ETV Bharat / state

चमोली में लैंडस्लाइड से बदरीनाथ नेशनल हाईवे बंद, पहाड़ी से पत्थर गिरने से मार्ग खोलने में आ रही दिक्कत

Badrinath highway closed उत्तराखंड में बदलते मौसम ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा रखी हैं. एक तरफ जहां आसमान से बारिश आफत बनकर बरस रही है, वहीं पहाड़ी से लगातार हो रहा भूस्खलन चारधाम यात्रियों की राह में रोड़ा बन रहा है. लैंडस्लाइड की वजह से शनिवार 22 जुलाई को चमोली जिले में बदरीनाथ हाईवे बंद हो गया है, जिसे संबंधित विभाग की टीम खोलने के प्रयास कर रही है.

Etv Bharat
Etv Bharat
author img

By

Published : Jul 22, 2023, 5:09 PM IST

चमोली: उत्तराखंड के चमोली जिले में बदरीनाथ हाईवे भूस्खलन की वजह से अवरुद्ध हो गया. चमोली पुलिस ने इसकी जानकारी दी है. पुलिस ने बताया कि कर्णप्रयाग थाना क्षेत्र में बाबा आश्रम के पास पहाड़ी से मलबा आने के कारण बदरीनाथ मार्ग अवरुद्ध है. पहाड़ी से लगातार पत्थर गिर रहे हैं. इसीलिए हाईवे खोलने में काफी दिक्कतें आ रही हैं, जिसकी वजह से मार्ग खुलने में समय लग रहा है.

  • बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर कर्णप्रयाग क्षेत्रान्तर्गत बाबा आश्रम के पास पहाड़ी से मलबा आने के कारण सड़क मार्ग अवरूद्ध है वर्तमान में चट्टान से पत्थर गिरने के कारण मार्ग खोलने में कठिनाई हो रही है @uttarakhandcops @DmChamoli pic.twitter.com/KmIDIoSS7R

    — Chamoli Police Uttarakhand (@chamolipolice) July 22, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

दरअसल, उत्तराखंड में इन दिनों जोरदार बारिश हो रही है, जिसकी वजह पहाड़ियां दरक रही हैं. कुमाऊं से लेकर गढ़वाल तक की यही स्थिति है. लैंडस्लाइड जोन में प्रशासन ने जेसीबी मशीनें तैनात कर रखी हैं, लेकिन कई जगहों पर भूस्खलन इतना ज्यादा है कि उन सड़कों खोलने में प्रशासन की टीम को काफी वक्त लग रहा है.
पढ़ें- अलकनंदा और मंदाकिनी नदियां खतरे के निशान के करीब पहुंची, प्रदेश में आपदा जैसे हालात, 25 तक बारिश का येलो अलर्ट

बदरीनाथ हाईवे बंद होने की वजह बड़ी संख्या में यात्री बीच रास्ते में फंसे हुए हैं. संबंधित विभाग की टीम पहाड़ी से गिरे मलबे को हटाकर रास्ता खोलने का प्रयास कर रही है. पुलिस की तरफ से लगातार लोगों के अपील की जा रही है कि भारी बारिश के दौरान वो अनावश्यक रूप से यात्रा न करें. ऐसा करने से उनकी जिंदगी खतरे में पड़ सकती है.

वहीं, मौसम विभाग की मानें तो प्रदेशभर में 25 जुलाई तक भारी बारिश के आसार बने हुए हैं. लोगों को 25 जुलाई तक भारी बारिश से राहत मिलने की कोई उम्मीद नजर नहीं आ रही है. वहीं, पहाड़ों पर हो रही भारी बारिश के कारण नदियों का जल स्तर भी खतरे के निशान के पास पहुंचा गया है. रुद्रप्रयाग जिले में अलकनंदा और भागीरथी खतरे के निशान से करीब एक मीटर नीचे ही बह रही हैं.

चमोली: उत्तराखंड के चमोली जिले में बदरीनाथ हाईवे भूस्खलन की वजह से अवरुद्ध हो गया. चमोली पुलिस ने इसकी जानकारी दी है. पुलिस ने बताया कि कर्णप्रयाग थाना क्षेत्र में बाबा आश्रम के पास पहाड़ी से मलबा आने के कारण बदरीनाथ मार्ग अवरुद्ध है. पहाड़ी से लगातार पत्थर गिर रहे हैं. इसीलिए हाईवे खोलने में काफी दिक्कतें आ रही हैं, जिसकी वजह से मार्ग खुलने में समय लग रहा है.

  • बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर कर्णप्रयाग क्षेत्रान्तर्गत बाबा आश्रम के पास पहाड़ी से मलबा आने के कारण सड़क मार्ग अवरूद्ध है वर्तमान में चट्टान से पत्थर गिरने के कारण मार्ग खोलने में कठिनाई हो रही है @uttarakhandcops @DmChamoli pic.twitter.com/KmIDIoSS7R

    — Chamoli Police Uttarakhand (@chamolipolice) July 22, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

दरअसल, उत्तराखंड में इन दिनों जोरदार बारिश हो रही है, जिसकी वजह पहाड़ियां दरक रही हैं. कुमाऊं से लेकर गढ़वाल तक की यही स्थिति है. लैंडस्लाइड जोन में प्रशासन ने जेसीबी मशीनें तैनात कर रखी हैं, लेकिन कई जगहों पर भूस्खलन इतना ज्यादा है कि उन सड़कों खोलने में प्रशासन की टीम को काफी वक्त लग रहा है.
पढ़ें- अलकनंदा और मंदाकिनी नदियां खतरे के निशान के करीब पहुंची, प्रदेश में आपदा जैसे हालात, 25 तक बारिश का येलो अलर्ट

बदरीनाथ हाईवे बंद होने की वजह बड़ी संख्या में यात्री बीच रास्ते में फंसे हुए हैं. संबंधित विभाग की टीम पहाड़ी से गिरे मलबे को हटाकर रास्ता खोलने का प्रयास कर रही है. पुलिस की तरफ से लगातार लोगों के अपील की जा रही है कि भारी बारिश के दौरान वो अनावश्यक रूप से यात्रा न करें. ऐसा करने से उनकी जिंदगी खतरे में पड़ सकती है.

वहीं, मौसम विभाग की मानें तो प्रदेशभर में 25 जुलाई तक भारी बारिश के आसार बने हुए हैं. लोगों को 25 जुलाई तक भारी बारिश से राहत मिलने की कोई उम्मीद नजर नहीं आ रही है. वहीं, पहाड़ों पर हो रही भारी बारिश के कारण नदियों का जल स्तर भी खतरे के निशान के पास पहुंचा गया है. रुद्रप्रयाग जिले में अलकनंदा और भागीरथी खतरे के निशान से करीब एक मीटर नीचे ही बह रही हैं.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.