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पहाड़ी दरकने से कर्णप्रयाग-नैनीसैण मोटरमार्ग बंद, खतरे की जद में गोपेश्वर का विकासनगर

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Published : Jun 20, 2021, 6:28 PM IST

Updated : Jun 20, 2021, 7:21 PM IST

विकासनगर मोहल्ले के निवासी लगातार हो रहे भूस्खलन को लेकर भयभीत हैं. इस समस्या को लेकर उन्होंने शासन प्रशासन से कई बार गुहार लगा चुके हैं, लेकिन अभी तक कोई स्थायी समाधान नहीं किया गया है.

पहाड़ी दरकने से कर्णप्रयाग-नैनीसैण मोटरमार्ग बंद
पहाड़ी दरकने से कर्णप्रयाग-नैनीसैण मोटरमार्ग बंद

चमोली: कर्णप्रयाग विकासखंड में कर्णप्रयाग-नैनीसैण मोटरमार्ग पर पहाड़ी का एक बड़ा हिस्सा टूटकर सड़क पर गिरने से मार्ग बाधित हो गया. जिसकी वजह से कई गांवों का संपर्क टूट गया. सड़क बंद होने के कारण कई वाहन और राहगीर फंस गए. इस दौरान नैनीसैण जा रहे एक वाहन चालक ने चट्टान टूटने का वीडियो अपने मोबाइल में कैद कर लिया. जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. सड़क खोलने को लेकर लोक निर्माण विभाग ने कर्णप्रयाग के अधिशासी अभियंता से फोन पर संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन उनका फोन नहीं लग रहा है.

खतरे की जद में गोपेश्वर का विकासनगर

वहीं, जिला मुख्यालय गोपेश्वर के विकासनगर मोहल्ले में करीब एक दर्जन से अधिक घर खतरे की जद में आ गए हैं. पिछले 1 साल से लगातार क्षेत्र में हो रहे भूस्खलन से कई घरों में दरारें आ गई हैं. यहां के लोगों का कहना है कि शासन प्रशासन से कई बार भूस्खलन क्षेत्र में स्थाई सुरक्षा की मांग को लेकर गुहार लगा चुके हैं, लेकिन अभी तक इस दिशा में कोई कार्रवाई नहीं की गई है.

आलम ये है कि बरसात का मौसम शुरू होने के साथ ही एक बार फिर से क्षेत्र में भू-धंसाव होने लग गया है. यहां रहने वाले लोगों के अंदर दहशत का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि मोहल्ले में हल्की बारिश होने पर भी यहां के निवासी रात भर जगे रहते हैं.

पहाड़ी दरकने से कर्णप्रयाग-नैनीसैण मोटरमार्ग बंद

विकासनगर मोहल्ला निवासियों का कहना है कि भूस्खलन की समस्या को लेकर उन्होंने कई बार जिलाधिकारी और शासन के पदाधिकारियों से मुलाकात की. प्रशासन की तरफ से 20 लाख की लागत से कुछ हद तक यहां पर सुरक्षा दीवार बनाए जाने का काम किया जा रहा है, लेकिन भूस्खलन इतना ज्यादा है कि उसके लिए वृहद स्तर पर कार्य करने की जरूरत होगी.

ये भी पढ़ें: लक्सर में बाणगंगा नदी का 20 मीटर लंबा तटबंध टूटा, 20 गांवों में बाढ़ जैसे हालात

स्थानीय लोगों का कहना है कि इसके लिए विशेष योजना बनानी पड़ेगी. तभी जाकर विकासनगर के दर्जनों परिवार बेघर होने से बच पाएंगे. अगर ऐसा नहीं होता है तो आने वाले समय में विकासनगर के दर्जनों घरों के साथ गोपेश्वर-केदारनाथ मार्ग भी क्षतिग्रस्त हो सकता है.

लोक निर्माण विभाग गोपेश्वर के सहायक अभियंता ने कहा कि लोनिवि द्वारा भूस्खलन जोन के ट्रीटमेंट को लेकर सुरक्षा कार्य किए जा रहे थे. लेकिन कुछ काश्तकारों द्वारा कार्य का विरोध किया गया, जिसके चलते समय पर यहां सुरक्षा दीवार का कार्य नहीं हो पा रहा है. जिसकी सूचना जिला प्रशासन को दी गई है.

चमोली: कर्णप्रयाग विकासखंड में कर्णप्रयाग-नैनीसैण मोटरमार्ग पर पहाड़ी का एक बड़ा हिस्सा टूटकर सड़क पर गिरने से मार्ग बाधित हो गया. जिसकी वजह से कई गांवों का संपर्क टूट गया. सड़क बंद होने के कारण कई वाहन और राहगीर फंस गए. इस दौरान नैनीसैण जा रहे एक वाहन चालक ने चट्टान टूटने का वीडियो अपने मोबाइल में कैद कर लिया. जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. सड़क खोलने को लेकर लोक निर्माण विभाग ने कर्णप्रयाग के अधिशासी अभियंता से फोन पर संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन उनका फोन नहीं लग रहा है.

खतरे की जद में गोपेश्वर का विकासनगर

वहीं, जिला मुख्यालय गोपेश्वर के विकासनगर मोहल्ले में करीब एक दर्जन से अधिक घर खतरे की जद में आ गए हैं. पिछले 1 साल से लगातार क्षेत्र में हो रहे भूस्खलन से कई घरों में दरारें आ गई हैं. यहां के लोगों का कहना है कि शासन प्रशासन से कई बार भूस्खलन क्षेत्र में स्थाई सुरक्षा की मांग को लेकर गुहार लगा चुके हैं, लेकिन अभी तक इस दिशा में कोई कार्रवाई नहीं की गई है.

आलम ये है कि बरसात का मौसम शुरू होने के साथ ही एक बार फिर से क्षेत्र में भू-धंसाव होने लग गया है. यहां रहने वाले लोगों के अंदर दहशत का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि मोहल्ले में हल्की बारिश होने पर भी यहां के निवासी रात भर जगे रहते हैं.

पहाड़ी दरकने से कर्णप्रयाग-नैनीसैण मोटरमार्ग बंद

विकासनगर मोहल्ला निवासियों का कहना है कि भूस्खलन की समस्या को लेकर उन्होंने कई बार जिलाधिकारी और शासन के पदाधिकारियों से मुलाकात की. प्रशासन की तरफ से 20 लाख की लागत से कुछ हद तक यहां पर सुरक्षा दीवार बनाए जाने का काम किया जा रहा है, लेकिन भूस्खलन इतना ज्यादा है कि उसके लिए वृहद स्तर पर कार्य करने की जरूरत होगी.

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स्थानीय लोगों का कहना है कि इसके लिए विशेष योजना बनानी पड़ेगी. तभी जाकर विकासनगर के दर्जनों परिवार बेघर होने से बच पाएंगे. अगर ऐसा नहीं होता है तो आने वाले समय में विकासनगर के दर्जनों घरों के साथ गोपेश्वर-केदारनाथ मार्ग भी क्षतिग्रस्त हो सकता है.

लोक निर्माण विभाग गोपेश्वर के सहायक अभियंता ने कहा कि लोनिवि द्वारा भूस्खलन जोन के ट्रीटमेंट को लेकर सुरक्षा कार्य किए जा रहे थे. लेकिन कुछ काश्तकारों द्वारा कार्य का विरोध किया गया, जिसके चलते समय पर यहां सुरक्षा दीवार का कार्य नहीं हो पा रहा है. जिसकी सूचना जिला प्रशासन को दी गई है.

Last Updated : Jun 20, 2021, 7:21 PM IST
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