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कोरोना काल के बाद फूलों की घाटी पहुंचे रिकॉर्ड तोड़ सैलानी, स्थानीय लोगों के चेहरे खिले - फूलों की घाटी पहुंचे रिकॉर्ड तोड़ सैलानी

चमोली स्थित विश्व धरोहर फूलों की घाटी में कोरोना काल के बाद रिकॉर्ड तोड़ यात्री पहुंचे हैं. इस बार घाटी पहुंचने वाले देशी और विदेशी पर्यटकों की संख्या 17,515 पहुंच चुकी है. जबकि अभी भी पर्यटकों के आने का सिलसिला जारी है. वहीं, यात्रियों की आमद से वन विभाग को अब तक 26 लाख 28 हजार 550 रुपये की आय हो चुकी है.

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Published : Aug 28, 2022, 7:36 PM IST

Updated : Aug 28, 2022, 8:07 PM IST

चमोली: कोरोना काल के बाद विश्व धरोहर फूलों की घाटी (world heritage valley of flowers) में इस बार रिकॉर्ड तोड़ पर्यटक पहुंच रहे हैं. अब तक 17,515 देशी विदेशी पर्यटक घाटी का दीदार कर चुके हैं, जो फूलों की घाटी में एक सीजन में सबसे अधिक पर्यटक आने का रिकॉर्ड है, इससे पहले 2019 में 17,424 पर्यटक आने का रिकॉर्ड था.

वन विभाग को अब तक 26 लाख 28 हजार 550 रुपये की आय हो चुकी है. अभी भी इस सीजन को खत्म होने में लगभग दो माह का समय बचा है. फूलों की घाटी की यात्रा (Valley of Flowers Tour) चलने से स्थानीय व्यवसायियों को अच्छी आमद हुई है, जिसने कोरोना काल के बाद संजीवनी का काम किया है. समुद्रतल से 12,995 फीट की ऊंचाई पर स्थित फूलों की घाटी को यूनेस्को ने साल 2005 में विश्व धरोहर का दर्जा दिया था.

87.5 वर्ग किमी क्षेत्रफल में फैली इस घाटी में जहां 500 से अधिक दुर्लभ प्रजाति के फूल खिलते हैं. वहीं, यहां दुर्लभ हिमालयी जीव-जंतु, परिंदों और जड़ी बूटियों का दीदार भी किया जा सकता हैं. यही वजह है कि हर साल यहां हजारों देशी-विदेशी पर्यटक पहुंचते हैं. यहां पर कल-कल करती पुष्पावती नदी, प्राकृतिक झरने, फूलों की सुंदर वादियां पर्यटकों को मंत्र मुगध करती है.

फूलों की घाटी पहुंचे रिकॉर्ड तोड़ सैलानी

ये भी पढ़ें: मन की बात में PM मोदी ने उत्तराखंड के बेड़ू फल की बताई खूबियां, पिथौरागढ़ प्रशासन की तारीफ

यहां पर 500 से अधिक प्रजाति के प्राकृतिक फूल खिलते हैं, जो दुनिया में इकलौती जगह है. इसके अलावा यहां दुर्लभ प्रजाति के वन्यजीव के साथ जैव विविधता का खजाना है. घाटी की खोज फ्रैंक स्मिथ ने की थी.

स्थानीय निवासी भारत चौहान ने बताया कि कोरोना काल में पर्यटकों के कम आने से पर्यटन व्यवसाय चौपट हो गया था. वहीं, इस बार रिकॉर्ड संख्या में पर्यटकों के आने से पर्यटन और होटल व्यवसायियों को काफी लाभ हुआ है. उम्मीद है अगले दो महीनों में इसमें और इजाफा होगा.

फूलों की घाटी के वन क्षेत्र अधिकारी चेतना कांडपाल ने कहा कि कोरोना काल के बाद इस साल रिकॉर्ड तोड़ पर्यटक फूलों की घाटी का दीदार करने पहुंच रहे हैं. इस साल अभी तक 17,515 देशी विदेशी पर्यटक घाटी का दीदार कर चुके हैं. जो फूलों की घाटी में अब तक सबसे अधिक पर्यटक आने का रिकॉर्ड है.

पिछला रिकॉर्ड 2019 में 17,424 पर्यटकों का था. इस साल पर्यटकों के आने से अब तक 26,28,750 रुपए की आमदनी हुई है. जो घाटी ने सबसे अधिक राजस्व रिकॉर्ड से 1,32,000 कम है. अगस्त माह में रिकॉर्ड तोड़ पर्यटक घाटी पहुंचे हैं. अभी भी पर्यटकों के पहुंचने का सिलसिला जारी है. स्थानीय पर्यटन व्यवसायियों को भी अच्छी आमदनी हुई हैं.

चमोली: कोरोना काल के बाद विश्व धरोहर फूलों की घाटी (world heritage valley of flowers) में इस बार रिकॉर्ड तोड़ पर्यटक पहुंच रहे हैं. अब तक 17,515 देशी विदेशी पर्यटक घाटी का दीदार कर चुके हैं, जो फूलों की घाटी में एक सीजन में सबसे अधिक पर्यटक आने का रिकॉर्ड है, इससे पहले 2019 में 17,424 पर्यटक आने का रिकॉर्ड था.

वन विभाग को अब तक 26 लाख 28 हजार 550 रुपये की आय हो चुकी है. अभी भी इस सीजन को खत्म होने में लगभग दो माह का समय बचा है. फूलों की घाटी की यात्रा (Valley of Flowers Tour) चलने से स्थानीय व्यवसायियों को अच्छी आमद हुई है, जिसने कोरोना काल के बाद संजीवनी का काम किया है. समुद्रतल से 12,995 फीट की ऊंचाई पर स्थित फूलों की घाटी को यूनेस्को ने साल 2005 में विश्व धरोहर का दर्जा दिया था.

87.5 वर्ग किमी क्षेत्रफल में फैली इस घाटी में जहां 500 से अधिक दुर्लभ प्रजाति के फूल खिलते हैं. वहीं, यहां दुर्लभ हिमालयी जीव-जंतु, परिंदों और जड़ी बूटियों का दीदार भी किया जा सकता हैं. यही वजह है कि हर साल यहां हजारों देशी-विदेशी पर्यटक पहुंचते हैं. यहां पर कल-कल करती पुष्पावती नदी, प्राकृतिक झरने, फूलों की सुंदर वादियां पर्यटकों को मंत्र मुगध करती है.

फूलों की घाटी पहुंचे रिकॉर्ड तोड़ सैलानी

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यहां पर 500 से अधिक प्रजाति के प्राकृतिक फूल खिलते हैं, जो दुनिया में इकलौती जगह है. इसके अलावा यहां दुर्लभ प्रजाति के वन्यजीव के साथ जैव विविधता का खजाना है. घाटी की खोज फ्रैंक स्मिथ ने की थी.

स्थानीय निवासी भारत चौहान ने बताया कि कोरोना काल में पर्यटकों के कम आने से पर्यटन व्यवसाय चौपट हो गया था. वहीं, इस बार रिकॉर्ड संख्या में पर्यटकों के आने से पर्यटन और होटल व्यवसायियों को काफी लाभ हुआ है. उम्मीद है अगले दो महीनों में इसमें और इजाफा होगा.

फूलों की घाटी के वन क्षेत्र अधिकारी चेतना कांडपाल ने कहा कि कोरोना काल के बाद इस साल रिकॉर्ड तोड़ पर्यटक फूलों की घाटी का दीदार करने पहुंच रहे हैं. इस साल अभी तक 17,515 देशी विदेशी पर्यटक घाटी का दीदार कर चुके हैं. जो फूलों की घाटी में अब तक सबसे अधिक पर्यटक आने का रिकॉर्ड है.

पिछला रिकॉर्ड 2019 में 17,424 पर्यटकों का था. इस साल पर्यटकों के आने से अब तक 26,28,750 रुपए की आमदनी हुई है. जो घाटी ने सबसे अधिक राजस्व रिकॉर्ड से 1,32,000 कम है. अगस्त माह में रिकॉर्ड तोड़ पर्यटक घाटी पहुंचे हैं. अभी भी पर्यटकों के पहुंचने का सिलसिला जारी है. स्थानीय पर्यटन व्यवसायियों को भी अच्छी आमदनी हुई हैं.

Last Updated : Aug 28, 2022, 8:07 PM IST
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