चमोली: जोशीमठ शहर में भू-धंसाव संकट के कारण ध्वस्तीकरण के लिए चिन्हित किए गए होटल मलारी इन और माउंट व्यू को गिराने का काम चल रहा है. सीबीआरआई (सेंट्रल बिल्डिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट-CBRI) रुड़की की निगरानी में SDRF, NDRF और PWD की टीमें होटल को गिराने का काम कर रही हैं. ये कार्रवाई गुरुवार दोपहर बाद शुरू हो गई थी, जिसको रात के समय रोका गया था.
वहीं, कार्रवाई शुरू करने से पहले होटल स्वामियों व स्थानीय निवासियों के साथ प्रशासन ने विस्तृत बातचीत की. मुआवजे पर हुए फैसले के बाद होटल को ध्वस्त करने की कार्रवाई शुरू की गई. सरकार भी प्रभावित लोगों को बाजार रेट पर मुआवजा देने का आश्वासन दे चुकी है. इससे पहले होटल मालिकों और स्थानीय लोगों ने कार्रवाई को लेकर गतिरोध व्यक्त किया था. वो सभी पहले मुआवजे की दर तय करने की मांग कर रहे थे.
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दरअसल, सबसे पहले इन दोनों होटलों पर ही कार्रवाई हो रही है क्योंकि ये दोनों होटल लगातार झुक रहे हैं, जिससे आसपास के भवनों के लिए खतरा बना हुआ है. इनमें एक होटल पांच मंजिला और दूसरा छह मंजिला है. तकनीकी समिति ने भी जांच के बाद अपनी रिपोर्ट में तत्काल जर्जर निर्माणों को ढहाने की अनुशंसा की थी.
प्रशासन की ओर से अब तक 723 घरों को चिन्हित किया गया है. वहीं, फिलहाल फौरी तौर पर जोशीमठ के प्रभावित परिवारों को डेढ़ लाख रुपए की मदद की जा रही है. ₹50 हजार रुपए शिफ्टिंग के लिए और मुआवजे के एडवांस के तौर पर एक लाख रुपए दिए जाएंगे. वहीं, चमोली जिला प्रशासन सुरक्षा के दृष्टिगत जोशीमठ नगर पालिका के अंतर्गत आने वाले सभी भवनों का टेक्निकल टीमों के माध्यम से सर्वेक्षण कार्य करवा रही है.