चमोली: डीएम स्वाति एस भदौरिया ने मत्स्य प्रजनन केंद्र बैरागना का निरीक्षण कर इसे टूरिज्म डेस्टिनेशन के रूप में विकसित करने पर जोर दिया है. वहीं, इस प्रोजेक्ट के लिए ग्रामीण निर्माण विभाग एस्टीमेंट तैयार करेगा. इसके अलावा यहां पर एक्वेरियम फिश का भी उत्पादन किया जाएगा. साथ ही इस दौरान डीएम ने कॉफी हाउस और मछली तालाबों का भी जायजा लिया.
डीएम स्वाति एस भदौरिया ने कहा कि कॉफी हाउस को तत्काल उपयोग में लिया जाना चाहिए. उन्होंने मत्स्य प्रजनन प्रक्षेत्र में ग्रामीण निर्माण विभाग को होमस्टे बनाने, तालाबों के आसपास तारबाड़ लगाने और लैंडस्केपिंग के लिए खाका तैयार करने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि होम स्टे बनने से यहां लोग यहां रूक सकेंगे और झील को टूरिज्म डेस्टिनेशन के रूप में स्थापित हो पाएगा. साथ ही उन्होंने केंद्र के आसपास के क्षेत्रों को व्यवस्थित कर साफ-सफाई के निर्देश भी दिये हैं.
डीएम ने कहा कि मत्स्य प्रजनन केंद्र को टूरिज्म डेस्टिनेशन मॉडल के रूप में तैयार किया जाना चाहिए. साथ ही यहां आने वाले लोगों से न्यूनतम शुल्क भी वसूला जाना चाहिए. ऐसे में सभी काम पूरे होने के बाद एक फेस्टिवल आयोजित लोगों को यहां आकर्षित करने की योजना है. ऐसे में आवाजाही होने से क्षेत्र को टूरिज्म डेस्टिनेशन के रूप में नई पहचान मिलेगी.
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वहीं, इस दौरान डीएम भदौरिया ने मंडल घाटी के सिरोली गांव पहुंचकर मनरेगा कार्यों का भी औचक निरीक्षण भी किया. उन्होंने पंचायत भवन की साफ-सफाई, गोठ सुधार और सीसी मार्गों का भी जायजा लिया और ग्राम प्रधान से उन्होंने क्वारंटाइन में रह रहे लोगों की जानकारी भी ली. इस मौके पर उन्होंने मनरेगा कार्यों को समय पर पूरा करने को भी कहा.