. मंगलवार सुबह से बुधवार शाम तक कुल ढाई हजार श्रद्धालु धाम में दर्शन करने के लिए पहुंचे.