चमोली: तपोवन टनल के अंदर पानी के रिसाव के चलते रेस्क्यू ऑपरेशन को रोकना पड़ गया है. फिलहाल एजेंसियां पंपिंग मशीन के जरिए टनल के अंदर से पानी बाहर निकालने में जुटी हुईं हैं. एसडीआरएफ के मुताबिक टनल से पानी बाहर निकालने के बाद दोबारा राहत-बचाव कार्य शुरू किया जाएगा.
![tapovan-tunnel](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/uk-cha-01-reskyu-roka-dry-uk10003_16022021175207_1602f_1613478127_864.jpg)
वहीं, आपदा के बाद अब तपोवन और रैणी गांव के आसपास जनजीवन धीरे-धीरे पटरी पर लौट रहा है. तपोवन गांव के ठीक सामने भंग्यूल गांव जाने के लिए धौली गंगा पर लोक निर्माण विभाग द्वारा ट्रॉली फिट की गई है. आज भी टनल के अंदर से एनडीआरएफ को दो शव बरामद हुए हैं. जिसके बाद आपदा में मृतकों की संख्या बढ़कर 58 हो गई है. वहीं 146 लोग अब भी लापता हैं, जिनकी लगातार तलाश की जा रही है.
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एसडीआरएफ द्वारा ऋषिगंगा नदी पर लगाए गए अलार्म सिस्टम का भी आज फाइनल ट्रायल किया गया है. साथ ही सेना के जवानों के द्वारा नीती घाटी के उन 13 गांवों के लोगों को अस्थायी पुल से आर पार करवाया जा रहा है, जिनका संपर्क 7 फरवरी को रैणी पुल बह जाने के बाद कट गया था. डीएम चमोली स्वाति एस भदौरिया के मुताबिक पैंग गांव में भी विद्युत आपूर्ति सुचारू कर दी गई है.