थराली: विकासखंड के अंतर्गत सूना गांव के कुछ लोगों ने खेतो में पराली जलाई थी. वहीं, अब आग ने इस कदर विकराल रूप ले लिया है कि आसपास के लोग खौफजदा हैं. वहीं, स्थानीय लोगों ने आग पर काबू पाने का भरसक प्रयास किया, लेकिन सफल नहीं हो सके.
दरअसल, लोग आए दिन खेतों में पराली जला रहे हैं, जिसकी आग जंगलों तक पहुंच रही है और जंगलों में लगी आग से लाखों की वन संपदा जलकर राख हो रही है. हालांकि वन विभाग की ओर से समय-समय पर लोगों को जागरूक भी किया जाता है. लेकिन ग्रामीण अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं. वहीं देवाल विकासखंड के ल्वाणी गांव के पास वनाग्नि से चीड़ के जंगल धू-धू कर जल रहे हैं. वनाग्नि की इन घटनाओं से अंजान वन महकमा इस ओर अभीतक कोई भी ठोस कार्रवाई नहीं कर पाया है. वहीं विभाग न ही ये जानकारी जुटा पाया है कि अबतक कितनी वन संपदा आग की भेंट चढ़ी है.
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वहीं, वनक्षेत्राधिकारी थराली/देवाल त्रिलोक सिंह बिष्ट ने बताया कि अभीतक उनके क्षेत्र से वनाग्नि की कोई जानकारी नहीं मिली है. उन्होंने कहा कि ग्रामीणों को लगातार जागरूक किया जा रहा है कि अपने खेतों पराली ना जलाएं. लेकिन अभीतक ग्रामीणों द्वारा खेतों में पराली जलाने का ऐसा कोई भी मामला नहीं आया है.