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60 साल बाद बदला गया भगवान बदरीनाथ का मुकुट, NRI भक्त ने किया भेंट

देवभूमि स्थित भगवान बदरीनाथ को एक एनआरआई भक्त ने ढाई किलो के सोने के 2 मुकुट और 3 कवच भेंट स्वरूप प्रदान किए हैं. अभी तक भगवान बदरीविशाल के माथे पर चमक बिखेरने वाले मुकुट को 60 साल पहले राजस्थान के किसी राजवाड़े के राजा ने चढ़ाया था.

भगवान बदरीनाथ
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Published : May 10, 2019, 11:59 PM IST

चमोली: हमारे देश के अनेक धार्मिक स्थलों में भक्तों द्वारा समय-समय पर भगवान को भारी भरकम दान के साथ ही सोने के आभूषण और अन्य बेशकीमती सामग्री भेंट स्वरूप प्रदान की जाती है. मनोकामना पूर्ण होने पर भक्त भगवान के चरणों में कुछ विशेष अर्पित करते हैं. देवभूमि स्थित भगवान बदरीनाथ को भी एक एनआरआई भक्त ने ढाई किलो के सोने के 2 मुकुट और 3 कवच भेंट स्वरूप प्रदान किए हैं.

भगवान बदरीनाथ को एक एनआरआई भक्त ने ढाई किलो के सोने के 2 मुकुट भेंट स्वरूप प्रदान किए.

बता दें कि शुक्रवार को ब्रह्ममुहूर्त में 6 माह के लिए भगवान बदरी विशाल के कपाट आम भक्तों के लिए खोल दिये गए. कपाट खुलने के दौरान बदरीनाथ धाम में 10 हजार से अधिक भक्त मौजूद रहे. वहीं, अभिषेक श्रृंगार पूजा के बाद भगवान बदरीविशाल की मूर्ति को अजय शाह द्वारा भेंट किया गया स्वर्ण मुकुट विधि-विधान के साथ पहना दिया गया.

गुरुवार को अमेरिका के एनआरआई अजय शाह ने बदरीनाथ धाम में पहुंचकर सोने से निर्मित 2 मुकुट और 3 कवच मंदिर समिति को दान किये गए. बता दें कि अभी तक भगवान बदरीविशाल के माथे पर चमक बिखेरने वाले मुकुट को 60 साल पहले राजस्थान के किसी राजवाड़े के राजा ने भगवान बदरीविशाल को चढ़ाया था.

यह भी पढ़ेंः तुंगनाथ मंदिर के कपाट खुले, यहां होती है भगवान शिव की भुजाओं की पूजा

जिसके बाद 60 साल बाद अब अजय शाह ने भगवान बदरी विशाल को सोने और रत्नों से चढ़ा मुकुट भेंट किया है. ईटीवी भारत से एनआरआई अजय शाह ने बातचीत में बताया कि पिछले साल वे बदरीनाथ धाम आए थे. इसी बीच धाम में ही किसी व्यक्ति ने उन्हें बताया कि भगवान बदरीनाथ का मुकुट कई साल पुराना हो गया. जिसे कई सालों से बदला नहीं गया है. जिसके बाद उन्होंने भगवान बदरीविशाल के सोने के मुकुट के लिए 1 करोड़ रुपए दान करने का संकल्प लिया. अजय शाह ने कहा कि इस साल उन्हें भगवान बदरीविशाल को 2 मुकुट और सोने और रत्नों से बने हुए 3 कवच भेंट चढ़ाने का सौभाग्य मिला.


वहीं, इस मामले में बदरी केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष मोहन प्रसाद थपलियाल ने बताया कि शुक्रवार को ब्रह्ममुहूर्त में 6 माह के लिए भगवान बदरी विशाल के कपाट आम भक्तों के लिए खोल दिये गए. इस मौके पर बदरीनाथ धाम में 10 हजार से अधिक भक्त मौजूद रहे. साथ ही इस बार एनआरआई अजय शाह ने भगवान को सोने और रत्नों से जड़ित मुकुट और कवच चढ़ाए हैं. उन्होंने पिछले साल एक मन्नत मांगी थी जो पूर्ण हुई है जिसके बाद उन्होंने भगवान को ये मुकुट और कवच भेंट किए.

चमोली: हमारे देश के अनेक धार्मिक स्थलों में भक्तों द्वारा समय-समय पर भगवान को भारी भरकम दान के साथ ही सोने के आभूषण और अन्य बेशकीमती सामग्री भेंट स्वरूप प्रदान की जाती है. मनोकामना पूर्ण होने पर भक्त भगवान के चरणों में कुछ विशेष अर्पित करते हैं. देवभूमि स्थित भगवान बदरीनाथ को भी एक एनआरआई भक्त ने ढाई किलो के सोने के 2 मुकुट और 3 कवच भेंट स्वरूप प्रदान किए हैं.

भगवान बदरीनाथ को एक एनआरआई भक्त ने ढाई किलो के सोने के 2 मुकुट भेंट स्वरूप प्रदान किए.

बता दें कि शुक्रवार को ब्रह्ममुहूर्त में 6 माह के लिए भगवान बदरी विशाल के कपाट आम भक्तों के लिए खोल दिये गए. कपाट खुलने के दौरान बदरीनाथ धाम में 10 हजार से अधिक भक्त मौजूद रहे. वहीं, अभिषेक श्रृंगार पूजा के बाद भगवान बदरीविशाल की मूर्ति को अजय शाह द्वारा भेंट किया गया स्वर्ण मुकुट विधि-विधान के साथ पहना दिया गया.

गुरुवार को अमेरिका के एनआरआई अजय शाह ने बदरीनाथ धाम में पहुंचकर सोने से निर्मित 2 मुकुट और 3 कवच मंदिर समिति को दान किये गए. बता दें कि अभी तक भगवान बदरीविशाल के माथे पर चमक बिखेरने वाले मुकुट को 60 साल पहले राजस्थान के किसी राजवाड़े के राजा ने भगवान बदरीविशाल को चढ़ाया था.

यह भी पढ़ेंः तुंगनाथ मंदिर के कपाट खुले, यहां होती है भगवान शिव की भुजाओं की पूजा

जिसके बाद 60 साल बाद अब अजय शाह ने भगवान बदरी विशाल को सोने और रत्नों से चढ़ा मुकुट भेंट किया है. ईटीवी भारत से एनआरआई अजय शाह ने बातचीत में बताया कि पिछले साल वे बदरीनाथ धाम आए थे. इसी बीच धाम में ही किसी व्यक्ति ने उन्हें बताया कि भगवान बदरीनाथ का मुकुट कई साल पुराना हो गया. जिसे कई सालों से बदला नहीं गया है. जिसके बाद उन्होंने भगवान बदरीविशाल के सोने के मुकुट के लिए 1 करोड़ रुपए दान करने का संकल्प लिया. अजय शाह ने कहा कि इस साल उन्हें भगवान बदरीविशाल को 2 मुकुट और सोने और रत्नों से बने हुए 3 कवच भेंट चढ़ाने का सौभाग्य मिला.


वहीं, इस मामले में बदरी केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष मोहन प्रसाद थपलियाल ने बताया कि शुक्रवार को ब्रह्ममुहूर्त में 6 माह के लिए भगवान बदरी विशाल के कपाट आम भक्तों के लिए खोल दिये गए. इस मौके पर बदरीनाथ धाम में 10 हजार से अधिक भक्त मौजूद रहे. साथ ही इस बार एनआरआई अजय शाह ने भगवान को सोने और रत्नों से जड़ित मुकुट और कवच चढ़ाए हैं. उन्होंने पिछले साल एक मन्नत मांगी थी जो पूर्ण हुई है जिसके बाद उन्होंने भगवान को ये मुकुट और कवच भेंट किए.

Intro:भू बैकुंठ बद्रीनाथ के कपाट आज 4 बजकर 15 मिनट पर ब्रम्हमुहर्त में 6 माह के लिए आम श्रदालुओं के लिए खोल दिये गए है ।आज कपाट खुलने बद्रीनाथ धाम में 10 हजार से अधिक श्रदालू मौजूद रहे ।इन सबके बीच अमेरिका एनआरआई अजय शाह ने बद्रीनाथ धाम में पहुंच कर सोने द्वारा निर्मित 2 मुकुट और 3 कवच मंदिर समिति को दान किये ।अभिषेक श्रंगार पूजा के बाद भगवान बद्रीविशाल की मूर्ति पर अजय शाह द्वारा भेंट किया गया स्वर्ण मुकुट विधिविधान के साथ पहना दिया गया है ।

नोट-बाईट और विस्वल-मेल से भेजे है।




Body:भगवान बद्रीविशाल की आज हुई अभिषेक पूजा के दौरान अमेरिका एनआरआई अजय शाह द्वारा मंदिर समिति को दान किये स्वर्ण और रत्न जड़ित मुकुट और कवच भगवान बद्रीविशाल की मूर्ति विधिविधान के साथ पहना दिए गए है ।इस दौरान अजय शाह भी खुद अभिषेक पूजा में मौजूद थे। वह खुद ढाई किलो सोने के 2 मुकुट और 3 कवच बनवा कर बद्रीनाथ धाम पहुंचे थे। अजय शाह ने बताया कि पिछले वर्ष में बद्रीनाथ धाम में यात्रा के दौरान आया था,इसी बीच धाम में ही किसी व्यक्ति ने मुझे बताया कि भगवान बद्रीनाथ का मुकुट कई वर्ष पुराना हो गया है ,और अब तक इसको बदला नही गया ,जिसके बाद पिछले वर्ष मैंने भगवान बद्रीविशाल के सोने के मुकुट के लिए 1 करोड़ रुपये का बद्रीनाथ धाम में संकल्प लिया था।और इस वर्ष मुझे भगवान बद्रीविशाल को 2 मुकुट और 3 सवर्णों और रत्नों से बने हुए कवच चढ़ाने का सौभाग्य मिला ,जिसके लिए में विशेष कपाट खुलने पर बद्रीनाथ धाम आया था।

बाईट-अजय शाह-दानी

बीओ 2-बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के अध्य्क्ष मोहन प्रसाद थपलियाल ने बताया कि अमेरिका एनआरआई नागरिक अजय शाह ने पिछले वर्ष भगवान बद्रीविशाल से मनोती मांगी थी ,जिसके पूर्ण होने पर खुद अजय ने बद्रीनाथ धाम में पहुंचकर भगवान बद्रीविशाल को सोने और रत्नों से जड़ित मुखुट और कवच चढाये गए है।

बाईट-मोहन प्रसाद थपलियाल-अध्य्क्ष बद्री केदार मंदिर समिति।



Conclusion:बता के कि आज तक भगवान बद्रीविशाल के माथे पर चमक बखेरने वाले मुकुट को 60 वर्ष पूर्व राजस्थान के किसी राजवाड़े के राजा ने भगवान बद्रीविशाल को चढ़ाए थे।जिनको कि आज भगवान बद्रीविशाल के मुख्य पुजारी रावल के द्वारा भगवान के अभिषेक श्रंगार् के दौरान बदला गया हैं।इस दौरान मुखुट और कवव दान करने वाले अजय शाह,बीकेटीसी के अध्य्क्ष मोहन प्रसाद थपलियाल सहित बदरीनाथ मंदिर के धर्माधिकारी भुवन चन्द्र उनियाल मौजूद रहे।
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