देहरादून: चीन बार्डर से लगी नीती घाटी में सीजन की पहली बर्फबारी हुई है. नीति घाटी में बर्फ की सफेद चादर बिछ गई है, जिससे नीति गांव का नजारा और भी मनमोहक हो गया है. नीति घाटी का तापमान शून्य से नीचे जाने के बाद नीति गांव के लोग अपने घरों को बंद करके निचले स्थानों की तरफ लौटने लगे हैं.
बता दें, भारत-चीन सीमा पर स्थित नीति गांव भारत का आखिरी गांव है. नीती गांव से आगे बगैर प्रशासन की अनुमति के जाने पर सख्त मनाही है. यहां से आगे भारतीय सेना की अंतिम चेकपोस्ट ग्यालडुंग है. नीती गांव में भोटिया जनजाति के लोग ग्रीष्मकाल के दौरान निवास करते हैं और शीतकाल के दौरान अपने निचले इलाको में बने घरों का रुख करते हैं. शीतकाल के दौरान नीती घाटी में सेना के अलावा कोई भी नहीं रहता.
नीती घाटी के गांव गमसाली, फरकिया, कोसा में भी बर्फबारी हुई है. इन गावों में बचे हुए लोग अपना सामान समेट कर अपने मवेशियों के साथ निचले इलाकों में बने अपने घरों को जाने की तैयारी कर रहे हैं.