चमोलीः पंच केदारों में से चतुर्थ केदार रुद्रनाथ की चल विग्रह डोली हिमालय से लौट आई है. आज भगवान रुद्रनाथ की डोली गोपेश्वर स्थित गोपीनाथ मंदिर पहुंची. जहां श्रद्धालुओं ने जयकारों और फूल मालाओं के साथ देव डोली का भव्य स्वागत किया. इसके अलावा मुख्य बाजार में भव्य शोभा यात्रा भी निकाली. वहीं, विशेष पूजा अर्चना के बाद भगवान रुद्रनाथ के चल विग्रह डोली को गर्भगृह में विराजमान कर दिया गया. अब आगामी ज्येष्ठ संक्रांति तक भगवान रुद्रनाथ की पूजा अर्चना इसी गोपीनाथ मंदिर में की जाएगी.
गौर हो कि चतुर्थ केदार से विख्यात भगवान रुद्रनाथ के मंदिर के कपाट बीती 18 अक्टूबर को ब्रह्म मुहूर्त में पूरे विधि विधान से शीतकाल के लिए बंद किए गए थे. जिसके बाद देव डोली रात्रि विश्राम के लिए मोली खर्क पहुंची. जहां से 19 अक्टूबर को पूजा अर्चना के बाद यात्रा सगर गांव होते हुए रात्रि विश्राम के लिए गंगोलगांव पहुंची. वहीं, गंगोलगांव में पूजा अर्चना और मध्याह्न भोग के बाद भगवान रुद्रनाथ की चल विग्रह डोली गोपेश्वर के लिए रवाना हुई.
वहीं, आज भगवान रुद्रनाथ की चल विग्रह डोली अपने शीतकालीन गद्दीस्थल गोपीनाथ मंदिर पहुंची. जहां मुख्य पुजारी जनार्दन प्रसाद तिवाड़ी और वंशी प्रसाद भट्ट ने पूजा अर्चना के बाद चल विग्रह को गोपीनाथ मंदिर के गर्भगृह में विराजमान कर दिया. इस मौके पर श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा.
इस मौके पर गोपेश्वर मंदिर परिसर समेत चारों ओर भगवान रुद्रनाथ और शिव के जयकारों की गूंज सुनने की मिली. बता दें कि रुद्रनाथ में भगवान शिव के रुद्र और शांत रूपों की पूजा होती है. बीते दिनों रुद्रनाथ में जमकर बर्फबारी हुई थी. जब कपाट बंद हुए, उस वक्त भी धाम में बर्फ जमी थी.
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