थरालीः चमोली के सोल घाटी के रुईसाण गांव में भालू की दहशत बनी हुई है. दहशत के बीच भालू ने ग्रामीण पर एक बार फिर हमला कर ग्रामीणों के साथ-साथ वन विभागों की बैचेनी भी बढ़ा दी है. पिछले एक महीने में भालू के हमले की ये 5वीं घटना है, जिसमें 6 ग्रामीण घायल हो चुके हैं. भालू की दहशत से पीड़ित ग्रामीणों ने वन विभाग पर जान से खिलवाड़ करने का आरोप लगाया है.
बुधवार को सोल घाटी के रुईसाण गांव में भालू ने घर के पास ही खेतों में काम कर रहे 33 वर्षीय विजय सिंह बिष्ट और 62 वर्षीय नंदा देवी पर अचानक हमला कर दिया. दोनों के शोर मचाने पर भालू जंगल की ओर भाग गया. इसके बाद घटना स्थल पर पहुंचे ग्रामीणों ने दोनों घायलों को 108 की मदद से सीएचसी थराली पहुंचाया. जहां प्राथमिक उपचार के बाद दोनों घायलों को हायर सेंटर रेफर किया गया. फिलहाल दोनों घायलों की हालत स्थिर बताई जा रही है.
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ग्रामीणों का कहना है कि वन विभाग से भालू को पकड़ने की मांग पिछले काफी समय से की जा रही है. ग्रामीणों ने कहा कि डुंगरी और रुईसाण गांव के एक निश्चित क्षेत्र में ही भालू हमला कर रहा है. लेकिन वन विभाग ग्रामीणों की मदद करने के अलावा ग्रामीणों की जान से खिलवाड़ कर रहा है.
उधर वन क्षेत्राधिकारी हरीश थपलियाल का कहना है कि सोल घाटी क्षेत्र में लगातार भालू का आतंक जारी है. ऊंचाई वाले इलाकों में ज्यादा ठंड होने के कारण भालू इन दिनों निचले इलाकों में आ जाते हैं. मादा भालू इन दिनों अपने बच्चों के बचाव में लोगों पर हमला करती है. वन विभाग द्वारा भालू को आबादी क्षेत्र से भगाने के लिए रात्रि गस्त की जा रही है.