चमोली : जनपद के विकासखंड घाट के धुर्मा गांव में बीती देर रात 3 बजे जमकर बारिश हुई. जिसके कारण गांव की ऊपरी पहाड़ी पर बादल फटने गया. जिससे गांव के बरसाती नाले के उफान पर आ गये. नालों के उफान में 2 घर बहकर मोक्ष नदी में समा गए, जबकि गांव में ही 4 भवन मलबे के साथ आये पत्थरों से पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं. मलबा आने से धुर्मा गांव को जोड़ने वाली सड़क भी जगह-जगह से क्षतिग्रस्त हो गई है. सड़क खोलने के लिए लोक निर्माण विभाग के ने जेसीबी मशीन लगवाई गई है. बादल फटने की घटना में जनहानि और पशुहानि की जानकारी नहीं मिली है.
चमोली जिले में आसमानी आफत रुकने का नाम नहीं ले रही है. बीते शनिवार को गोविंदघाट और देवाल विकासखंड के वाण गांव सहित थराली विकासखंड के तलवाड़ी क्षेत्र में बादल फटने की घटना के बाद भारी तबाही हुई थी. जिसके बाद बीती देर रात धुर्मा गांव में भी बादल फटा. जिसके कारण गांव के नाले उफान पर आ गये. नालों की जद में आने से कई आवासीय भवन, सड़क मार्ग,पैदल मार्ग पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गये हैं. घटना की सूचना मिलने के बाद घाट तहसील प्रशासन टीम ने घटनास्थल का जायजा लिया. टीम ने प्रभावितों को राहत सामग्री भी वितरित की. धुर्मा गांव में प्रशासन के द्वारा राहत बचाव कार्य जारी है.
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धुर्मा गांव में बादल फटने की घटना के बाद से ही गांव तक जाने वाली सड़क अवरुद्ध पड़ी हुई है. राहत बचाव सामाग्री लेकर तहसील की टीम भी 6 किलोमीटर पैदल चलकर धुर्मा गांव पहुंची. मौके पर पहुंचे लोकनिर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता अशोक कुमार नैथानी का कहना है कि देर रात हुई भारी बारिश से सेरा गांव से धुर्मा गांव तक मोटर मार्ग जगह-जगह पर बाधित हो गया है. जिसे खोलने के प्रयास किये जा रहे हैं