थराली: चमोली के देवाल खेता-सुयालकोट मोटर मार्ग पर पहाड़ी से भूस्खलन (Landslide on Kheta Suyalkot motorway) होने से सड़क का आधा हिस्सा टूटकर पिंडर नदी में समा गया. जिससे आवाजाही पूरी तरह बाधित हो गई. 4 दिनों से लगातार पहाड़ी से हो रहे भूस्खलन (Dewal Kheta Suyalkot Motor Road) से डेढ़ दर्जन से अधिक गांवों का यातायात बाधित हो गया.
पीएमजीएसवाई द्वारा भूस्खलन रुकने के बाद ही सड़क मार्ग खोलने का काम शुरू किया जाएगा. 3 दिन पहले ही एक वाहन भूस्खलन की चपेट में आया था, जिसमें जान का कोई नुकसान नहीं हुआ था. जिसके बाद लगातार पहाड़ी से भूस्खलन होने का सिलसिला जारी है. बड़े-बड़े पेड़ों के साथ बड़े-बड़े बोल्डर आने से सड़क का आधा हिस्सा टूटकर पिंडर नदी में जा गिरा. जिससे डेढ़ दर्जन से अधिक गांवों का संपर्क कट गया है. वहीं आवाजाही पूरी तरह बाधित हो गई है. इसके अलावा इस क्षेत्र में खाद्यान्न सहित अन्य जरूरी वस्तुओं की आपूर्ति पूरी तरह से ठप हो गई है, जिससे इस क्षेत्र में समस्या बढ़ने का अंदेशा जताया जा रहा है.
पढ़ें- वन मंत्री सुबोध उनियाल बोले- ट्री प्रोटेक्शन एक्ट में होगा संशोधन, ये पेड़ काटने पर बैन
पिंडारी संघर्ष समिति (Pindari Sangharsh Committee) के अध्यक्ष युवराज सिंह बसेड़ा, देवाल के पूर्व जेष्ठ प्रमुख हरेंद्र कोटेड़ी, खेता, मानमती के खिलाप सिंह दानू आदि ने बताया कि भूस्खलन के कारण कोटेड़ा-सुयालकोट पैदल मार्ग जोकि क्षतिग्रस्त सड़क के ऊपरी भाग से गुजर रहा है, वह रस्ता भी भूस्खलन के कारण क्षतिग्रस्त हो गया है. मोटर सड़क क्षतिग्रस्त होने के बाद खेता मानमती के ग्रामीण इसी रस्ते से पैदल आ-जा रहे थे, किंतु पैदल रास्ता भी बंद हो जाने के कारण आने-जाने की चुनौती खड़ी हो गई है.
पढ़ें- पौड़ी में गुलदार के साथ अब बंदरों का भी आतंक, वन विभाग ने लगाया पिंजरा
वहीं पीएमजीएसवाई के कर्णप्रयाग डिवीजन के अधिशासी अभियंता प्रमोद गंगाड़ी ने फोन पर बताया कि सुयालकोट में सड़क पर लगातार भूस्खलन हो रहा है, अभी भी भूस्खलन जारी हैं और भूस्खलन का दायरा भी बढ़ता जा रहा है. जिससे इस स्थान पर सड़क को खोलने का काम शुरू नहीं किया जा सकता है. भूस्खलन रुकने के बाद ही सड़क खोलने का कार्य किया जाएगा.