चमोली: बदरीनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद होने के बाद कड़ाके की ठंड के बावजूद मास्टर प्लान के तहत पुनर्निर्माण कार्य तेजी से जारी है. शासन-प्रशासन द्वारा पुनर्निर्माण कार्यों की नियमित मॉनिटरिंग की जा रही है. जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने शनिवार को बदरीनाथ धाम पहुंचकर मास्टर प्लान के अंतर्गत संचालित पुनर्निर्माण कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया. उन्होंने कार्यदायी संस्थाओं को निर्देशित किया कि निर्माण कार्यों की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देते हुए समय पर सभी कार्य पूर्ण किए जाए.
जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने बदरीनाथ धाम के मास्टर प्लान के अंतर्गत संचालित पुनर्निर्माण कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया. उन्होंने रिवर फ्रंट डेवलपमेंट, सिविक एमिनिटी सेंटर एवं मंदिर सौंदर्यीकरण के कार्यों को शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए. इस दौरान जिलाधिकारी ने अराइवल प्लाजा, टीआईसीसी, आईएसबीटी एवं हॉस्पिटल एक्सटेंशन कार्यों का स्थलीय निरीक्षण भी किया और कार्यदायी संस्थाओं को जरूरी दिशा निर्देश दिए.
बदरीनाथ धाम में इन दिनों कड़ाके की ठंड पड़ रही है. हाड़कंपा देने वाली ठंड में भी श्रमिक बदरीनाथ मास्टर प्लान के तहत संचालित पुनर्निर्माण कार्यों में तत्परता से जुटे हैं. हालांकि शीतकाल के लिए यात्रा बंद होने के बाद से निर्माण कार्यों को करने में अधिक सुविधा हो रही है. कार्यदायी संस्थाएं इस समय तेजी से निर्माण कार्यों को पूरा करने में जुटी है.
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट के तहत बदरीनाथ धाम में मास्टर प्लान के अंतर्गत तीन चरणों में बुनियादी ढांचे का विकास किया जा रहा है. जिसमें पहले चरण का कार्य लगभग पूरा हो चुका है, जबकि दूसरे में बदरीनाथ मुख्य मंदिर और उसके आसपास के क्षेत्र का सौंदर्यीकरण का काम चल रहा है. मास्टर प्लान के तीसरे चरण में मंदिर से शेष नेत्र झील को जोड़ने वाले आस्था पथ का निर्माण कार्य किया जाएगा.