चमोली/ऋषिकेश: उत्तराखंड में यूकेएसएसएससी और विधानसभा के साथ विभिन्न विभागों में बैक डोर (assembly back door recruitment case) से हुई भर्तियों को लेकर युवाओं में आक्रोश है. युवा जगह-जगह इन मामलों में कार्रवाई और सीबीआई जांच की मांग (Youth is demanding CBI investigation) को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं. आज चमोली और ऋषिकेश में युवाओं ने सड़क पर उतर कर हल्ला बोला. चमोली मुख्यालय में छात्रों और बेरोजगार युवाओं ने सैकड़ों की संख्या में एक विशाल रैली (Youth took out rally in Chamoli) निकाली. वहीं, ऋषिकेश और आसपास के क्षेत्र के युवाओं ने त्रिवेणी घाट पर एकत्रित होकर पहले सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. उसके बाद सभी ने मिलकर प्रदर्शन करते हुए सामूहिक रूप से अपनी डिग्रियां जलाईं.
चमोली में छात्रों ने निकाली रैली: चमोली में गोपीनाथ मंदिर परिसर से जिलाधिकारी कार्यालय तक बेरोजगार छात्रों ने एक आक्रोश रैली का आयोजन किया. इस आक्रोश रैली में छात्रों ने मांग की कि प्रदेश में भर्तियों में हो रही गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार की जांच सीबीआई से कराई जाये. युवाओं ने कहा उत्तराखंड सरकार जांच करवा कर अपनी पीठ थपथपा रही है, लेकिन एसटीएफ उत्तराखंड के उन भ्रष्टाचारियों तक नहीं पहुंच पाएगी जो मूल रूप से इस पूरे खेल को खेल रहे हैं. उन्होंने कहा कि अगर प्रदेश सरकार उत्तराखंड में युवाओं के भविष्य को लेकर गंभीर नहीं होती है तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा. युवाओं ने कहा कि प्रदेश भर के युवा सड़कों पर उतर कर उग्र आंदोलन करेंगे. जिसकी पूरी तरह से जिम्मेदारी उत्तराखंड सरकार के साथ प्रशासन की होगी.
युवाओं ने जलाई डिग्रियां: ऋषिकेश में UKSSSC और विधानसभा में हुए भर्ती घोटाले और परीक्षाओं में हो रही धांधली के खिलाफ युवा वर्ग ने त्रिवेणी घाट पर एकत्रित होकर सामूहिक रूप से अपनी डिग्रियां (Youth lit degrees in Rishikesh) जलाई. युवाओं ने सरकार के खिलाफ आवाज बुलंद करते हुए एक ही सवाल किया है 'आखिर क्यों करें मेहनत हम यार, जब नौकरी ले जाएं रिश्तेदार'. युवाओं ने परीक्षाओं में धांधली करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग सरकार से की है. चेतावनी दी है कि यदि सरकार ने धांधली करने वालों के खिलाफ जांच में ढिलाई बरती, तो युवा वर्ग भी सड़कों पर उतरकर आंदोलन करने से पीछे नहीं हटेगा.
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प्रदर्शन के दौरान हिमांशु रावत ने बताया कि सरकारी तंत्र का सिस्टम बिल्कुल सड़ चुका है. इसका इलाज करना जरूरी हो गया है. यदि यही हाल रहा तो युवाओं का कैरियर पूरी तरीके से चौपट हो जाएगा. जिसका खामियाज देश को भी भुगतना पड़ेगा. संजय सिलस्वाल ने कहा कि परीक्षाओं में धांधली हो या विधानसभा में बैक डोर से नौकरी देने का मामला, जल्दी ही इसका रिजल्ट जनता के सामने होना चाहिए.
7 सितम्बर को बेरोजगार रैली: वहीं, बेरोजगार संगठन ने इस जांच को सीबीआई को सौंपने की मांग की है. साथ ही ये भी कहा कि अगर सफेदपोश लोगों की गिरफ्तारी नहीं हुई तो सबूत के साथ धांधली में शामिल ऐसे लोगों के नाम वो सार्वजनिक करेंगे. सात सितंबर को बेरोजगार संगठन अपनी मांगों को लेकर प्रदेश में बड़ा प्रदर्शन करने भी जा रहा है. संगठन ने न्यायालय के सिटिंग जज की अध्यक्षता में सीबीआई जांच करने की मांग की है. बेरोजगार संघ के अध्यक्ष ने बताया कि अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा भर्तियो में किये गए घोटालो की सीबीआई जांच, विधानसभा में बैक डोर से की गयी भर्ती तथा अन्य विभागों में हुई धांधलियों के खिलाफ 7 सितम्बर को बेरोजगार की रैली निकाली जाएगी. साथ ही युवा 9 मांगो को लेकर रैली निकालने जा रहे हैं. ये रैली परेड ग्राउंड से होकर सचिवालय की ओर जाएगी. इस रैली में प्रदेशभर से युवा शामिल होंगे.